Gautam Gambhir Clarifies Shreyas Iyer: 44, 78 और 59 रन की आक्रामक पारी?, चैंपियंस ट्रॉफी में कमाल करेगा अय्यर, कोच गौतम गंभीर ने कहा- ‘योजनाओं’ का हिस्सा था

Gautam Gambhir Clarifies Shreyas Iyer: इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई श्रृंखला में भारत की 3-0 की जीत के दौरान अय्यर शानदार फॉर्म में दिखे।

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: February 13, 2025 18:36 IST

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ठळक मुद्देपलटवार करते हुए 36 गेंद में 59 रन की आक्रामक पारी खेली।विराट कोहली घुटने में दर्द के कारण मैच से बाहर हो गए।अगले दो मैच में कोहली की वापसी पर उन्हें बाहर किया जा सकता है।

Gautam Gambhir Clarifies Shreyas Iyer: भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने इन अटकलों को खारिज किया कि श्रेयस अय्यर को उनके शानदार फॉर्म के बावजूद एकदिवसीय टीम से बाहर रखा गया है। उन्होंने कहा कि लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाला दाएं हाथ का यह बल्लेबाज हमेशा ‘योजनाओं’ का हिस्सा था और इस महीने होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में वह महत्वपूर्ण खिलाड़ी होंगे। इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई श्रृंखला में भारत की 3-0 की जीत के दौरान अय्यर शानदार फॉर्म में दिखे।

नागपुर में 249 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत के 19 रन पर दो विकेट गंवाने के बाद उन्होंने पलटवार करते हुए 36 गेंद में 59 रन की आक्रामक पारी खेली। उन्होंने अगले दो मैच में 44 और 78 रन बनाए। पहले मैच के बाद अय्यर ने यह कहकर हलचल मचा दी थी कि उन्हें टीम में तभी शामिल किया गया जब विराट कोहली घुटने में दर्द के कारण मैच से बाहर हो गए।

इससे यह अटकलें लगाई जाने लगीं कि अगले दो मैच में कोहली की वापसी पर उन्हें बाहर किया जा सकता है। बुधवार को तीसरे और अंतिम मैच के बाद गंभीर ने कहा, ‘‘पूरी श्रृंखला के दौरान उन्हें बाहर बैठाने की योजना नहीं थी। हम पहले मैच में यशस्वी (जायसवाल) को मौका देना चाहते थे और देखना चाहते थे कि वह क्या कर सकते हैं क्योंकि ऑस्ट्रेलिया में वह बहुत अच्छी फॉर्म में थे।’’

अय्यर को आखिरकार जायसवाल पर तरजीह दी गई और गंभीर ने उन्हें टीम में ‘महत्वपूर्ण खिलाड़ी’ बताया। गंभीर ने कहा, ‘‘मुझे पता है कि आप किसी (जायसवाल) को एक पारी से नहीं आंक सकते। लेकिन हम हमेशा से जानते थे कि श्रेयस हमारे लिए महत्वपूर्ण खिलाड़ी होने जा रहे हैं। कभी-कभी जब आपके पास केवल तीन मैच होते हैं तो आप सभी खिलाड़ियों को मौका देना चाहते हैं।’’

चैंपियन्स ट्रॉफी 19 फरवरी से शुरू होगी जिसमें भारत का पहला मुकाबला 20 फरवरी को दुबई में बांग्लादेश से होगा। गंभीर का मानना ​​है कि अगर कोई बाहर होता है तो किसी अन्य के लिए सुनहरा मौका बनता है। उन्हें उम्मीद है कि हर्षित राणा और अर्शदीप सिंह जैसे खिलाड़ी जिम्मेदारी लेकर तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के चैंपियन्स ट्रॉफी से चोट के कारण बाहर होने से पैदा हुई कमी को पूरा करेंगे।

पिछले साल भारत की टी20 विश्व कप जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले बुमराह ने फाइनल में अहम स्पेल सहित 15 विकेट लिए थे लेकिन पीठ की समस्या के कारण आठ टीमों की प्रतियोगिता से बाहर हो गए हैं। गंभीर ने कहा, ‘‘किसी का अवसर चूकना किसी और के लिए एक बड़ा अवसर हो सकता है। खेल में ऐसा ही होता है।

उम्मीद है कि ये खिलाड़ी (राणा, अर्शदीप और मोहम्मद शमी) अच्छा प्रदर्शन करेंगे और टीम के लिए काम करेंगे।’’ बुमराह की जगह लेने वाले राणा ने अच्छा प्रदर्शन किया है और उन्हें मंगलवार रात चैंपियनस ट्रॉफी की टीम में शामिल किया गया। गंभीर ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि खिलाड़ियों ने कुछ अच्छे संकेत दिए हैं।

हर्षित ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। अर्श (अर्शदीप) ने आज (बुधवार) भी बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। बेशक आपको जसप्रीत बुमराह जैसे गेंदबाज की हमेशा कमी खलेगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन फिर मोहम्मद शमी जैसे किसी खिलाड़ी का अपने अनुभव और गुणवत्ता के साथ वापस आना हमेशा अच्छा होता है।’’

यह पूछे जाने पर कि क्या बुमराह की अनुपस्थिति विपक्षी टीमों को भारत पर कोई मनोवैज्ञानिक लाभ देगी, गंभीर ने कहा, ‘‘हम इसमें कुछ नहीं कर सकते। अगर वह उपलब्ध नहीं है, तो वह उपलब्ध नहीं है। अगर वह चोटिल है, तो वह चोटिल है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘चाहे मैं हूं या कप्तान, हम इस बारे में अधिक कुछ नहीं कर सकते।

हम जानते हैं कि वह बहुत महत्वपूर्ण खिलाड़ी है लेकिन जैसा कि मैंने अभी कहा कि हर्षित, अर्श (और) मोहम्मद शमी जैसे खिलाड़ी जिम्मेदारी लेंगे।’’ गंभीर ने कहा कि पहले दो एकदिवसीय में ऑलराउंडर अक्षर पटेल को नंबर पांच पर बल्लेबाजी कराने का मुख्य उद्देश्य टीम में बाएं हाथ के बल्लेबाज को शामिल करना था।

उन्होंने कहा, ‘‘क्रिकेट इसी तरह खेला जाना चाहिए। मुझे पता है कि बहुत से लोग इसके बारे में बात करते हैं लेकिन हमें इसी तरह खेलना चाहिए और इसी तरह क्रिकेट खेला जाना चाहिए।’’ गंभीर ने पूछा, ‘‘यह बल्लेबाजी क्रम के बारे में नहीं है, यह इस बारे में है कि कौन किस तरह का प्रभाव डाल सकता है। अगर आपके पास मध्यक्रम में एक स्तरीय बाएं हाथ के बल्लेबाज को उतारने का विकल्प है तो आप ऐसा क्यों नहीं करेंगे? आप शीर्ष पांच में सभी दाएं हाथ के बल्लेबाज क्यों रखना चाहेंगे?’’

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