लंदन, 02 सितंबर: साउथम्पटन में खेले जा रहे चौथे टेस्ट के तीसरे दिन शनिवार को इंग्लैंड ने अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। भारत से पहली पारी में 27 रन से पिछड़ने के बाद इंग्लैंड ने तीसरे दिन जोस बटलर (69) के अर्धशतक की मदद से 8 विकेट पर 260 रन बनाते हुए 233 रन की बढ़त हासिल कर ली है। तीसरे दिन भारत के लिए मोहम्मद शमी ने 3 जबकि इशांत शर्मा ने 2 विकेट लिए।
तीसरे दिन इशांत शर्मा को अंपायर से मिली एक चेतावनी ने भारतीय टीम की योजनाओं पर पानी फेर दिया और इंग्लैंड ने खराब शुरुआत से उबरते हुए 233 रन की बढ़त हासिल कर ली। दरअसल, इशांत शर्मा का इस टेस्ट सीरीज में बाएं हाथ के गेंदबाजों के खिलाफ राउंड द विकेट गेंदबाजी करना टीम इंडिया का मुख्य हथियार रहा है।
तीसरे दिन भी इशांत शर्मा ने यही रणनीति अपनाई लेकिन इस कोशिश में वह डेंजर एरिया (खतरनाक क्षेत्र) के करीब दौड़ रहे थे। डेंजर एरिया विकेटों के बीच का वह क्षेत्र होता है जिस पर गेंदबाजों को कदम रखने की इजाजत नहीं होती है।
सबसे पहले इंग्लैंड की पारी के 14वें ओवर में इशांत को डेंजर एरिया में दौड़ने के लिए अंपायर से चेतावनी मिली। भारत को उस समय विकेट की सख्त जरूरत थी और कप्तान कोहली ने इसलिए इशांत को पूरी ताकत से हमला करने की इजाजत दे दी थी। लेकिन 18वें ओवर में इशांत फिर से डेंजर एरिया के करीब आए और अंपायर ब्रूस ऑक्सनफोर्ड ने उन्हें दूसरी चेतावनी दे दी।
इस चेतावनी का मतलब था कि इशांत आगे इस मैच में गेंदबाजी न कर पाने से सिर्फ एक चेतावनी दूर थे। इसके बाद कोहली के पास बाएं हाथ के गेंदबाजों के खिलाफ इशांत से ओवर द विकेट गेंदबाजी कराने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा।
हालांकि ओवर द विकेट गेंदबाजी करते हुए इशांत बाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए राउंड द विकेट के मुकाबले आधे भी असरदार साबित नहीं हुए। इसका नुकसान ये हुआ कि बाएं हाथ के कीटोन जेनिंग्स ने 36 और बेन स्टोक्स ने 30 रन की पारी खेल दी।
अंपायर के इशांत को चेतावनी देने के निर्णय पर वेस्टइंडीज के पूर्व गेंदबाज माइकल होल्डिंग ने स्काई स्पोर्ट के लिए कमेंट्री करते हुए सवाल उठाए। होल्डिंग ने कहा, 'जेम्स एंडरसन बार-बार विकेट के करीब आते रहे लेकिन उन्हें चेतावनी नहीं दी गई। ये (इशांत की गेंदबाजी) निश्चित तौर पर इतना करीब नहीं था कि दूसरी चेतावनी दी जाती।'