नई दिल्ली, 05 अक्टूबर:पृथ्वी शॉ ने वेस्टइंडीज के खिलाफ राजकोट टेस्ट में अपनी पहली ही टेस्ट पारी में शतक जड़ते हुए अपने इंटरनेशनल करियर का आगाज धमाकेदार अंदाज में किया है। शॉ ने 18 साल 329 दिन की उम्र में शतक जड़ा और वह सबसे कम उम्र में डेब्यू टेस्ट शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज बन गए।
पृथ्वी शॉ की इस दमदार बैटिंग की चारों तरफ तारीफ हो रही है। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने भी शॉ की बैटिंग की तारीफ की। लेकिन उन्होंने साथ ही भारतीय फैंस को शॉ की तुलना आक्रामक बल्लेबाज रहे वीरेंद्र सहवाग से करने की भी सलाह दी।
गांगुली ने कहा, 'उनकी तुलना सहवाग से मत कीजिए। सहवाग बहुत ही प्रतिभाशाली थे। उन्हें दुनिया भर में जाने दीजिए, मुझे यकीन है कि वह ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में भी रन बनाएंगे, लेकिन उनकी तुलना सहवाग से मत कीजिए।'
गांगुली ने कहा, 'उनके लिए ये एक शानदार दिन था। टेस्ट डेब्यू नमें शतक बनाना। उन्होंने अपने रणजी ट्रॉफी डेब्यू और दलीप ट्रॉफी डेब्यू में भी शतक लगाया था और अब भारत के लिए डेब्यू में शतक जड़ना शानदार है।'
संयोग से गांगुली ने भी 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में अपने डेब्यू में टेस्ट शतक जड़ा था। उन्होंने कहा, 'मैंने रणजी ट्रॉफी डेब्यू में शतक नहीं लगाया था। लेकिन मैंने दलीप ट्रॉफी डेब्यू और भारत के लिए डेब्यू में शतक लगाया था।'
पृथ्वी शॉ के बारे में गांगुली ने कहा कि बैटिंग के प्रति उनका रवैया और मनोदशा ने उन्हें सबसे ज्यादा प्रभावित किया। गांगुली ने कहा, 'ये बैटिंग के प्रति उनकी सकारात्मकता, मनोदशा और रवैया है जो शानदार है। अंडर-19 टीम के लिए खेलना और भारत के लिए टेस्ट मैच खेलना दो अलग चीजें हैं। मैंने जो आज देखा वह आंखों को बहुत सुकून देने वाला था, उम्मीद है कि वह भारत के लिए लंबे समय तक खेलें।'
गांगुली ने कहा, 'जो बात खास है वह ये कि उन्होंने जिस अंदाज में बैटिंग की। उन्होंने शतक बनाने के दौरान गेंदबाजों पर दबदबा बनाया। वह उसी अंदाज में खेले जैसा वह जानते हैं। अभी बहुत शुरुआत दिन हैं अभी उन्हें लंबा सफर तय करते हुए दुनिया भर में खेलना है। लेकिन उन्हें शुभकामनाएं और आज वह शानदार थे।'
ये पूछे जाने पर कि क्या शॉ भारत की ओपनिंग समस्या का समाधान हैं। गांगुली ने कहा, 'देखते हैं। वह कुछ महीनों में ऑस्ट्रेलिया जाएंगे और मुझे पूरा यकीन है कि वह वहां अच्छा करेंगे। वह बैक फुट के अच्छे खिलाड़ी हैं। आप युवा खिलाड़ियों को अच्छा प्रदर्शन करते देखना चाहते हैं।'