'मुफ्त 'टिकटों' को लेकर खड़े हुए विवाद पर बीसीसीआई कर रही इस 'नए फॉर्मूले' पर विचार

complimentary passes: विभिन्न संघों द्वारा कॉम्पलमेंटरी पास को लेकर खड़े हुए विवाद के बाद बीसीसीआई इस मामले को सुलझाने में जुटी

By भाषा | Updated: October 6, 2018 12:13 IST2018-10-06T12:13:12+5:302018-10-06T12:13:12+5:30

BCCI trying to resolve complimentary passes issue after state units raises concerns | 'मुफ्त 'टिकटों' को लेकर खड़े हुए विवाद पर बीसीसीआई कर रही इस 'नए फॉर्मूले' पर विचार

बीसीसीआई मुफ्त पास के मुद्दे को सुलझाने में जुटी

नई दिल्ली, 06 अक्टूबर: कॉम्प्लमेंटरी (मानार्थ) टिकटों को लेकर कई राज्य इकाईयों की तरफ से चिंता जताए जाने के बाद बीसीसीआई अपने मान्यता प्राप्त संघों को शांत करने के लिए मुफ्त पास की संख्या में बढ़ोतरी कर सकता है। प्रशासकों की समिति (सीओए) की यहां शनिवार को बैठक होगी जिसमें इसका समाधान निकाला जा सकता है। 

यह पता चला है कि इसका एक जैसा समाधान नहीं निकल सकता है क्योंकि ईडन गार्डन्स, चेपक, वानखेड़े प्रत्येक की क्षमता भिन्न है। बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, 'प्रशासकों की समिति की शनिवार को राजधानी में बैठक होगी। इसका एजेंडा कॉम्प्लमेंटरी पास के मसले को सुलझाना है। सुप्रीम कोर्ट ने जिस नए संविधान को मंजूरी दी है उसके अनुसार 90 प्रतिशत टिकट आम जनता के लिए रखे जाने चाहिए। लेकिन इसको लेकर गंभीर व्यावहारिक मसला पैदा हो गया है और हमें तुरंत इसका समाधान ढूंढना होगा।' 

भारत और वेस्टइंडीज के बीच 24 अक्टूबर को होने वाले दूसरा वनडे की मेजबानी इंदौर के बजाय विशाखापट्टनम को सौंपी गयी क्योंकि मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ ने केवल पांच प्रतिशत पास मिलने पर मेजबानी करने में असमर्थता जताई थी। तमिलनाडु क्रिकेट संघ ने भी मेजबानी से हटने की धमकी दी है। बंगाल क्रिकेट संघ भी नाखुश है क्योंकि पहले उसे 40 प्रतिशत टिकट मिलते थे। 

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