Jhulan Goswami: क्लीन स्वीप के साथ विदाई, 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू और 2022 में अंतिम मैच, 3-0 से मात 

Jhulan Goswami: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने शनिवार को यहां तीसरे और अंतिम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में इंग्लैंड को 16 रन से हराकर तीन मैच की सीरीज में क्लीन स्वीप किया।

By सतीश कुमार सिंह | Published: September 24, 2022 10:33 PM

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ठळक मुद्देअनुभवी तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी का अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच था। भारतीय महिला टीम इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में सिर्फ 169 रन पर सिमट गई। आलराउंडर दीप्ति शर्मा ने भारत के लिए 106 गेंद में सर्वाधिक 68 रन बनाए।

Jhulan Goswami: और इसके साथ ही 20 साल करियर का अंत हो गया। एकदिवसीय क्रिकेट में लगभग 10 हजार गेंद फेंकी...। अंतरराष्ट्रीय करियर में 350 से अधिक विकेट अपने नाम किया है। झूलन गोस्वामी ने 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ 19 साल की उम्र में डेब्यू किया था। 39 साल की उम्र में अंतिम मैच खेलने उतरीं। 

2022 में लार्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेला। भारतीय महिला टीम इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज 3-0 से जीतकर अपने नाम किया। टी20 सीरीज (2-1) हारने के बाद टीम इंडिया ने पलटवार किया। तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी को जीत के साथ विदाई दी।

आलराउंडर दीप्ति शर्मा और सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना के अर्धशतक के बाद रेणुका सिंह की अगुआई में गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन से भारत ने शनिवार को यहां कम स्कोर वाले रोमांचक तीसरे और अंतिम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में इंग्लैंड को 16 रन से हराकर पहली बार मेजबान टीम का उसकी सरजमीं पर सूपड़ा साफ किया।

इंग्लैंड की टीम लार्ड्स पर 170 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए रेणुका (29 रन पर चार विकेट), झूलन गोस्वामी (30 रन पर दो विकेट), और राजेश्वरी गायकवाड़ (38 रन पर दो विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने 43.3 ओवर में 153 रन पर ढेर हो गई जिससे भारत ने श्रृंखला 3-0 से अपने नाम की। अनुभवी तेज गेंदबाज झूलन का यह अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच था।

गोस्वामी ने अंतिम मैच में कमाल कर दिया। 10 ओवर में 3 मेडन रखते हुए 30 रन देकर 2 विकेट झटके। टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 169 रन बनाए। जवाब में इंग्लैंड की टीम 153 रन पर आउट हो गई। टीम इंडिया ने 16 रन से बाजी मार ली। रेणुका सिंह ने 4 विकेट झटके। गोस्वामी को अंतिम मैच में 2 विकेट मिला।

इंग्लैंड के खिलाफ ही चेन्नई में छह जनवरी 2002 को जीत के साथ अंतरराष्ट्रीय पदार्पण करने वाली झूलन के लिए यह श्रृंखला यादगार रही। इंग्लैंड की ओर से चार्ली डीन ने सर्वाधिक 47 रन बनाए। उन्होंने 80 गेंद की अपनी पारी में पांच चौके जड़े। कप्तान ऐमी जोन्स (28) और सलामी बल्लेबाज ऐमा लैंब (21) अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहे।

 भारत इससे पहले दीप्ति (106 गेंद में नाबाद 68, सात चौके) और स्मृति (79 गेंद में 50 रन, पांच चौके) के अर्धशतक के बावजूद 45.4 ओवर में 169 रन पर सिमट गया। इन दोनों के अलावा पूजा वस्त्रकार (22) ही दोहरे अंक में पहुंचने में सफल रही। चार्ली डीन और फ्रेया डेविस (नाबाद 10) ने 10वें विकेट के लिए 35 रन जोड़कर इंग्लैंड की जीत की उम्मीदें जगा दी थी।

दीप्ति (24 रन पर एक विकेट) ने हालांकि समझदारी दिखाते हुए अपनी ही गेंद पर चार्ली डीन को रन आउट कर दिया। फ्रेया डेविस ने दीप्ति की गेंद पर सीधा शॉट खेला। गेंद दीप्ति के पास पहुंची लेकिन चार्ली डीन गेंदबाजी छोर पर काफी आगे निकल चुकी थी और भारतीय गेंदबाज ने गलती नहीं करते हुए उन्हें रन आउट करके भारत को जीत दिला दी।

इससे पहले टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने लार्ड्स पर नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए। टीम की शुरुआत बेहद खराब रही और उसने 29 रन तक ही चार विकेट गंवा दिए थे। स्मृति और दीप्ति ने पांचवें विकेट के लिए 58 रन की साझेदारी करके पारी को संवारने की कोशिश की।

स्मृति हालांकि अर्धशतक पूरा करने के तुरंत बाद तेज गेंदबाज केट क्रॉस की गेंद पर बोल्ड हो गईं। दीप्ति को पूजा वस्त्रकार (22) के रूप में उम्दा जोड़ीदार मिला। दोनों ने सातवें विकेट के लिए 40 रन जोड़कर टीम का स्कोर 150 रन के करीब पहुंचाया। चार्ली डीन ने पूजा को पगबाधा करके इस साझेदारी को तोड़ा जिसके बाद भारतीय पारी को सिमटने में अधिक समय नहीं लगा।

दीप्ति हालांकि इससे पहले अपना अर्धशतक पूरा करने में सफल रहीं और नाबाद वापस लौटीं। इंग्लैंड की ओर से तेज गेंदबाज केट क्रॉस ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 26 रन देकर चार विकेट चटकाए। फ्रेया कैंप (24 रन पर दो विकेट) और सोफी एक्लेस्टोन (27 रन पर दो विकेट) ने भी दो-दो विकेट हासिल किए।

इंग्लैंड की खिलाड़ियों के सम्मान से भावुक झूलन ने भी मेजबान खिलाड़ियों का सम्मान स्वीकार करने के लिए कृतज्ञता में अपना दाहिना हाथ उठाया। इंग्लैंड की खिलाड़ी इस दौरान ताली बजा रहीं थी। ‘चकदा एक्सप्रेस’ के नाम से मशहूर इस खिलाड़ी के लिए दर्शकों ने भी तालियां बजाईं और उनकी हौसलाअफजाई की।

इंग्लैंड क्रिकेट ने भी झूलन के लिए एक संदेश दिया और उन्हें नवोदित क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा बताया। इंग्लैंड क्रिकेट ने ट्वीट करके कहा, ‘‘20 से अधिक वर्षों तक झूलन गोस्वामी ने प्रतिस्पर्धा पेश की है, उन्होंने शानदार गेंदबाजी की। उसने एकदिवसीय क्रिकेट में लगभग 10 हजार गेंद फेंकी हैं और उसने शायद कई युवा लड़कियों को क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित किया है। धन्यवाद झूलन, आप एक प्रेरणा हैं।’’

टॅग्स :झूलन गोस्वामीटीम इंडियाइंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्डस्मृति मंधानाहरमनप्रीत कौरआईसीसीबीसीसीआई
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