नई दिल्ली: टीम इंडिया जब 6 दिसंबर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलने उतरेगी तो सभी की नजर भारतीय कप्तान विराट कोहली पर होगी। भारत ने ऑस्ट्रेलिया में कभी कोई टेस्ट सीरीज नहीं जीता है लेकिन फैंस को उम्मीद है कि कोहली के नेतृत्व में टीम इंडिया इस बार कमाल करने में कामयाब होगी। भारतीय टीम की सफलता बहुत हद तक कोहली के निजी प्रदर्शन पर भी निर्भर होगी जो हाल के वर्षों में शानदार फॉर्म में रहे हैं।
एेडिलेड में कोहली करेंगे कमाल
भारत को पहला टेस्ट एेडिलेड ओवल में खेला जाना है। कोहली जब बैटिंग करने उतरेंगे तो उन पर खास नजर होगी। दरअसल, कोहली का इस मैदान पर रिकॉर्ड दमदार है। कोहली ने इस मैदान पर दो टेस्ट मैच खेले हैं और 98.50 की औसत से 394 रन बनाये हैं। इसमें तीन शतक शामिल हैं।
कोहली का यह औसत ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज डॉन ब्रैडमैन की याद दिलाता है। ब्रैडमैन का इंटरनेशनल टेस्ट मैचों में बल्लेबाजी औसत 99.94 है। जाहिर है कोहली का इस मैदान पर रिकॉर्ड निश्चित तौर पर ऑस्ट्रेलिया के लिए खतरे की घंटी है। वैसे, कोहली के इस साल के रिकॉर्ड को देखें तो दक्षिण अफ्रीकी दौरे से लेकर इंग्लैंड दौरे और फिर वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में उनका प्रदर्शन कमाल का रहा है। इसी साल की शुरुआत में दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर तीन टेस्ट मैचों में कोहली ने 47.67 की और से 286 रन बनाये थे। इस दौरान उन्होंने एक शतक जमाया था। कोहली इस सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे थे।
इसके बाद कोहली ने इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट मैचों में 10 पारियों में करीब 60 की औसत से 593 रन बनाये। इसमें दो शानदार शतक शामिल हैं। ऐसे ही वेस्टइंडीज के खिलाफ भी कोहली का बल्ला भारत में खूब बोला। कोहली ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दो पारियों में 184 रन बनाये। वहीं, हाल में ऑस्ट्रेलिया-इलेवन के खिलाफ प्रैक्टिस मैच में भी कोहली ने 87 गेंदों पर 64 रन बनाये।
बताते चलें कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट से पूर्व पृथ्वी शॉ के चोटिल होने के कारण भारतीय टीम को करार झटका लगा है। वह पहले टेस्ट से बाहर हो चुके हैं और भारतीय टीम के सामने नई ओपनिंग कॉम्बिनेशन चुनने की चुनौती है।