Asia-ODI World Cup 2023: भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि युवराज सिंह के संन्यास लेने के बाद भारतीय वनडे टीम में बल्लेबाजी क्रम में नंबर चार पर कोई भी बल्लेबाज खास सफल नहीं हो पाया और विश्वकप से पहले यह टीम के लिए एक मसला है। वनडे विश्व कप में अब दो महीने का समय बचा है लेकिन भारत अब भी बल्लेबाजी क्रम में नंबर चार स्थान के लिए उपयुक्त खिलाड़ी ढूंढ रहा है।
इससे पहले 2019 के विश्व कप में भी भारतीय टीम के लिए यह स्थान बड़ा मसला बना हुआ था। चोटिल होने के कारण लंबे समय तक बाहर रहने के बाद अब वापसी की तैयारियों में जुटे श्रेयस अय्यर ने चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 20 मैचों में 805 रन बनाए जिसमें दो शतक और पांच अर्धशतक शामिल हैं।
रोहित ने कहा,‘‘देखिए बल्लेबाजी क्रम में नंबर चार स्थान पिछले लंबे समय से एक मसला बना हुआ है। युवराज सिंह के संन्यास लेने के बाद कोई भी अन्य खिलाड़ी इस नंबर पर अपना स्थान पक्का नहीं कर पाया।’’ उन्होंने कहा,‘‘लेकिन पिछले कुछ समय से श्रेयस अय्यर नंबर चार पर बल्लेबाजी कर रहा था और उसने अच्छा प्रदर्शन भी किया । उसके आंकड़े वास्तव में शानदार हैं।’’
रोहित ने कहा,‘‘दुर्भाग्य से चोटिल होने के कारण वह परेशानी में रहा। चोटिल होने के कारण वह पिछले कुछ समय से बाहर है और ईमानदारी से कहूं तो पिछले चार-पांच वर्षों से ऐसा हो रहा है। इनमें से कई खिलाड़ी चोटिल हो गए और ऐसे में नए खिलाड़ी को उस स्थान पर बल्लेबाजी के लिए उतरना पड़ा।’’
भारतीय कप्तान ने कहा कि बल्लेबाजी क्रम के प्रमुख स्थानों के खिलाड़ियों के चोटिल हो जाने से टीम को नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने कहा,‘‘पिछले चार-पांच वर्षों में काफी खिलाड़ी चोटिल हुए हैं। जब कोई खिलाड़ी चोटिल हो जाता है या चयन के लिए उपलब्ध नहीं रहता है तो फिर आप भिन्न खिलाड़ियों के साथ भिन्न तरह की चीजें आजमाने की कोशिश करते हैं।
बल्लेबाजी क्रम में नंबर चार स्थान के लिए मैं असल में यही कहना चाहता हूं।’’ रोहित ने कहा,‘‘यहां तक कि जब मैं कप्तान नहीं था तब भी मैं इस पर गौर कर रहा था। कई खिलाड़ी आए और चले गए। या तो वे चोटिल हो गए या फिर वह चयन के लिए उपलब्ध नहीं थे या फिर किसी ने अपनी फॉर्म खो दी थी।’’
बल्लेबाजी क्रम में नंबर पांच के लिए विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर भारत की प्राथमिकता रहे केएल राहुल और अय्यर वापसी की तैयारियों में हैं और रोहित ने कहा कि यह दोनों खिलाड़ी कैसा प्रदर्शन करते हैं इसके लिए इंतजार करना होगा।’’ उन्होंने कहा,‘‘किसी का भी स्वत: चयन नहीं होता है, यहां तक कि मेरा भी नहीं । टीम में किसी की जगह भी पक्की नहीं है।
हां कुछ खिलाड़ी जानते हैं कि वे खेलने जा रहे हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन वनडे में हमें कुछ खिलाड़ियों को आजमाने का मौका मिला । एशिया कप में भी हमें अच्छी टीमों का सामना करना है ।’’ एशिया कप का आयोजन विश्व कप से ठीक पहले किया जाएगा । रोहित ने कहा,‘‘अगले कुछ दिनों में चयन समिति की बैठक होने वाली है और इस पर अच्छी चर्चा होगी कि हम क्या कर सकते हैं ।
लेकिन ईमानदारी से कहूं तो किसी की भी जगह पक्की नहीं है फिर वह भले ही शीर्ष क्रम हो या निचला क्रम।’’ उन्होंने कहा,‘‘हमारे पास कई नाम हैं। हम देखेंगे कि विश्वकप और उससे पहले एशिया कप के लिए क्या बढ़िया संयोजन हो सकता है।’’ रोहित ने कहा कि वह चाहते हैं कि एशिया कप में कुछ भारतीय खिलाड़ी दबाव की परिस्थितियों में बल्लेबाजी करें।
उन्होंने कहा,‘‘हम जीतना चाहते हैं लेकिन इसके साथ ही कई सवाल हैं जिनका हम जवाब चाहते हैं । लेकिन एशिया कप में मैं चाहता हूं कि हमारे कुछ खिलाड़ी अच्छी टीमों के खिलाफ दबाव की परिस्थितियों में बल्लेबाजी करें।’’
