नई दिल्ली, 25 अप्रैल: अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने रेप के मामले में सजा पाए आसाराम के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक पुराने वीडियो को बुधवार को अपने ट्विटर हैंडल से रीट्वीट किए जाने पर माफी मांगी है। साथ ही आईसीसी ने इस विवादित ट्वीट को भी हटा दिया है।
इससे बाद आईसीसी ने पूरे घटनाक्रम पर माफी मांगते हुए ट्वीट किया, 'आईसीसी अपने ट्विटर हैंडल से क्रिकेट से अलग विषय़ पर ट्वीट होने से निराश है। हम उन सभी लोगों से माफी मांगते हैं जिन्हें इस ट्वीट से दुख हुआ, जो बेहद कुछ समय के लिए हमारे हैंडल पर था। हमने इस बात की जांच शुरू कर दी है कि ये सबकुछ कैसे हुआ।'
आईसीसी से क्या हुई गलती
दरअसल, आसाराम पर फैसला बुधवार दोपहर आया। इसके कुछ देर बाद ही आईसीसी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से सोशल मीडिया पर वायरल आसाराम के साथ पीएम मोदी का एक पुराना वीडियो रीट्विट हुआ। इसके बाद सोशल मीडिया पर इसे लेकर आलोचना शुरू हो गई। आईसीसी को जब विवाद के बारे में मालूम चला तो उसने तत्काल ट्वीट हटाते हुए माफी मांग ली। हालांकि, इस बीच विवादित ट्वीट के स्क्रिन शॉट जमकर सोशल मीडिया पर शेयर किए गए और आईसीसी की आलोचना भी हुई।
गौरतलब है कि जोधपुर के एक कोर्ट ने बुधवार को आसाराम को एक नाबालिग लड़की से बलात्कार के दोष में उम्रकैद की सजा सुनाई है। इसके साथ ही इस मामले में आरोपी रहे शिल्पी और शरद को 20-20 साल की जेल की सजा सुनाई है। आसाराम पर उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की एक नाबालिग से बलात्कार करने का आरोप था। यह लड़की मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में आसाराम के आश्रम में पढ़ाई कर रही थी।
पीड़िता का आरोप था कि आसाराम ने जोधपुर के निकट मनई आश्रम में उसे बुलाया था और 15 अगस्त 2013 को उसके साथ दुष्कर्म किया था।