तीन मैचों कि टेस्ट श्रृंखला के पहले मैच से नजरअंदाज किए गए ब्रॉड ने बाकी दोनों टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया और अपनी विकेटों की संख्या को 500 पहुंचाने से महज एक कदम दूर हैं।
शुरुआती तीन दिनों में 8 विकेट झटके चुके ब्रॉड
इंग्लैंड की ओर से स्टुअर्ट ब्रॉड ने तीसरे टेस्ट की पहली पारी में 14 ओवर में महज 31 रन देकर 6 विकेट झटके। वहीं वेस्टइंडीज की दूसरी पारी के शुरुआती दो विकेट ब्रॉड के ही खाते में गए हैं। ब्रॉड इस सीरीज में अब तक सिर्फ 2 ही मैच खेले हैं। इस दौरान उन्होंने 147 रन देकर 14 शिकार कर लिए हैं।
पहली पारी में बल्ले से भी धमाका
स्टुअर्ट ब्रॉड ने पहली पारी में 45 का सामना किया। इस दौरान ब्रॉड ने 9 चौकों और 1 छक्के की मदद से 62 रन की तूफानी पारी खेली। इस दौरान उन्होंने अपने टेस्ट करियर का सबसे तेज अर्धशतक ठोका, जो महज 33 गेंदों में पूरा हुआ।
टेस्ट में ब्रॉड का सबसे तेज अर्धशतक-
33 बनाम वेस्टइंडीज, मैनचेस्टर 202041 बनाम साउथ अफ्रीका, लीड्स 200843 बनाम ऑस्ट्रेलिया, लीड्स 200945 बनाम साउथ अफ्रीका, लॉर्ड्स 2017
पूर्व कप्तान माइकल आथर्टन ने की जमकर तारीफ
अनुभवी तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के शानदार प्रदर्शन से प्रभावित इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल आथर्टन ने कहा कि इस ‘चैम्पियन खिलाड़ी’ के पास 600 टेस्ट विकेट लेने की क्षमता है। ब्रॉड ने वेस्टइंडीज के खिलाफ मौजूदा श्रृंखला में शानदार प्रदर्शन कर खुद को एक बार फिर साबित किया।
इंग्लैंड की ओर से अब तक इयान बॉथम ने सबसे तेज टेस्ट फिफ्टी लगाई है। बॉथम ने ये कारनामा 1981/82 में भारत के खिलाफ दिल्ली में किया था। टेस्ट में इंग्लैंड की ओर से सबसे तेज अर्धशतक जड़ने वालों की फेहरिस्त में ब्रॉड संयुक्त रूप से तीसरे पायदान पर हैं।
आथर्टन ने ‘स्काई स्पोर्ट्स’ पर अपने कॉलम में लिखा, ‘‘ चैंपियन खिलाड़ी की पहचान इ बात से नहीं होती कि वह टीम से कैसे बाहर हुआ बल्कि इस बात से होती है कि उसने वापसी कैसे की जैसा कि हम इस श्रृंखला में ब्रॉड के साथ देख रहे हैं। जब आप बाहर (टीम से) होते हैं तो आपको अपने बारे में थोड़ा और पता चलता है। कुछ खिलाड़ी ऐसे में सोचते हैं कि उनका करियर पूरा हो गया लेकिन ब्रॉड ने अपने दमखम से दिखा दिया कि, वह 500 विकेट से संतुष्ट नहीं होने वाले वह 600 विकेट लेना चाहता है।’’
पहले टेस्ट से ड्रॉप होने पर ब्रॉड ने जताई थी नाराजगी
टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड के दूसरे सबसे सफल बल्लेबाज ब्रॉड ने पहले टेस्ट में खुद को अंतिम 11 में शामिल नहीं करने पर नाराजगी जतायी थी। दूसरे टेस्ट में उनकी वापसी हुई और उन्होंने छह विकेट चटकाकर श्रृंखला में टीम की वापसी करने में अहम भूमिका निभाई।
आथर्टन ने कहा, ‘‘ एजियास बाउल में खेले गये पहले टेस्ट से बाहर होने के बाद उसने काफी कुछ कहा था लेकिन उसने अपने प्रदर्शन से खुद को साबित किया। जब आप इस मैच में उसकी गेंदबाजी करने के तरीके को देखेंगे तो लगेगा कि हर गेंद पर विकेट मिलने वाला है।’’