Ind vs Eng: अजिंक्य रहाणे ने मानी बल्लेबाजों की नाकामी, कहा, 'बल्लेबाजों ने फेरा गेंदबाजों की सफलता पर पानी'

Ajinkya Rahane: भारतीय टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने कहा है कि विदेशी दौरों पर बल्लेबाज नहीं दे पाए गेंदबाजों का साथ

By अभिषेक पाण्डेय | Published: September 07, 2018 1:17 PM

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लंदन, 07 सितंबर: इंग्लैंड के खिलाफ ओवर में खेल जाने वाले पांचवें टेस्ट से पहले टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने स्वीकार किया है कि कप्तान विराट कोहली को छोड़कर भारतीय टीम की बल्लेबाजी इकाई विदेशी दौरों पर असफल रही है। 

रहाणे ने कहा पांचवें टेस्ट से पहले गुरुवार को पत्रकारों से कहा, हमें बुरा लगता है कि हमारे गेंदबाजों ने इतनी अच्छी गेंदबाजी की लेकिन हम एक बैटिंग समूह के रूप में उनका समर्थन कर पाने में असफल रहे जबकि हम एक अनुभवी समूह हैं।'

अजिंक्य ने कहा, 'हम एक बैटिंग समूह के तौर पर असफल रहे हैं। जब आप किसी दौरे पर होते हैं तो आप कड़ी मेहनत करते हैं और अच्छी तैयारी करते हैं लेकिन तब अगर एक विभाग अच्छा प्रदर्शन करता है तो दूसरे की ये जिम्मेदारी है कि वह उसका सहयोग करे।' 

इस साल दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के दो विदेशी दौरों पर एक बात स्पष्ट रूप से दिखी कि भारतीय टीम के गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया लेकिन बल्लेबाज अपनी छाप छोड़ पाने में नाकाम रहे। हालांकि इन दोनों ही दौरों पर कोहली अपवाद साबित हुए और उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में 47.66 की औसत से सर्वाधिक 286 रन और इंग्लैंड में अब तक चार टेस्ट में 68 की औसत से सर्वाधिक 544 रन बनाए हैं।

कोहली की तारीफ करते हुए रहाणे ने कहा, 'जिस तरह से विराट ने खुद को संभाला, जो निरंतरता उन्होंने दिखाई है, वह शानदार थी। कई लोग उनके बारे में कई बातें कह रहे थे, कि क्या वह इंग्लैंड में रन बनाने में कामयाब होंगे, लेकिन विराट ने अपनी क्रिकेट पर ध्यान दिया और यही बात हम उनसे सीखते हैं। एक खिलाड़ी और एक कप्तान के तौर पर हमने उनसे बहुत सीखा है।' 

रहाणे ने विदेशी दौरों पर अलग मानसिकता के साथ खेलने की वकालत की। साथउम्थटन टेस्ट में भारत निचले क्रम की खराब बल्लेबाजी, अश्विन की खराब गेंदबाजी की वजह से जीत के करीब पहुंचकर भी 60 रन से हार गया।

रहाणे ने कहा, 'भारत में खेलते हुए आप परिस्थितियां जानते हैं। अगर आप एक सत्र में कुछ गलत करते हैं तो आपके पास अगले सत्र में इसे सुधारते हुए वापसी का मौका होता है। जब आप विदेशी दौरे पर जाते हैं तो आपको हर सेशन में 100 फीसदी देना होता है-आप मुश्किल परिस्थितियों में कितना अच्छा खेल सकते हैं और उसका फायदा उठा सकते हैं और जब आप मजबूत स्थिति में होते हैं तो उस परिस्थिति को बनाए रखते हैं। इंग्लैंड ने इसे बहुत अच्छी तरह किया। जब वह मुश्किल परिस्थिति में थे तो 7, 8, 9 नंबर के बल्लेबाजों का योगदान बहुत महत्वपूर्ण था।'

रहाणे ने कहा, 'हालांकि हम अच्छी बैटिंग कर रहे थे, लेकिन वे दृढ़ बने रहें और धैर्य बनाए रखा, इसीलिए वे सीरीज में 3-1 से आगे हैं।' अजिंक्य ने कहा, 'चाहे बल्लेबाजी हो या गेंदबाजी, इंग्लैंड में धैर्य महत्वपूर्ण है।' आपको एक ही क्षेत्र में लंबे समय तक लगातार गेंदबाजी करनी होती है। एक बल्लेबाज के तौर पर, आपको लंबे समय तक गेंदें छोड़नी पड़ती हैं।' 

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