IND vs ENG 2024: उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाने के कारण निराशा हुई, गिल ने कहा- चार स्पिनरों ने तीन टेस्ट में 36 और तेज गेंदबाज ने 22 विकेट झटक कर अंतर पैदा किया...

IND vs ENG 2024: मुझ पर खास प्रभाव नहीं पड़ता लेकिन मैंने जो उम्मीदें खुद से लगाई थी उन पर खरा नहीं उतर पाने के कारण मैं थोड़ा निराश था।

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 21, 2024 10:07 PM

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ठळक मुद्देअपनी अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर पाना थोड़ा मुश्किल था।मुझे नहीं लगता कि इससे मेरी मानसिकता बदली। भारत ए और रणजी ट्रॉफी के कुछ मैच में तीसरे और चौथे नंबर पर बल्लेबाजी की थी।

IND vs ENG 2024: शुभमन गिल के सामने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला से पहले कुछ चुनौतियां थी, जिनमें फॉर्म में वापसी करना भी शामिल था क्योंकि अपनी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाने के कारण वह निराश थे। गिल के लिए भारतीय बल्लेबाजी क्रम में तीसरे नंबर पर उतरना नया अनुभव था। उन्होंने इस नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए अभी तक पांच मैच की श्रृंखला के पहले तीन मैच में 252 रन बनाए हैं जिसमें विशाखापत्तनम में खेली गई 104 रन की पारी और राजकोट में बनाए गए 91 रन भी शामिल हैं। गिल ने बुधवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘‘अपनी अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर पाना थोड़ा मुश्किल था। जब बाहर बैठे लोग इस बारे में बात करते हैं तो मुझ पर खास प्रभाव नहीं पड़ता लेकिन मैंने जो उम्मीदें खुद से लगाई थी उन पर खरा नहीं उतर पाने के कारण मैं थोड़ा निराश था।’’

उन्होंने कहा,‘‘आप निश्चित तौर पर खुद से कुछ अपेक्षाएं रखते हैं लेकिन मुझे नहीं लगता कि इससे मेरी मानसिकता बदली। मैं अब भी स्वयं से इस तरह की उम्मीदें रखता हूं। यह इस बात से जुड़ा है कि आप उन्हें कितनी जल्दी भूल पाते हैं और अगली चुनौती के लिए तैयार रहते हैं। एक बड़े खिलाड़ी और एक औसत खिलाड़ी के बीच यही अंतर होता है।’’

इस 24 वर्षीय खिलाड़ी ने लगातार 11 पारियों में एक भी अर्धशतक नहीं लगाया। इनमें पिछले महीने इंग्लैंड के खिलाफ खेला गया हैदराबाद टेस्ट भी शामिल है जिसमें उन्हें पहली बार पारी का आगाज करने के बजाय तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए उतरना पड़ा। गिल ने कहा कि तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करना उनके लिए अलग तरह की चुनौती थी भले ही वह घरेलू मैचों में इस नंबर पर बल्लेबाजी कर चुके थे। उन्होंने कहा,‘‘मैं भारत ए और रणजी ट्रॉफी के कुछ मैच में तीसरे और चौथे नंबर पर बल्लेबाजी की थी।

यह ऐसा नहीं था जो मैंने पहले अपनी जिंदगी में नहीं किया हो। इसके लिए मैंने अपनी बल्लेबाजी में बहुत अधिक तकनीक बदलाव ही नहीं किये।’’ गिल ने कहा,‘‘लेकिन जब आप पारी की शुरुआत करते हो तो परिस्थितियां भिन्न होती हैं क्योंकि आपको सोचने का ज्यादा समय नहीं मिलता और टॉस के तुरंत बाद आपको बल्लेबाजी करनी होती है। आपको बल्लेबाजी में लय बनानी होती है।’’

उन्होंने कहा,‘‘लेकिन जब आप तीसरे या चौथे नंबर पर बल्लेबाजी कर रहे होते हैं तो आपको उस समय की परिस्थितियों के अनुसार खेलना पड़ता है। अगर एक दो विकेट जल्दी गिर गए तो आपको पारी संवारनी होती है। सलामी बल्लेबाज के रूप में आप अपने हिसाब से खेलते हैं लेकिन मध्यक्रम में आपको परिस्थितियों के अनुसार खेलना होता है।’’

तेज गेंदबाजों ने इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला में अंतर पैदा किया: गिल

