Highlightsआयरलैंड के टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया।श्रीलंका मंगलवार को पर्थ में आस्ट्रेलिया से भिड़ेगी।लाहिरू कुमारा, धनंजय डि सिल्वा, चामिका करुणारत्ने, बिनुरा फर्नांडो ने एक-एक विकेट झटके।
ICC T20 World Cup 2022: श्रीलंकाई कप्तान दासुन शनाका ने रविवार को टी20 विश्व कप मैच में आयरलैंड मिली नौ विकेट की जीत का श्रेय स्पिनरों को देते हुए कहा कि ‘डेथ ओवरों’ में स्पिन विकल्प रखना कारगर रहा।
श्रीलंका की महीश तीक्षणा (19 रन देकर दो विकेट) और वानिंदु हसारंगा (25 रन देकर दो विकेट) की जोड़ी ने शानदार प्रदर्शन किया जिससे आयरलैंड की टीम आठ विकेट पर 128 रन ही बना सकी। शनाका ने मैच के बाद कहा, ‘‘जिस तरह से हम मैच खेले, उससे बहुत खुश हूं। हम जानते थे कि स्पिन बड़ी भूमिका निभायेगा, इसलिये हमने अंत की ओर काफी स्पिन गेंदबाजी करायी। ’’
कुसाल मेंडिस ने 43 गेंद में 68 रन की नाबाद अर्धशतकीय पारी खेली जिससे श्रीलंका ने आसानी से जीत दर्ज की। शनाका ने कहा, ‘‘वह इस साल निरंतर रहा है, वह ज्यादातर समय परिस्थितियों के हिसाब से खेलना है। उसमें काफी सुधार हुआ है। यही निरंतरता की श्रीलंका को लंबे समय से जरूरत थी। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘डेथ ओवर में गेंदबाजी हमारी अहम चीज है और शुरुआत ही महत्वपूर्ण है। हमने काफी अच्छा काम किया। इसी आत्मविश्वास से आगे बढ़ना जारी रखेंगे। ’’ आयरलैंड के कप्तान एड्रयू बालबर्नी टीम के बल्लेबाजी प्रयास से निराश थे।
उन्होंने कहा, ‘‘हम जानते थे कि वे खतरा होंगे। इसमें स्पिन ही नहीं बल्कि स्टंप और बल्ले से काफी चुनौतियां थीं। हम 160 रन के करीब बनाना चाहते थे। हम जानते थे कि वे खतरा होंगे लेकिन आपको पहले या फिर दूसरी पारी में अच्छी बल्लेबाजी करनी ही पड़ेगी। ’’
आयरलैंड के लिये हैरी टेक्टर 42 गेंद में 45 रन (दो चौके, एक छक्का) बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे जबकि पॉल स्टरलिंग ने 25 गेंद में 34 रन (चार चौके और दो छक्के) का योगदान दिया। इस छोटे लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका को कोई दबाव महसूस नहीं हुआ। क्वालीफाइंग राउंड के पहले मैच में कमजोर नामीबिया से हारने वाली टीम ने पांच ओवर रहते एक विकेट पर 133 रन बनाकर जीत हासिल की।
कुसाल मेंडिस ने 43 गेंद में नाबाद 63 रन बनाये जबकि चरिथ असालंका ने 22 गेंद में नाबाद 31 रन का योगदान किया। धनंजय डिसिल्वा ने भी 25 गेंद में 31 रन की पारी खेली। आयरलैंड की टीम लगातार सातवां विश्व कप खेल रही है लेकिन यह दूसरी बार है जब वह टूर्नामेंट के फाइनल राउंड तक पहुंची है। इससे पहले वह इंग्लैंड में 2009 चरण में सुपर आठ तक पहुंचे थे।