चार मैचों में चार हार के साथ, विराट कोहली की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के लिए सीजन-12 की शुरुआत भयावह रही है। मंगलवार को राजस्थान रॉयल्स के हाथों जयपुर स्थित सवाई मानसिंह स्टेडियम में मिली 7 विकेट से शिकस्त के साथ ही इस सीजन में लगातार चौथी हार मिली है, जो आईपीएल इतिहास में उसकी सबसे खराब शुरुआत है।
मंगलवार को खेल गए इस मैच में आरसीबी ने पहले बैटिंग करते हुए 20 ओवर में 158/4 का स्कोर बनाया था लेकिन राजस्थान ने 19.5 ओवर में 3 विकेट खोकर 164 रन बनाते हुए मैच 7 विकेट से जीत लिया।
लगातार चार मैच गंवाने के बाद भी आरसीबी बन सकती है चैंपियन!
लगातार चार हार से वैसे तो आरसीबी के लिए अगर दौर की राह मुश्किल हो गई है, लेकिन अगर एक खास आंकड़े पर नजर डालें तो आरसीबी की टीम अब भी न सिर्फ अगले दौर के लिए क्वॉलिफाई कर सकती है, बल्कि चैंपियन भी बन सकती है।
2015 में मुंबई इंडियंस ने किया था खास कमाल
दरअसल, मुंबई इंडियंस की टीम 2015 में अपने शुरुआती चार मैच गंवाने के बावजूद चैंपियन बनी थी। आरसीबी की टीम भले ही इस सीजन में शुरुआती चार मैच हार गई हो, लेकिन ये एक सीजन में किसी टीम की सबसे खराब शुरुआत नहीं है।
इससे पहले दिल्ली डेयरडेविल्स (दिल्ली कैपिटल्स) की टीम 2013 में लगातार 6 शुरुआती मैच और डेक्कन चार्जर्स (2012) और मुंबई इंडियंस (2014) की टीम लगातार पांच शुरुआती मैच हारी थीं। जानिए अब तक किन आईपीएल टीमों की रही है सबसे खराब शुरुआत।
6 हार - दिल्ली डेयरडेविल्स (2013)5 हार - डेक्कन चार्जर्स (2012)5 हार- मुंबई इंडियंस (2014)4 हार- मुंबई इंडियंस (2008)4 हार- मुंबई इंडियंस (2015)4 हार- रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (2019)
मुंबई इंडियंस की टीम 2015 में शुरुआत 4 मैच गंवाने के बावजूद चैंपियन बन गई थी। हालांकि 2014 में पांच हार और 2008 में चार हार के बाद मुंबई की टीम अगले दौर में नहीं पहुंच सकी थी।
आरसीबी की नजरें मुंबई की 2015 की सफलता दोहराने पर!
अब विराट कोहली की आरसीबी को इस सीजन में 10 और मैच खेलने हैं। ऐसे में उसकी नजरें 2015 में रोहित शर्मा की मुंबई इंडियंस द्वारा किए गए कारनामे को दोहराने पर होगी। हालांकि बाकी टीमों को देखते हुए आरसीबी के लिए ये करिश्मा करना आसान नहीं होगा।
आरसीबी के लिए ये इसलिए भी मुश्किल है क्योंकि उसके कई स्टार खिलाड़ी, अपनी ख्याति के अनुरूप प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं। शिमरोन हेटमायेर, मोईन अली और कोलिन डि ग्रैंडहोम जैसे खिलाड़ियों ने अब तक निराश किया है। खुद कप्तान विराट कोहली का बल्ला भी ज्यादातर मौकों पर खामोश रहा है।