न्यूजीलैंड के पूर्व ऑलराउंडर क्रिस केर्न्स की हालत खराब, लड़ रहे जिंदगी की जंग, लाइफ सपोर्ट पर

Chris Cairns Admitted in Hospital: 1989 से 2006 के बीच 62 टेस्ट, 215 वनडे और दो टी20 में न्यूजीलैंड का प्रतिनिधित्व किया।

By सतीश कुमार सिंह | Updated: August 10, 2021 15:59 IST2021-08-10T15:11:18+5:302021-08-10T15:59:42+5:30

Former New Zealand all-rounder Chris Cairns  life support after sudden collapse | न्यूजीलैंड के पूर्व ऑलराउंडर क्रिस केर्न्स की हालत खराब, लड़ रहे जिंदगी की जंग, लाइफ सपोर्ट पर

2000 में विजडन ने साल के 5 सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी भी चुना था।

Highlightsपूर्व कप्तान क्रिस केर्न्स को ऑस्ट्रेलिया के अस्पताल में लाइफ सपोर्ट पर रखा है। 51 साल के क्रिस के शरीर में मुख्य धमनी की अंदरूनी परत फट गई है। 51 वर्षीय दिग्गज अपनी पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडरों में से एक थे।

Chris Cairns Admitted in Hospital: न्यूजीलैंड के पूर्व ऑलराउंडर क्रिस केर्न्स का हालत बेहद ही खराब है। 51 साल के क्रिस के शरीर में मुख्य धमनी की अंदरूनी परत फट गई है। 

पूर्व कप्तान क्रिस केर्न्स को ऑस्ट्रेलिया के अस्पताल में लाइफ सपोर्ट पर रखा है। अस्पताल में रहते हुए केर्न्स के कई ऑपरेशन हुए, उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। क्रिस केर्न्स को इमरजेंसी के हालात में बीते सप्ताह ही कैनबरा के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। 

51 वर्षीय दिग्गज अपनी पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडरों में से एक थे। वह दाएं हाथ के बल्लेबाज और दाएं हाथ के मध्यम गति के गेंदबाज थे। उन्होंने 1989 से 2006 के बीच 62 टेस्ट, 215 वनडे और दो टी20 में न्यूजीलैंड का प्रतिनिधित्व किया।

क्रिस केर्न्स पर एक बार मैच फिक्सिंग के आरोप लगे थे। 2004 में बतौर ऑलराउंडर 200 विकेट और 3 हजार रन बनाने वाले छठे खिलाड़ी बने थे। 2000 में विजडन ने साल के 5 सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी भी चुना था। 2002 में भारत के खिलाफ फाइनल मैच मुंह से छीन लिया था।

उनके पिता लांस केर्न्स ने भी न्यूजीलैंड का प्रतिनिधित्व किया। वर्ष 2008 में अब भंग हो चुकी इंडियन क्रिकेट लीग में खेलने के दौरान मैच फिक्सिंग के आरोपों का सामना करने वाले 51 साल के केर्न्स ने खुद को निर्दोष साबित करने के लिए कई कानूनी लड़ाइयां लड़ी। उन्होंने इस दौरान 2012 में इंडियन प्रीमियर लीग के संस्थापक ललित मोदी के खिलाफ मानहानि का मामला भी जीता।

उन्हें साथी क्रिकेटरों लू विन्सेंट और ब्रैंडन मैकुलम से दोबारा फिक्सिंग के आरोपों का सामना करना पड़ा लेकिन 2015 में लंदन में लंबी सुनवाई के बाद उन्हें झूठी गवाही देने और न्याय प्रक्रिया में बाधा पहुंचाने के आरोपों से बरी कर दिया गया। भ्रष्टाचार के आरोपों से लड़ने का उनके जीवन पर भी असर पड़ा और एक समय उन्हें कानूनी फीस चुकाने के लिए आकलैंड परिषद में ट्रक चलाने और बस अड्डे में सफाई करने का काम भी करना पड़ा।

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