भारत के पूर्व खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर के आलोचना के बाद ऑस्ट्रेलियाई कोच जस्टिन लैंगर ने अपनी टीम का बचाव किया कहा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम अभी युवा है, खासकर बल्लेबाजी विभाग। वे समय के साथ लंबे प्रारूप में खेलने की कला सीखेंगे। बता दें कि सचिन तेंदुलकर ने ऐडिलेड में खेले जा रहे मैच के दूसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के रक्षात्मक खेल की आलोचना की और कहा था कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज का रक्षात्मक मानसिकता मैंने कभी नहीं देखा है।
सचिन की इस आलोचना के बाद जस्टिन लैंगर फॉक्स क्रिकेट को बताया, 'सचिन तेंदुलकर ने जिस टीम के साथ खेला है उसमें एलन बॉर्डर और डेविड बून, स्टीव वॉ, मार्क वॉ और रिकी पोंटिंग खेलते थे। जिनके पास टेस्ट मैच का अनुभव था और वे अपने खेल को जानते थे। वे अपने खेल में सहज थे और उन्हें पता था कि उनसे क्या उम्मीद है।
लैंगर ने कहा कि इस समय हमारी जो टीम है वो टेस्ट में काफी अनुभवहीन है। वे खिलाड़ी जितना कर सकते है उतना फाइट कर रहे हैं। हमारे खिलाड़ी हमेशा स्कोर करना चाहते हैं, लेकिन ये विकेट कठीन है और आउटफील्ड काफी धीमा है। हमें धैर्य रखना होगा। हम उन्हें 30 या 50 मैचों का टेस्ट मैच अनुभव नहीं दे सकते। उन्हें इसे अर्जित करना है।
बता दें कि अपने घरेलू मैदान पर ऑस्ट्रेलियाई टीम की बैटिंग को दबाव में देखकर महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर भी हैरान दिखे और उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई बैटिंग पर ट्वीट किया, 'भारतीय टीम को इस परिस्थिति का फायदा उठाना चाहिए और पकड़ ढीली नहीं करनी चाहिए। घर में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज का रक्षात्मक मानसिकता मैंने कभी नहीं देखा है। रविचंद्रन अश्विन बहुत प्रभावी हैं और टीम को टॉप पर रहनें में भूमिका निभाई है।'
भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलियाई टीम अपनी पहली पारी में मैच के दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक 7 विकेट गंवाकर 191 रन बनाए थे। वहीं तीसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई टीम 235 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। वहीं इससे पहले भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी में 250 रन बनाए थे।