शीर्ष क्रम के बल्लेबाज शुभमन गिल का मानना है कि भले ही पिचें भारतीय तेज गेंदबाजों के पूरी तरह से पक्ष में नहीं रही हों लेकिन महत्वपूर्ण मौकों पर विकेट झटकने की उनकी काबिलियत ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में काफी अंतर पैदा किया। आर अश्विन (11 विकेट), रविंद्र जडेजा (12 विकेट), कुलदीप यादव (आठ विकेट) और अक्षर पटेल (पांच विकेट) इन सभी चार स्पिनरों ने मिलकर तीन टेस्ट में 36 विकेट चटकाये हैं लेकिन भारतीय तेज गेंदबाज अभी तक 22 विकेट हासिल कर पाये हैं।

हालांकि विकेटों की संख्या भले ही स्पिनरों के पक्ष में हो लेकिन गिल ने कहा कि तेज गेंदबाजों ने परिस्थितियों के अनुसार अच्छी गेंदबाजी कर टीम को आगे बनाये रखा। गिल ने शुक्रवार से शुरू होने वाले चौथे टेस्ट से पहले आयोजित मीडिया बातचीत के दौरान कहा, ‘‘हम भारत में जहां खेलें, विकेट स्पिनरों को थोड़ा मदद करते हैं।

एश (अश्विन) भाई और जड्डू (जडेजा) भाई वैसे भी विकेट ले ही लेंगे लेकिन जिस तरह से हमारे तेज गेंदबाजों ने गेंदबाजी की है, उससे इस श्रृंखला में अंतर पैदा हुआ है। ’’ भारत हालांकि रांची टेस्ट में जसप्रीत बुमराह के बिना होगा क्योंकि इस मुख्य तेज गेंदबाज को कार्यभार प्रबंधन के अंतर्गत आराम दिया गया है।

उन्होंने अभी तक तीन टेस्ट में 17 विकेट झटके हैं और भारतीय गेंदबाजों में शीर्ष पर चल रहे हैं। लेकिन गिल ने कहा कि अन्य तेज गेंदबाजों को पास भी इन हालात का काफी अनुभव है जिससे वे प्रभाव डाल सकते हैं जिसके लिए उन्होंने मोहम्मद सिराज का उदाहरण दिया जिन्होंने राजकोट में चार विकेट झटके थे।

गिल ने कहा, ‘‘जैसा कि मैंने विराट भाई के बारे में कहा है, अगर ‘बूम’ भाई जैसा गेंदबाज नहीं खेल रहा है तो किसी भी टीम को उसकी कमी खलेगी, विशेषकर तब जब वह हमारे तेज गेंदबाजी आक्रमण का अगुआ हो। लेकिन अगर आप देखें तो सिराज ने पिछले मैच में अहम मौके पर चार विकेट लिये थे। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसलिये मुझे लगता है कि सभी तेज गेंदबाजों के पास भारतीय परिस्थितियों का काफी अनुभव है, विशेषकर रिवर्स स्विंग गेंदबाजी का। ’’ गिल ने कहा कि कोहली और बुमराह जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की अनुपस्थिति युवा खिलाड़ियों के लिए बड़े मंच पर अपनी काबिलियत साबित करने का बेहतरीन मौका है।

उन्होंने सरफराज खान का उदाहरण दिया जिन्होंने राजकोट में पदार्पण टेस्ट में दो अर्धशतक जमाये। गिल ने कहा, ‘‘विराट भाई पिछले तीन टेस्ट से हमारे साथ नहीं हैं, उनके जैसे दिग्गज खिलाड़ी की अनुपस्थिति से काफी असर पड़ता है। लेकिन मुझे लगता है कि सरफराज ने अच्छा खेल दिखाया।

इसलिये मुझे लगता है कि खिलाड़ी मिले मौकों का अच्छा फायदा उठा रहे हैं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘युवा खिलाड़ियों को विराट भाई या बुमराह भाई के नहीं होने से मौका मिला। इसलिये ये युवा जानते हैं कि यह मौका ज्यादा लंबे समय तक नहीं रहेगा इसलिये वे प्रत्येक मौके में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश कर रहे हैं। ’’

यशस्वी जायसवाल ऐसे ही खिलाड़ियों में से एक हैं जिसने मिले मौके का पूरा फायदा उठाया। जायसवाल पारी का आगाज करते हुए अब तक 546 रन बना चुके हैं जिसमें लगातार दो दोहरे शतक शामिल हैं। इससे वह इस श्रृंखला में सर्वाधिक रन जुटाने वाले खिलाड़ियों में शीर्ष पर चल रहे हैं।

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