IND vs ENG, 5th Test Day 5: इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट में भारत की जीत के नायक मोहम्मद सिराज ने कहा कि मुझे हमेशा से खुद पर भरोसा था कि किसी भी स्थिति में टीम को जीत दिला सकता हूं। मैं बस यही सोच रहा था कि मुझे सही जगह पर गेंदबाजी करनी चाहिए। सिराज ने 5 मैच में 185.3 ओवर की गेंदबाजी की और 23 विकेट अपने नाम किया। सीरीज में 1113 गेंद डाली और सबसे अधिक विकेट लेने वाले खिलाड़ी हैं। इस दौरान 746 रन दिए। सच कहूँ तो, मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं (ब्रुक) का कैच लपककर रस्सी पर पैर रख दूँगा। यह मैच बदलने वाला पल था। हाँ, मुझे हमेशा खुद पर भरोसा था कि मैं टीम के लिए ऐसा करूँगा। सच कहूँ तो, यह अद्भुत लग रहा है। हम पहले दिन से ही कड़ी टक्कर देना चाहते थे और यह परिणाम देखना शानदार है।
मोहम्मद सिराज ने कहा कि हमारी योजना इसे सरल रखने और एक ही जगह पर गेंद मारने की थी। आज जब मैं उठा तो मुझे विश्वास था कि मैं यह कर सकता हूँ। मैंने गूगल से एक तस्वीर ली और उसे अपने वॉलपेपर पर लगा लिया कि मैं यह कर सकता हूँ। अगर मैंने वह (ब्रुक) कैच ठीक से पकड़ लिया होता।
तो शायद हमें आज यहाँ आने की ज़रूरत ही न पड़ती। लेकिन ब्रुक ने वाकई शानदार खेला। यह दिल तोड़ने वाला पल था। वह बस मुझे गेंद को बीच में रखने के लिए कह रहे थे। अपने पिता को और यहाँ तक पहुँचने के लिए की गई आपकी कड़ी मेहनत को याद करो। इंग्लैंड के खिलाफ निर्णायक पांचवें टेस्ट में भारत की जीत के शिल्पकार रहे तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने कहा कि उन्हें हमेशा से यकीन था कि वह किसी भी स्थिति से टीम को जीत दिला सकते हैं और उन्होंने यही किया । इंग्लैंड को आखिरी दिन मैच और श्रृंखला जीतने के लिये 35 रन और भारत को चार विकेट की जरूरत थी।
इस मैच से पहले श्रृंखला में 2-1 से आगे इंग्लैंड ने जीत के लिए ओवल मैदान पर रिकॉर्ड 374 रन का पीछा करते हुए रविवार को चौथे दिन का खेल खत्म होने तक छह विकेट पर 339 रन बना लिये थे। सिराज ने आखिरी चार में से तीन विकेट चटकाकर भारत को छह रन से अविस्मरणीय जीत दिलाई। उन्होंने दूसरी पारी में 30 . 1 ओवर में 104 रन देकर पांच विकेट चटकाये ।
उन्होंने मैच के बाद कहा ,‘‘मुझे हमेशा से यकीन था कि किसी भी स्थिति से जीत दिला सकता हूं और सुबह यही किया ।’’ हैदराबाद के इस तेज गेंदबाज ने कहा ,‘‘ मेरी एक ही रणनीति थी कि सही जगह पर गेंद डालनी है । इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि विकेट मिलते हैं या रन जाते हैं ।’’
चौथे दिन रविवार को शतक जमाने वाले हैरी ब्रूक का कैच छोड़ने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा ,‘‘जब मैने गेंद लपकी तो लगा नहीं था कि सीमारेखा को छू लूंगा । यह मैच पलटने वाला पल था । ब्रूक टी20 अंदाज में बल्लेबाजी कर रहा था । हम मैच में पीछे थे लेकिन अल्लाह का शुक्र है ।’’