नई दिल्ली, 24 अगस्त: इंग्लैंड के खिलाफ नॉटिंघम टेस्ट में टीम इंडिया की 203 रन से जोरदार जीत के बाद कप्तान विराट कोहली की बैटिंग और भारतीय गेंदबाजों की जमकर तारीफ हुई, लेकिन जिस एक बात की चर्चा करना लोग भूल गए वह है स्लिप में शानदार कैच लेने का कमाल। भारत ने इंग्लैंड को स्लिप में कैच लेने के मामले में पूरी तरह से पीछे छोड़ दिया और ये इस मैच का सबसे बड़ा अंतर साबित हुआ।
इसका अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि इस सीरीज में अब तक कोहली ने जिन दो पारियों में शतक लगाया है उनमें इंग्लैंड के फील्डर्स ने चार बार उन्हें जीवनदान दिया है। इंग्लैंड को स्लिप में इन कैचों को छोड़ना का कितना खामियाजा भुगतना पड़ा है, ये बताने की जरूरत नहीं है।
इंग्लैंड की टीम इस सीरीज में अब तक स्लिप में 15 कैच टपका चुकी है जबकि भारत ने बहुत कम कैच छोड़े हैं। अगर सिर्फ तीसरे टेस्ट को देखें तो भारत के लिए अकेले केएल राहुल ने ही दूसरी स्लिप में सात कैच लपक लिए। स्लिप में कैच छोड़ने की वजह से ही जेम्स एंडरसन कोहली को परेशान करने के बावजूद तीन टेस्ट मैचों में एक बार भी कोहली को आउट नहीं कर पाए हैं।
वहीं दूसरी ओर इंग्लैंड की टीम बॉलिंग मशीन से प्रैक्टिस करने के बावजूद स्लिप में कैच छोड़ती रही। बॉलिंग मशीन से गेंद छूटने के बाद उसे स्लिप की तरफ मोड़कर खिलाड़ियों से कैच की प्रैक्टिस कराई गई लेकिन असल मैच में ये काम नहीं आया और इंग्लैंड ने कई कैच टपकाए। इंग्लैंड के लिए सबसे खराब प्रदर्शन किया कीटोन जेनिंग्स ने जिन्होंने तीसरे टेस्ट में कोहली को स्लिप में दो जीवनदान दिए, जबकि एलेस्टेयर कुक और ओली पोप ने भी स्लिप में कैच छोड़े।
इंग्लैंड को स्लिप में लगातार फील्डर्स बदलने का नुकसान हुआ जबकि भारत ने अब स्लिप में अपने फील्डर्स लगभग तय कर लिए हैं और केएल राहुल, विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे स्लिप में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। कोच रवि शास्त्री ने टीम इंडिया की जीत के बाद स्लिप में लिए गए कैचों की तारीफ की। केएल राहुल के लिए स्लिप में फील्डिंग उनके लिए नैसर्गिक है क्योंकि वह अंडर-19 के दिनों में विकेटकीपिंग कर चुके हैं।
टीम इंडिया सीरीज में अभी 1-2 से पीछे है लेकिन बाकी के दो टेस्ट मैचों में स्लिप में उनके फील्डर्स का प्रदर्शन निश्चित तौर पर इंग्लैंड की मुश्किलें बढ़ाएगा।