नई दिल्ली: दिग्गज भारतीय स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने अपनी किताब 'आई हैव द स्ट्रीट्स - ए कुट्टी क्रिकेट स्टोरी' में क्रिकेट से जुड़ी पहले कभी नहीं बताई गई कहानियों का खुलासा किया है। किताब में अश्विन ने एक किस्से का जिक्र किया है जब एमएस धोनी ने अपना आपा खो दिया और श्रीसंत पर गुस्सा हो गए। अश्विन ने 2011 में भारत के दक्षिण अफ्रीका दौरे के दौरान हुई एक घटना का खुलासा किया। उन्होंने बताया है कि धोनी ने उनसे कहा कि जाकर टीम मैनेजर को कहें कि श्रीसंत का वापसी का टिकट बुक कर दें और उसे वापस भेज दें।
रविचंद्रन अश्विन ने लिखा है कि ये घटना 2011 में भारत के दक्षिण अफ्रीका दौरे की है। पोर्ट एलिजाबेथ में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच एकदिवसीय मैच हो रहा था। अश्विन और श्रीसंत दोनों प्लेइंग इलेवन में नहीं थे। मैच के दौरान अश्विन नियमित रूप से टीम के लिए पानी की बोतलें ले कर मैदान पर जा रहे थे और श्रीसंत नहीं खेल रहे खिलाड़ियों से अलग दूसरी जगह बैठे थे। जिससे श्रीसंत पर धोनी का गुस्सा फूट पड़ा।
धोनी श्रीसंत के अन्य रिजर्व खिलाड़ियों के साथ नहीं बैठने से खुश नहीं थे। अश्विन ने बताया कि बार-बार मैदान में खिलाड़ियों के लिए पानी लेकर वही जा रहे थे। इस पर धोनी ने पूछा कि 'श्री कहां है' ? अश्विन ने बताया कि वह ऊपर ड्रेसिंग रूम में है। धोनी ने अश्विन से कहा कि जाकर श्रीसंत से कहें कि उसे नीचे आना है और अन्य रिजर्व खिलाड़ियों के साथ बैठना है।
अश्विन ने अपनी किताब 'आई हैव द स्ट्रीट्स - ए' में लिखा है कि मैं चेंजिंग रूम में गया और श्रीसंत से कहा कि एमएस चाहते हैं कि आप नीचे आएं। इस पर श्रीसंत ने कहा कि ठीक है तुम जाओ मैं आउंगा। अगली बार जब धोनी के लिए हेलमेट ले जाने की बारी आई तो फिर अश्विन ही मैदान पर गए। इस बार धोनी ने कुछ नहीं कहा। लेकिन इसके अगले ओवर में जब हेलमेट वापस लाने के लिए फिर से अश्विन ही मैदान पर आए तब धोनी ने कहा कि रंजीब सर (मैनेजर) के पास जाओ, उनसे कहो कि श्री को यहां आने में कोई दिलचस्पी नहीं है, उसकी वापसी की टिकट बुक कर दें , ताकि वह भारत वापस जा सके।
रविचंद्रन अश्विन ने लिखा है कि धोनी का गुस्सा जानकर श्रीसंत तुरंत अपनी सीट से उठे और अगली बार ड्रिंक लेकर बाहर चले गए। अश्विन ने कहा कि धोनी ने उनसे पूछा कि उन्होंने टीम मैनेजर को बताया या नहीं। इस घटना के कुछ महीने बाद श्रीसंत और अश्विन दोनों धोनी की अगुवाई वाली टीम का हिस्सा थे जिसने घरेलू धरती पर 2011 विश्व कप जीता था।