Highlightsकोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप की वजह से आईपीएल 2020 पर संकट मंडरा रहा हैआईपीएल गवर्निंग काउंसिल 14 मार्च को होने वाली बैठक में इस टी20 लीग के भविष्य पर करेगी फैसला
सरकार ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को ये स्पष्ट कर दिया है कि कोरोना वायरस के बढ़ते हुए खतरे को देखते हुए देश में अगर कोई खेल प्रतियोगिता आयोजित होती है तो उसे बंद दरवाजों के पीछे और खाली स्टेडियम में करानी होगी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईपीएल की फ्रेंचाइजी मैचों इस टी20 लीग के मैचों को खाली स्टेडियमों में कराने को तैयार हैं। लेकिन उन्होंने बीसीसीआई के सामने आगामी सीजन को लेकर एक खास शर्त रखी है।
आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, आईपीएल फ्रेंचाइजी का कहना है क्योंकि भारत सरकार के निर्देशों और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना को महामारी घोषित करने के बाद मैचों को खाली स्टेडियम में कराने के अलावा हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचता है।
आईपीएल फ्रेंचाइजी की मांग, 'विदेशी खिलाड़ियों को मिले भारत आने की इजाजत'
इस रिपोर्ट के मुताबिक, एक फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने ये स्पष्ट कर दिया कि बीसीसीआई को सरकार के साथ बैठकर ये चर्चा करनी चाहिए कि वे विदेशी खिलाड़ियों को भारत आने की इजाजत दें।
इस रिपोर्ट के मुताबिक, 'एक फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने कहा, इससे स्पष्ट होता है कि हमें इस साल आईपीएल करना है तो वह बंद दरवाजे के पीछा होगा। तो अब हमें देखना होगा कि क्या हम ऐसा आईपीएल चाहते हैं जिसे दर्शक टीवी पर देख सकें या हम आईपीएल 2020 का आयोजन चाहते ही नहीं हैं? तो हम इसके लिए तैयार है, लेकिन बीसीसीआई को सरकार से बात करनी चाहिए कि वह 15 अप्रैल से पहले विदेशी खिलाड़ियों को भारत आने की अनुमति दे, अन्यथा आईपीएल अपनी चमक खो देगा।'
विदेशी खिलाड़ियों के बिना होगा आईपीएल 2020?
इस बात की अटकलें भी जारी हैं कि कोरोना के खतरे को देखते हुए आईपीएल अप्रैल के दूसरे हफ्ते में शुरू हो सकता है लेकिन एक अन्य फ्रेंचाइजी ने कहा कि ऐसा संभव नहीं है कि क्योंकि इससे टूर्नामेंट के अंत में विदेशी खिलाड़ियों की सेवाएं नहीं मिल पाएंगी।
इस अधिकारी ने कहा, 'खिलाड़ियों की इंटरनेशनल जिम्मेदारियों से समझौता नहीं किया जा सकता है और प्रसारणकर्ता ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वह एक दिन में दो मैचों के आयोजन को लेकर उत्सुक नहीं है। ऐसे में सभी पक्षों के हितों को ध्यान में रखते हुए सबसे अच्छा विकल्प है आईपीएल को दरवाजे के पीछे आयोजित कराना ही है। फ्रेंचाइजी को थोड़ा नुकसान होगा लेकिन वह उसे मर्चेंडाइज की बिक्री से पूरा कर लेगी, लेकिन ये नुकसान आईपीएल 2020 नहीं होने की तुलना में काफी कम होगा।'
इस फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने कहा, 'देखिए, दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी पहले ही भारत में हैं, तो निर्देश के मुताबिक, वे आसानी से यहां रुक सकते हैं। साथ ही इंग्लैंड के खिलाड़ी पहले ही श्रीलंका में हैं और न्यूजीलैंड की टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है, तो इस तरह वे यात्रा कर रहे हैं। हमें बस बीसीसीआई के सरकारी अधिकारियों के साथ बैठकर इस बात की क्लीयरेंस लेने की जरूरत है, ताकि हम विदेशी खिलाड़ियों के साथ आईपीएल खेल सकें। अगर विदेशी खिलाड़ी नहीं होंगे तो पूरा टूर्नामेंट अपनी चमक खो देगा। ये दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट प्रतियोगिताओं में से एक है।'
इससे पहले सरकार ने बुधवार को कोरोना के बढ़ते हुए खतरों को देखते हुए कुछेक को छोड़कर 15 अप्रैल तक सभी वीजा निलंबित करने का फैसला किया था। बीसीसीआई आईपीएल के आयोजन पर अंतिम फैसला 14 मार्च को होने वाली आईपीएल गवर्निंग काउंसिल में करेगा।