प्रैक्टिस मैच से बढ़ी टीम इंडिया की टेंशन, सवाल ज्यादा खड़े हुए जवाब कम ही मिले

India vs England: इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रहे पहले टेस्ट से पहले प्रैक्टिस मैच ने बढ़ाई भारतीय टीम की मुश्किलें

By अभिषेक पाण्डेय | Updated: July 28, 2018 15:30 IST

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लंदन, 28 जुलाई: 1 अगस्त से बर्मिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले पहले टेस्ट मैच की तैयारियों के लिए आयोजित प्रैक्टिस मैच ने टीम इंडिया के लिए मुश्किल हल करने के बजाय बढ़ाया ही है। इस ड्रॉ हुए मैच में कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने 395 और 89/2 के स्कोर बनाए जबकि एसेक्स की टीम ने 359/8 के स्कोर के साथ पारी घोषित कर दी। 

इस प्रैक्टिस मैच ने ओपनिंग और बैटिंग लाइन अप से लेकर गेंदबाजी तक ऐसे कई सवाल खड़े किए जिनका समाधान टीम इंडिया को पहला टेस्ट शुरू होने से पहले ही तलाशना होगा। इस मैच में भारतीय टीम द्वारा 11 से ज्यादा खिलाड़ी उतारने के वजह से इसे प्रथम श्रेणी का दर्जा नहीं मिला। साथ ही भारत की मांग पर इसे पहले से निर्धारित चार दिन के बजाय तीन दिन कर दिया गया था।

ओपनिंग जोड़ी को लेकर उलझन?

टीम इंडिया के लिए सबसे प्रमुख चिंता अपनी ओपनिंग जोड़ी को लेकर है। टीम मैनेजमेंट को ये निर्णय लेना है कि पहले टेस्ट में मुरली विजय और केएल राहुल या मुरली विजय और शिखर धवन की जोड़ी में से कौन ओपनिंग करेगी। प्रैक्टिस मैच से पहले मुरली और धवन की जोड़ी इसके लिए फेवरिट मानी जा रही थी लेकिन प्रैक्टिस मैच की दोनों पारियों में जीरो पर आउट होने से स्विंग होती गेंदों के खिलाफ धवन की तकनीक पर सवाल उठ रहे हैं।

वहीं केएल राहुल ने इस मैच में पहली पारी में अर्धशतक जड़ा जबकि दूसरी पारी में ओपनिंग करते हुए 36 रन की नाबाद पारी खेली और ओपनिंग के लिए अपना दावा पेश किया। लेकिन अब ये देखना रोचक होगा कि टीम इंडिया पहले टेस्ट में धवन और राहुल में से किसे चुनती है।

पुजारा की खराब फॉर्म से बड़ी चिंता

पिछले काफी समय से इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेलने के बावजूद चेतेश्वर पुजारा यहां की परिस्थितियों का फायदा उठा पाने में नाकाम रहे। प्रैक्टिस मैच की दोनों पारियों में वह 1 और 23 रन ही बना सके और टेस्ट मैच की तैयारियों के लिए अपना जलवा दिखा पाने में नाकाम रहे। इंग्लैंड की धरती पर पुजारा के खराब रिकॉर्ड को देखते हुए टीम इंडिया के लिए ये स्थिति खतरे की घंटी के कम नहीं है।

तेज गेंदबाजों का असली टेस्ट बाकी

भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह की गैरमौजदूगी में भारतीय पेस अटैक की जिम्मेदारी इशांत शर्मा, उमेश यादव और मोहम्मद शमी पर होगी। प्रैक्टिस मैच में उमेश ने 4 विकेट और इशांत ने 3 विकेट झटके। लेकिन दिक्कत ये रही कि 94 ओवर की गेंदबाजी करने के बावजूद भारतीय टीम एसेक्स की अपेक्षाकृत कमतर बैटिंग लाइनअप को भी ऑल आउट नहीं कर पाई। हालांकि इशांत की गेंदबाजी से हाल के दिनों में काउंटी क्रिकेट खेलने से हुए फायदे की झलक दिखी और उन्होंने कसी हुई गेंदबाजी करते हुए तीन विकेट निकाले।

विराट कोहली पर होंगी निगाहें

क्या विराट कोहली इस बार 2014 के बेहद खराब इंग्लैंड दौरे की यादों को पीछे छोड़ पाएंगे? उन्होंने इसकी झलक प्रैक्टिस मैच में 68 रन की बेहतरीन पारी खेलते हुए दी, जिसमें 12 चौके भी शामिल थे। वनडे सीरीज में भी वह शानदार लय में दिखे थे। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि वह घूमती गेंदों के आगे अपनी पिछली विफलता को पीछे छोड़ते हुए इस बार इंग्लैंड में नया इतिहास रचेंगे।

स्पिनरों पर रहेंगी नजरें

पहले टेस्ट में भारतीय टीम किन स्पिनरों को लेकर उतरेगी इसका जवाब प्रैक्टिस मैच नहीं दे पाया। अश्विन, रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव प्रैक्टिस मैच में सिर्फ 11 ओवर ही फेंक पाए और सभी महंगे साबित हुए। हालांकि इसकी वजह इस मैच की हरी विकेट थी जो इन स्पिनरों को रास नहीं आई। लेकिन बर्मिंघम में मौसम गर्म रहने और विकेट सूखे रहने की स्थिति में ये भारतीय स्पिनर घातक सिद्ध हो सकते हैं।

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