थाल में सजाकर नहीं मिलती विश्व कप जीत, भारत इसे जीतने के लिए ‘बेताब’: रोहित
कप्तान रोहित शर्मा ने गुरुवार को कहा कि भारत आगामी एकदिवसीय विश्व कप में आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को खत्म करने के लिए ‘बेताब’ है और उसके पास खिताब जीतने के लिए ‘आत्मविश्वास’ है। भारत ने एक दशक से आईसीसी प्रतियोगिताओं में खिताब नहीं जीता है। टीम ने पिछला आईसीसी खिताब 2013 में चैंपियन्स ट्रॉफी के रूप में जीता था जबकि इससे दो साल पहले स्वदेश में विश्व कप जीता था।
रोहित ने यहां एक कार्यक्रम के इतर मीडिया से कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी (50 ओवर का) विश्व कप नहीं जीता है। विश्व कप जीतना सपना है और यहां इसके लिए चुनौती पेश करने से खुशी की बात कुछ और नहीं हो सकती।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आपको विश्व कप थाल में सजाकर नहीं मिलता, आपको कड़ी मेहनत करनी होती है और 2011 से इतने वर्षों से हम यही कर रहे हैं। हम सभी इसके लिए लड़ रहे हैं।’’
रोहित ने कहा, ‘‘सभी मैदान पर उतरने और जीतने के लिए बेताब हैं क्योंकि हमें पता है कि हमारे पास अच्छी टीम है। हम सभी अच्छे खिलाड़ी हैं, हमारे पास आत्मविश्वास है कि हम ऐसा कर सकते हैं। ऐसा नहीं हुआ का मतलब नहीं कि हम इसे हल्के में लेंगे। जब हम 2022 विश्व कप में हारे तो मैंने कहा था कि हम अगले विश्व कप के लिए चुनौती पेश करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘विश्व टेस्ट चैंपियनशिप होने वाली थी और मैंने कहा कि हम इसके लिए लड़ाई जारी रखेंगे। कभी ना कभी तो मिलेगा।’’ रोहित ने कहा कि उन्हें टीम की अगुआई की जिम्मेदारी सौंपी गई है लेकिन उनका मुख्य काम बल्लेबाज के रूप में अच्छा प्रदर्शन करना है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे सबसे पहले बल्लेबाज के रूप में अच्छा करना होगा।
कप्तानी इसके बाद आती है... टीम में मेरी भूमिका बल्लेबाज की अधिक है। सबसे पहले मुझे बड़ी पारियां खेलनी होंगी और टीम के लिए मैच जीतने होंगे।’’ विश्व कप से पहले लोकेश राहुल और श्रेयस अय्यर जैसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी अनुपलब्ध हैं और रोहित ने कहा कि वह अब चोटों से डरते हैं। उन्होंने हालांकि खिलाड़ियों को आराम देने के महत्व पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले साल भी हमने ऐसा ही किया था- टी20 विश्व कप होने वाला था इसलिए हमने एकदिवसीय क्रिकेट नहीं खेला। अब भी हम ऐसा ही कर रहे हैं, एकदिवसीय विश्व कप होने वाला है तो हम टी20 मैच नहीं खेल रहे।’’ कोहली के हाल में भारत की टी20 श्रृंखलाओं में नहीं खेलने के बारे में पूछने पर रोहित ने कहा, ‘‘यह विश्व कप वर्ष है, हम सभी को तरोताजा रखना चाहते हैं।
पहले से ही हमारी टीम में इतनी चोटें हैं कि अब मुझे चोटों से डर लगता है।’’ रोहित ने एकदिवसीय क्रिकेट में फॉर्म हासिल करने के लिए सूर्यकुमार यादव का समर्थन किया लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि भारत को यह देखना होगा कि वे दुनिया के नंबर एक टी20 अंतरराष्ट्रीय बल्लेबाज का समर्थन कब तक करते रहेंगे जो अब नंबर छह पर बल्लेबाजी करते हैं।
रोहित ने कहा, ‘‘वह वास्तव में कड़ी मेहनत कर रहा है और वह कई ऐसे लोगों से बात कर रहा है जिन्होंने बहुत अधिक वनडे क्रिकेट खेला है जिसके कि पता कर सके कि किस तरह के रवैये और मानसिकता की जरूरत होती है।’’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘उसके जैसे बल्लेबाज को अतिरिक्त मैच देना महत्वपूर्ण है ताकि वह लय और आत्मविश्वास हासिल कर सके। जिस तरह से उसने इस साल आईपीएल की शुरुआत की, पहले चार-पांच मैच में उसके नाम अधिक रन नहीं थे लेकिन देखो उसने उसके बाद क्या किया।’’