श्रीनगर, 19 दिसंबर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुला की संपत्ति को कुर्क किए जाने की कार्रवाई को पार्टी ने ''राजनीतिक प्रतिशोध'' का कदम करार दिया है।
इसने साथ ही आरोप लगाया कि यह कार्रवाई ''नेतृत्व की आवाज को दबाने और जनता की राजनीतिक आकांक्षाओं के समर्थन में आवाज उठाने से रोकने'' के तहत की गई है।
प्रवर्तन निदेशालय ने जम्मू कश्मीर क्रिकेट संघ में कथित वित्तीय अनियमितताओं से जुड़ी धनशोधन जांच के सिलसिले में फारूक अब्दुल्ला की लगभग 12 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियां कुर्क की हैं।
नेकां के वरिष्ठ नेताओं और दो सांसदों मोहम्मद अकबर लोन तथा हसनैन मसूदी ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा, ''ईडी द्वारा फारूक अब्दुला की संपत्ति को कुर्क किया जाना 'बदले की राजनीति' है, जिसका मकसद राजनीतिक लाभ प्राप्त करना है।''
बयान में आरोप लगाया गया कि पार्टी नेतृत्व को श्रृंखलाबद्ध तरीके से निशाना बनाया जा रहा है।
उन्होंने इस तरह की कार्रवाई को ''अनुचित'' करार दिया।
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