Ashes 2021-22: ऑस्ट्रेलिया के स्पिन गेंदबाज नाथन लियोन ने रविवार को कहा कि उनकी टीम एशेज सीरीज के बाकी बचे दोनों मैच जीतकर इंग्लैंड का सूपड़ा साफ करने के लिए प्रतिबद्ध है।
लियोन ने कहा, ‘‘ हम ऐसा करने के लिए प्रतिबद्ध है। 2017-18 में पिछली बार भी उनके नाम के आगे शून्य था । उस समय परिणाम 4-0 था। हम इस बार इसे 5-0 करने के लिए प्रतिबद्ध है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मैं यह सोचकर कभी टेस्ट सीरीज में नहीं गया कि मैं एक टेस्ट मैच हारेंगे या सीरीज हारेंगे। हम हर टेस्ट मैच जीतने के लिए मैदान में जाते है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम किसके खिलाफ खेल रहे है।’’
लियोन ने कहा, ‘‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि हमारा पूरा ध्यान अब एससीजी (सिडनी क्रिकेट मैदान) में अपनी बढ़त को 4-0 करने पर है। फिर होबार्ट पर अपना ध्यान केंद्रित करेंगे, जो एक बड़ी चुनौती होगी।’’ पांच मैचों की सीरीज का चौथा टेस्ट पांच जनवरी को एससीजी में खेला जायेगा। आस्ट्रेलिया की टीम ने मेलबर्न में सफलता के साथ लगातार तीन मैच जीतकर सीरीज पहले ही अपने नाम कर ली है।
इंग्लैंड के क्राउले ने चौथे एशेज टेस्ट से पहले कहा, अब भी काफी कुछ दांव पर
इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जैक क्राउले का मानना है कि आस्ट्रेलिया के मेलबर्न में सीरीज जीतने के बावजूद सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में पांच जनवरी से शुरू होने वाले चौथे एशेज क्रिकेट टेस्ट में काफी कुछ दांव पर लगा होगा। इंग्लैंड की टीम शुरुआती तीन टेस्ट गंवाने के बाद पांच मैचों की सीरीज में 0-3 से पीछे चल रही है।
लेकिन क्राउले का मानना है कि अंतिम दो टेस्ट जीतने से इंग्लैंड टीम की प्रतिष्ठा को काफी हद तक बचाया जा सकता है। क्राउले ने रविवार को कहा, ‘‘बेशक अपने देश के लिए खेलते हुए काफी गौरव दांव पर लगा होता है और अगले दो मैचों में भी काफी कुछ दांव पर लगा होगा और यही कारण है कि हम सकारात्मक हैं और दोनों मैच जीतने की कोशिश करेंगे।’’
इंग्लैंड की टेस्ट टीम को कोचिंग देना चाहते हैं कर्स्टन
भारत और दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कोच गैरी कर्स्टन ने इंग्लैंड की टेस्ट टीम को कोचिंग देने में दिलचस्पी दिखाते हुए कहा कि जो रूट और उनकी टीम का भाग्य संवारने के लिये उनके पास बहुत अच्छी योजना है। आस्ट्रेलिया ने वर्तमान श्रृंखला के पहले तीनों मैच जीतकर एशेज अपने पास बरकरार रखी है जिसके बाद इंग्लैंड के मुख्य कोच क्रिस सिल्वरवुड का पद खतरे में पड़ गया है।
आस्ट्रेलिया ने मेलबर्न में तीसरा टेस्ट केवल ढाई दिन में अपने नाम कर दिया था। कर्स्टन ने भारतीय टीम का मुख्य कोच पद संभालने के ठीक एक साल बाद दिसंबर 2009 में पहली बार भारत को टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक पर पहुंचा दिया था। बाद में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के साथ भी यही उपलब्धि हासिल की थी।
कर्स्टन ने ‘आई न्यूज’ से कहा, ‘‘इस पर (इंग्लैंड का मुख्य कोच बनना) मैं शुरू से विचार करता रहा हूं क्योंकि यह बहुत बड़ा सम्मान है।’’ यह पहला अवसर नहीं है जबकि दक्षिण अफ्रीका के इस पूर्व बल्लेबाज ने ऐसी इच्छा व्यक्त की हो। इससे पहले दो अवसरों पर वह इंग्लैंड का कोच बनने के मुख्य दावेदार थे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अब तक दो बार (2015 और 2019) इस पद की दौड़ में रहा हूं। मैंने शुरू से स्पष्ट किया है कि मैं सभी प्रारूपों में यह जिम्मेदारी संभालने के लिये प्रतिबद्ध नहीं हूं।
अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड अलग प्रारूपों के लिये अलग कोच रखने के बारे में सोच रहे हैं तो इस पर विचार किया जा सकता है।’’ विश्व कप विजेता कोच ने इंग्लैंड की 50 ओवरों की टीम को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बताया लेकिन कहा कि टेस्ट टीम अभी काफी पीछे है।
कर्स्टन ने कहा, ‘‘उनकी टेस्ट टीम या वनडे टीम के साथ काम करना शानदार होगा। उनकी वनडे टीम अभी दुनिया में सर्वश्रेष्ठ है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पास ऐसी योजना है जो काफी सोच विचार कर तैयार की गयी है। आपकी टेस्ट टीम पिछले कुछ समय से संघर्ष कर रही है लेकिन इससे बाहर निकलने के लिये यह वास्तव में शानदार योजना होगी। ’’