सिडनी, 29 मार्च। बॉल टैम्परिंग में स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर पर एक साल का बैन लगाए जाने को लेकर किसी ने इसका समर्थन किया है तो किसी ने इसका विरोध किया है। ऑस्ट्रेलिया के महान स्पिनर शेन वार्न ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के इस फैसले को गलत बताते हुए काफी कड़ी सजा बताई है। इसी के साथ उन्होंने कई दिग्गज खिलाड़ियो का भी जिक्र किया है, जिनपर बॉल टैम्परिंग के आरोप लग चुके हैं। वहीं टीम इंडिया के टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के फैसले को सही बताया है।
शेन का मानना है कि गेंद से छेड़छाड़ के प्रकरण में संलिप्त होने के कारण कप्तान स्टीव स्मिथ और उनके दो साथियों को मिली सजा काफी कड़ी है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने गेंद से छेड़छाड़ के मामले में अपनी जांच पूरी होने के बाद स्मिथ और वार्नर को एक साल के लिए प्रतिबंधित किया, जबकि कैमरन बेनक्राफ्ट पर नौ महीने का प्रतिबंध लगाया।
वार्न ने 'हेराल्ड सन' में अपने कॉलम में लिखा, 'मैं अब भी यह तय नहीं कर पा रहा कि मेरी नजर में सजा क्या होनी चाहिए थी। यह कड़ी होनी चाहिए, लेकिन अगर उन्हें एक साल के लिए बाहर किया जाता है तो यह सजा अपराध के अनुसार नहीं है।' वार्न ने कहा कि खिलाड़ियों की शर्मनाक हरकत भारी भरकम जुर्माने की हकदार थी, लेकिन 12 महीने का प्रतिबंध काफी अधिक है।
शेन वार्न ने कई दिग्गज खिलाड़ियों का लिया नाम
शेन वार्न ने अपने लेख में सचिन तेंदुलकर और माइक एथर्टन जैसे दिग्गज खिलाड़ियों का भी जिक्र किया। उन्होंने लिखा कि जिन खिलाड़ियों पर आज तक गेंद से छेड़छाड़ के आरोप लगे हैं, उनकी लिस्ट काफी लंबी है और उसमें सचिन तेंदुलकर और माइक एथर्टन जैसे दिग्गजों के नाम भी शामिल हैं। वार्न ने लिखा है कि इस सीरीज में विरोधी टीम (द.अफ्रीका) के कप्तान फाफ डु प्लेसिस को भी पहले ऐसे मामले में दो बार दोषी पाया गया था। जबकि उन्हीं के तेज गेंदबाज वर्नोन फिलेंडर को भी दोषी पाया गया था।
सचिन तेंदुलकर ने फैसले को बताया सही
शेन वॉर्न के लेख के बाद सचिन ने भी अपनी बात रखी और बताया कि सजा का फैसला सही है। सचिन का मानना है कि साउथ अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट में गेंद से छेड़छाड़ का दोषी पाए जाने पर स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर पर एक साल का प्रतिबंध लगाकर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने सही फैसला किया है। सचिन ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, 'क्रिकेट को भद्रजनों के खेल के रूप में जाना जाता है। यह ऐसा खेल है जिसके बारे में मेरा मानना है कि इसे पाक साफ तरीके से खेलना जाना चाहिए। जो भी हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन खेल की अखंडता को बनाए रखने के लिए सही फैसला किया गया। जीतना महत्वपूर्ण है लेकिन यह अधिक महत्वपूर्ण है कि आप किस तरह जीतते हो।'
वार्न ने एक साल के प्रतिबंध को बताया गलत
शेन वार्न ने कहा कि इसमें से भावनाओं को हटा दीजिए। हम सभी नाराज और शर्मसार हैं। लेकिन आपको संतुलित दिमाग की जरूरत है और आपको तब तक किसी को खत्म नहीं करना चाहिए जब तक कि वह खत्म करने का हकदार नहीं हो। उनकी हरकतों का बचाव नहीं किया जा सकता और उन्हें कड़ी सजा देने की जरूरत थी, लेकिन मुझे नहीं लगता कि एक साल का प्रतिबंध इसका जवाब है।
वार्न ने कहा कि मेरी सजा होती कि वे चौथे टेस्ट में नहीं खेलते, भारी भरकम जुर्माना लगता और कप्तान व उप कप्तान के रूप में उन्हें बर्खास्त किया जाता। लेकिन उन्हें खेलने की स्वीकृति दी जानी चाहिए थी।
विवाद बढ़ने के बाद स्मिथ ने मानी थी गलती
बता दें कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट के तीसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज बैनक्रॉफ्ट लंच के बाद के सत्र में पैंट की पॉकेट से पीले रंग का टेप गेंद पर रगड़ते हुए कैमरे में पकड़े गए। गेंद को रगड़ने के बाद उन्होंने उस टेप को पॉकेट में छिपा लिया और फिर बार-बार स्क्रिन पर चले रिप्ले के बाद चुपके से उसे पैंट के अंदर छिपाने की कोशिश की। बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बैनक्रॉफ्ट ने अपनी गलती स्वीकार की। साथ ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्मिथ ने भी माना कि टीम के कुछ खिलाड़ियों ने यह योजना बनाई थी और बतौर कप्तान वह भी इसमें शामिल थे।
स्मिथ ने गंवाई कप्तानी और डेविड वॉर्नर ने उपकप्तानी
विवाद के तूल पकड़ने और फिर ऑस्ट्रेलियाई सरकार के सख्त रवैये के बाद स्टीव स्मिथ ने बॉल टैम्परिंग मामले के अगले दिन कप्तानी और डेविड वॉर्नर ने उपकप्तानी पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने टीम की कमान टिम पेन को सौंप दी। हालांकि, स्मिथ और वॉर्नर केपटाउन टेस्ट में फील्डिंग के लिए मैदान पर उतरे, लेकिन उसके बाद उन्हें सीरीज से बाहर कर दिया गया।
क्रिकेट जगत की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें।