भारत के खिलाफ वेस्टइंडीज की टीम विशाखापत्तनम में बुधवार (18 दिसंबर) को दूसरे वनडे मैच के दौरान बांह पर काली पट्टी बांधे उतरी। दरअसल 1960 के दशक के महान खिलाड़ी बासिल बूचर के सम्मान वेस्टइंडीज की टीम ने ये कदम उठाया। बूचर का सोमवार को 86 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था।
गयाना के दायें हाथ के बल्लेबाज बूचर ने भारत के खिलाफ पदार्पण किया और 1969 तक 44 टेस्ट खेले। उन्होंने सात शतक और 16 अर्धशतक की मदद से 43.11 की औसत के साथ 3104 रन बनाए जिसमें उनका सर्वोच्च स्कोर 209 रन रहा।
बूचर ने 1963 में लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ 133 रन की यादगार पारी खेली। इस पारी में ब्रेक के दौरान उन्हें अपनी पत्नी के गर्भपात की खबर मिली। उन्होंने टेलीग्राम पढ़ा और दोबारा बल्लेबाजी के लिए चले गए। उन्होंने 1965 में इंग्लैंड के अपने अगले दौर पर नाटिंघम के ट्रेंटब्रिज में 209 रन की पारी खेली।
वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के कप्तान केरन पोलार्ड ने एसीए-वीडीसीए क्रिकेट स्टेडियम मे टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है। वेस्टइंडीज की टीम पहला वनडे मैच आठ विकेट से जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाए हुए है।
वेस्टइंडीज ने अपनी टीम में दो बदलाव किए हैं। मेहमान टीम ने सुनील एम्ब्रिश की जगह एविन लुइस को और हेडन वॉल्श की जगह खैरी पियरे को अंतिम एकादश में मौका दिया है। भारत ने एक बदलाव करते हुए शिवम दुबे की जगह शार्दुल ठाकुर को अंतिम एकादश में शामिल किया है।