लंदन, 29 अगस्त: भारत के पूर्व क्रिकेटर दिलीप दोषी ने इंटरनेशनल क्रिकेट में कोच की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा है कि कहा है कि रवि शास्त्री भी कोच से इतर एक मैनेजर ही हैं। भारत के लिए 33 टेस्ट सहित 15 वनडे खेल चुके दिलीप ने कहा कि इंटरनेशनल लेवल पर खेल रहे खिलाड़ियों की तैयारी पूरी होती है और उन्हें किसी और सहयता की खास जरूरत नहीं होती।
वैसे मौजूदा दौर के क्रिकेट में कहानी दिलीप के बयान से काफी अलग है। मौजूदा इंटरनेशनल क्रिकेट में कोचिंग को काफी महत्व दिया जाता है और कई टीमें तो बल्लेबाजी से लेकर गेंदबाजी और फील्डिंग तक के लिए अलग-अलग कोच रखते हैं। हालांकि, दिलीप का कुछ और कहना है। उनके मुताबिक पूर्व में भी कई बड़ी टीमों के पास कोच नहीं होते थे और एक मैनेजर काफी होता था।
दिलीप ने पूर्व में स्टीव वॉ, डॉन ब्रैडमैन और वेस्टइंडीज टीम का उदाहरण देते हुए कहा आज के दौर में बहुत ज्यादा पैसे के लिए कारण तमाम पद बनाये गये। दिलीप के मुताबित जिस खिलाड़ी को अभी किसी कोचिंग की जरूर है, इसका मतलब है कि वो इंटरनेशनल क्रिकेट के काबिल नहीं है। 70 साल के दिलीप ने कहा कि आज के दौर में बहुत ज्यादा सुविधाओं ने खिलाड़ियों को और सुस्त बना दिया है।
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार दिलीप ने कहा, 'मुझे लगता है कि इंटरनेशनल लेवल पर किसी कोच की जरूरत नहीं रह जाती। रवि शास्त्री खुद एक खिलाड़ी रहे हैं इसलिए वे एक मैनेजर की तरह ही हैं। एक सफल क्रिकेटर होने के नाते वे जानते हैं कि ड्रेसिंग रूम में उन्हें क्या कहना है। लेकिन किसी भी महान टीम- डॉन ब्रैडमैन, स्टीव वॉ या महान वेस्टइंडीज की टीम के पास कोई कोच नहीं था। हमारी भारतीय टीम के पास भी नहीं था और हमने ही एक-दूसरे की मदद की। इस स्तर पर आपको केवल मैनेजर की जरूरत होती है।'
बता दें कि रवि फिलहाल भारतीय क्रिकेट टीम के कोच हैं और इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया के साथ इंग्लैंड में हैं। इंग्लैंड में भारत को पहले दो टेस्ट मैचों में हार का सामना करना पड़ा है जबकि तीसरे मैच में टीम इंडिया 203 रनों से जीत हासिल कर सीरीज में वापसी कर ली। सीरीज का चौथा मैच गुरुवार को साउथैम्पटन में शुरू होना है।