बर्मिंघम, 01 अगस्त: टीम इंडिया सीमित ओवरों की सीरीज के बाद अब बुधवार से एजबेस्टन में शुरू हो रहे पहले टेस्ट के साथ इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज की चुनौती के लिए तैयार है। भारत ने अंग्रेजों की धरती पर अपने टेस्ट डेब्यू के बाद से पिछले 86 सालों में 57 में से सिर्फ 6 टेस्ट मैच ही जीते हैं। भारत ने टेस्ट क्रिकेट में अपना डेब्यू 1932 में इंग्लैंड के खिलाफ ही किया था।
इंग्लैंड में अब तक तीन टेस्ट सीरीज ही जीता है भारत
इस दौरान भारतीय टीम इंग्लैंड की धरती पर सिर्फ तीन टेस्ट सीरीज ही जीत सकी है, जो 1971, 1986 और फिर 2007 में मिली। इंग्लैंड की धरती पर भारत को आखिरी बार टेस्ट सीरीज जीत 11 साल पहले राहुल द्रविड़ की कप्तानी में मिली थी। उस सीरीज जीत के बाद भारतीय टीम पिछली दो सीरीज बड़े अंतर से गंवा चुकी है। धोनी की कप्तानी में उसे 2011 में 4-0 से और 2014 में 3-1 से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी।
एजबेस्टन में अब तक छह में से पांच मैच गंवा चुका है भारत
यही नहीं एजबेस्टन के जिस मैदान पर विराट कोहली ऐंड कंपनी को पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का अभियान शुरू करना है, भारत उस मैदान पर अब तक कोई टेस्ट मैच जीता ही नहीं है। भारत ने अब तक एजबेस्टन में पांच टेस्ट मैच खेले हैं और उनमें से उसे पांच में शिकस्त मिली है जबकि एक मैच ड्रॉ रहा था। भारतीय टीम इंग्लैंड में पिछले 10 मैचों में सिर्फ एक जीती है और एक ड्रॉ करा सकी है।
पहले टेस्ट में नजरें कोहली और कुलदीप पर
विराट कोहली की कप्तानी में ये टीम इंडिया का पहला इंग्लैंड दौरा है और इस टीम की नजरें सीरीज जीतकर इतिहास रचने पर होंगी। कोहली हालांकि 2014 में अपने पहले इंग्लैंड दौरे पर फ्लॉप रहे थे और पांच टेस्ट मैचों की 10 पारियों में अब तक 13.40 की औसत से 134 रन ही बना सके थे। लेकिन तब से कोहली काफी बेहतर बल्लेबाज बन चुके हैं और वर्तमान में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं। कोहली की बैटिंग इस सीरीज में काफी हद तक भारतीय टीम की संभावनाएं तय करेगी।
इसके अलावा भारतीय टीम ओपनर शिखर धवन और चेतेश्वर पुजारा की खराब फॉर्म से भी जूझ रही है। टीम के दो स्टार गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह चोटिल हैं। लेकिन उसके पास इशांत शर्मा, उमेश यादव और मोहम्मद शमी जैसे बेहतरीन गेंदबाज हैं जो विदेशी धरती पर अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब रहे हैं। स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन का भारत के बाहर फीका प्रदर्शन भी चिंता का सबब है। बाएं हाथ के गेंदबाज रवींद्र जडेजा भी टीम में हैं लेकिन नजरें टी20-वनडे सीरीज में दमदार प्रदर्शन करने वाले कुलदीप यादव पर हैं, जो इंग्लैंड के लिए अबूझ पहेली बने हुए हैं।
इंग्लैंड का हाल में टेस्ट मैचों में फीका रहा है प्रदर्शन
इंग्लैंड की टीम का टेस्ट सीरीज में प्रदर्शन पिछले एक साल के दौरान फीका रहा है और उसने सितंबर 2017 के बाद से अपने पिछले नौ टेस्ट मैचों में से सिर्फ एक में जीत दर्ज की है। घर पर अपनी पिछली टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड की टीम पाकिस्तान के खिलाफ 1-1 से मैच ड्रॉ ही करा पाई। कप्तान जो रूट 2016 में पाकिस्तान के खिलाफ 254 रन की पारी खेलने के बाद से पिछली 23 पारियों में तीन बार ही अर्धशतक को शतक में बदल पाए हैं। ओपनर एलेस्टेयर कुक ने हाल ही में इंडिया ए के खिलाफ 180 रन की शानदार पारी खेली है।
कीटोन जेनिंग्स को उनका जोड़ीदार बनाया गया है। इसके अलावा तमाम आलोचनाओं के बावजूद स्पिनर आदिल राशिद को प्लेइंग इलेवन में जगह दी गई है। तेज गेंदबाजी का जिम्मा जेम्स एंडरनस, स्टुअर्ट ब्रॉड और सैम कूरन के जिम्मे होगा। साथ ही ऑलराउंडर बेन स्टोक्स भी अंतिम एकादश में शामिल हैं।
मैच की तारीख: 01 अगस्त-05 अगस्त
मैच का समय: 3.30 PM (भारतीय समयानुसार)
मैच स्थान: एजबेस्टन, बर्मिंघम
पहले तीन टेस्ट मैचों के लिए भारतीय टीम इस प्रकार है:
विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, लोकेश राहुल, दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर), कुलदीप यादव, हार्दिक पंड्या, उमेश यादव, शार्दुल ठाकुर, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, करुण नायर, ऋषभ पंत, रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह, इशांत शर्मा और मोहम्मद शमी।