सचिन जैसा क्रिकेटर फिर क्यों नहीं हुआ, पूर्व पाक कप्तान इंजमाम उल हक ने बताए ये 4 बड़े कारण

इंजमाम ने सचिन तेंदुलकर को एवर ग्रेट क्रिकेटर बताते हुए वह चार कारण बताए, जिसके कारण सचिन जैसा क्रिकेटर फिर क्यों नहीं हुआ।

By सुमित राय | Published: February 26, 2020 11:41 AM

Open in App
ठळक मुद्देइंजमाम-उल-हक ने पूर्व भारतीय खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर की जमकर तारीफ की है।इंजमाम-उल-हक ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि सचिन क्रिकेट के लिए ही पैदा हुए।इंजमाम ने सचिन तेंदुलकर की 4 क्वॉलिटी बताई, जिस कारण वह महान क्रिकेटर हैं।

पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान इंजमाम-उल-हक ने पूर्व भारतीय खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर की जमकर तारीफ की है। इंजमाम ने सचिन तेंदुलकर को एवर ग्रेट क्रिकेटर बताते हुए वह चार कारण बताए, जिसके कारण सचिन जैसा क्रिकेटर फिर क्यों नहीं हुआ।

इंजमाम-उल-हक ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, 'वह (सचिन) क्रिकेट के लिए ही पैदा हुए। सचिन के बारे में यही कहा जा सकता है कि क्रिकेट में ही उनका विश्वास था और दोनों एक-दूसरे के लिए बने थे।'

सचिन की पहली क्वॉलिटी

इंजमाम ने सचिन की पहली क्वॉलिटी के बारे में बात करते हुए कहा, 'वह दुनिया के किसी भी बेस्ट गेंदबाज को खेल सकते थे। मुझे आज भी आश्चर्य होता है कि 16-17 साल की उम्र में सचिन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया। यह तभी संभव है जब आप असाधारण प्रतिभा के धनी हों।'

तेंदुलकर की दूसरी क्वॉलिटी

सचिन की दूसरी क्वॉलिटी के बारे में इंजमाम ने कहा, 'सचिन की दूसरी क्वॉलिटी उनके रिकॉर्ड्स हैं। उस दौर में इतने रन बनाने की परंपरा नहीं थी। महान खिलाड़ी भी आठ-साढ़े आठ हजार रन बनाया करते थे। सुनील गावस्कर पहले ऐसे खिलाड़ी थे, जिन्होंने 10 हजार रन बनाए। सचिन ने सभी रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए। अब देखना है सचिन के रिकॉर्ड कौन तोड़ता है।'

सचिन तेंदुलकर की तीसरी ताकत

इंजमाम के अनुसार, सचिन की तीसरी सबसे बड़ी ताकत उनकी मानसिक दृढ़ता थी। उन्होंने कहा, 'वह (सचिन) मानसिक रूप से काफी मजबूत थे। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि जब सचिन बल्लेबाजी करने आते थे तो वह हमेशा दबाव में रहते थे, लेकिन इसके बावजूद 20 साल इंटरनेशनल क्रिकेट खेलना बड़ी बात है।'

गेंदबाजी थी सचिन की चौथी ताकत

इंजमाम-उल-हक ने सचिन की चौथी ताकत उनकी गेंदबाजी को बताया। उन्होंने कहा, 'सचिन जितने महान बल्लेबाज थे, उतने ही खतरनाक बॉलर भी थे। मैंने दुनिया के तमाम लेग स्पिनर्स को खेला। किसी की गुगली पढ़ने में मुझे कभी दिक्कत नहीं आई। एक सचिन ऐसा था जो गुगली करता था तो मैं परेशान हो जाता था। यही वजह है कि उसने मुझे कई बार आउट किया।

सचिन तेंदुलकर का करियर

बता दें कि सचिन दुनिया के एकमात्र ऐसे क्रिकेटर हैं, जिन्होंने 200 टेस्ट खेले है। टेस्ट क्रिकेट में सचिन ने 51 शतक और 68 अर्धशतक की मदद से 15921 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत 53.79 का रहा। इसके अलावा सचिन ने 463 वनडे मैच खेले हैं और 44.83 की औसत से 18426 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 49 शतक और 96 अर्धशतक जमाए थे।

टॅग्स :सचिन तेंदुलकरइंजमाम-उल-हकभारतीय क्रिकेट टीमपाकिस्तान क्रिकेट टीम

संबंधित बातम्या

क्रिकेट अधिक बातम्या