2025 Champions Trophy: अगले साल होने वाली आईसीसीचैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी पाकिस्तान को करनी है। लेकिन पाकिस्तान के क्रिकेट स्टेडियम्स की हालत खस्ता है। यहां बुनियादी सुविधाएं भी नहीं है। अब तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने भी स्वीकार किया है कि उनके देश के स्टेडियम और और अन्य अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में जमीन आसमान का अंतर है।
पीसीबी चीफ मोहसिन नकवी ने हाल ही में लाहौर में गद्दाफी स्टेडियम का दौरा किया। इसकी दुर्दशा देखने के बाद उन्होंने स्वीकार किया कि पाकिस्तान के स्टेडियम और अन्य अंतरराष्ट्रीय स्थलों के बीच स्टैंड में बहुत अंतर है। नकवी ने बुनियादी सुविधाओं की जांच करने के लिए लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम का दौरा किया और कहा कि 2025 चैंपियंस ट्रॉफी से पहले सुविधाओं को बेहतर बनाने की जिम्मेदारी पीसीबी की है। उन्होंने यह भी बताया कि अगर पूरे स्टेडियम का नवीनीकरण किया जाता है तो पाकिस्तान बोर्ड को किन चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
नकवी ने कहा कि हमारे स्टेडियम और बाकी दुनिया के स्टेडियमों में ज़मीन आसमान का अंतर है। हमारा कोई भी स्टेडियम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्वालिफाई नहीं कर सकता। दुर्दशा बयान करते हुए उन्होंने कहा कि वहां न सीटें थीं, न बाथरूम और नज़ारा ऐसा था कि आप 500 मीटर दूर से देख रहे हैं।
नकवी ने कहा कि फ्रंटियर वर्क्स ऑर्गनाइजेशन (एफडब्ल्यूओ) की टीम दिन-रात काम कर रही है। हम अपने स्टेडियमों को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्टेडियमों में से एक बनाएंगे। स्टेडियमों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराना हमारी पहली प्राथमिकता है। पीसीबी प्रमुख को उम्मीद है कि अगले साल चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान गद्दाफी स्टेडियम में कुछ बड़े मुकाबले खेले जाएंगे। रिपोर्ट के अनुसार, पीसीबी ने चैंपियंस ट्रॉफी से पहले अपने तीन मुख्य केंद्रों पर क्रिकेट स्टेडियमों के नवीनीकरण के लिए लगभग 17 बिलियन पाकिस्तानी रुपये आवंटित किए हैं।
इस बीच, कराची में नेशनल बैंक स्टेडियम के चल रहे नवीनीकरण ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट को रावलपिंडी में स्थानांतरित करने के लिए मजबूर कर दिया है। पीसीबी ने कहा कि वह स्टेडियम में नवीनीकरण कार्य को बाधित नहीं करना चाहता क्योंकि वह चाहता है कि यह स्थल समय पर चैंपियंस ट्रॉफी के लिए तैयार हो जाए। पाकिस्तान को चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी 19 फरवरी, 2025 से करनी है।