Highlightsगवर्निंग काउंसिल की 14 मार्च को होने वाली बैठक में होंगे सीजन-13 को लेकर अहम फैसलेआईपीएल का पहला मैच 29 मार्च को मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच खेला जाना है
सरकार द्वारा कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कुछ को छोड़कर 15 अप्रैल तक सभी वीजा को निलंबित करने से इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में विदेशी खिलाड़ियों के मंडराने को लेकर संशय के बादल मंडराने लगे हैं। हालांकि बीसीसीआई ने अभी इसे लेकर इंतजार करो और देखे की नीति अपनाई है।
बीसीसीआई सरकार द्वारा केवल डिप्लोमैटिक और रोजगार जैसी कुछ खास श्रेणियों को छोड़कर सभी वीजा पर 15 अप्रैल तक बैन लगाने के बाद अगला कदम उठाने के लिए कुछ दिनों का इंतजार करेगा।
पीटीआई के मुताबिक, 'बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, कृपया हमें दो दिन दीजिए, हम अभी आपको ठोक जानकारी नहीं दे सकते।'
भारत में अब तक कोरोना वायरस के 60 मामले सामने आ चुके हैं और दुनिया भर में इस घातक वायरस से अब तक 4000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
आईपीएल मैचों को खाली स्टेडियम में कराया जाना एक विकल्प हो सकता है, लेकिन इस पर अंतिम फैसला 14 मार्च को होने वाली गवर्निंग काउंसिल की बैठक में किया जाएगा।
क्या विदेशी खिलाड़ी होंगे 15 अप्रैल तक आईपीएल से बाहर?
सरकार द्वारा वीजा बैन को लेकर जारी ताजा आदेश के बाद बीसीसीआई भारत आने वाले करीब 60 विदेशी खिलाड़ियों की आईपीएल में भागीदारी को लेकर पसोपेश में है।
बोर्ड अब भी इस बात लेकर स्पष्ट नहीं है कि इन खिलाड़ियों का वीजा रद्द हुआ है या नहीं?
सरकार द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, 'सभी वर्तमान वीजा, केवल डिप्लोमैटिक, अधिकारी, यूएन/अंतर्राष्ट्रीय संगठनों, रोजगार और प्रोजेक्ट वीजा को छोड़कर, 15 अप्रैल 2020 तक निलंबित रहेंगे।' सरकार का ये आदेश 13 मार्च से लागू होगा।
क्या विदेशी खिलाड़ियों को मिल पाएगा आईपीएल के लिए वीजा?
Sportstar की रिपोर्ट के मुताबिक, गृह मंत्रालय के मैनुअल के क्लॉज 40 के अनुसार, 'भारत द्वारा दिए जाने वाले वीजा के विवरण' में भारत में आईपीएल या आईएसएल जैसे खेल इवेंट्स में हिस्सा लेने वाले विदेशी नागरिकों 'B-Sports’ (बी-स्पोर्ट्स) वीजा दिया जाता है।
लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 15 अप्रैल तक वीजा पर लगाए बैन में बी-स्पोर्ट्स या बिजनेस वीजा को छूट की लिस्ट में जगह नहीं दी गई है, जिसका मतलब है कि इस बात की संभावना काफी कम है कि 15 अप्रैल तक कोई भी विदेशी खिलाड़ी आईपीएल खेलने के लिए भारत आ पाएगा।
बीसीसीआई पर दबाव इसलिए और भी बढ़ा है क्योंकि रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज के तहत पुणे में आयोजित होने वाला मैच भी कोरोना की वजह से रद्द करना पड़ा, जिसमें सचिन तेंदुलकर और ब्रायन लारा जैसे खिलाड़ी खेल रहे हैं।
महाराष्ट्र सरकार के राज्य के आईपीएल मैचों के आयोजन को रद्द करने की अटकलों के बीच एकमात्र विकल्प मैचों को खाली स्टेडियम में कराना हो सकता है।
बीसीसीआई इसलिए भी इस कदम की ओर जा सकता है क्योंकि मैचों का बीमा होता है और इससे प्रसारणकर्ता विज्ञापन राजस्व गंवाने से बच जाएगा और इससे बीसीसीआई और फ्रेंचाइजी अपना ज्यादातर निवेश निकाल लेंगी।