डु प्लेसिस ने 'ब्लैक लाइव्स मैटर' पर कहा, 'किसी की भी जिंदगी तब तक मायने नहीं रखती जब तक अश्वेतों का जीवन मायने नहीं रखता'

Faf du Plessis, black lives matter: दक्षिण अफ्रीक के पूर्व कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने कहा है कि जब तक अश्वेतों का जीवन मायने नहीं रखता तब तक किसी का जीवन मायने नहीं रखता है

By भाषा | Updated: July 17, 2020 14:13 IST2020-07-17T14:13:12+5:302020-07-17T14:13:12+5:30

All lives don’t matter until black lives matter: Faf du Plessis | डु प्लेसिस ने 'ब्लैक लाइव्स मैटर' पर कहा, 'किसी की भी जिंदगी तब तक मायने नहीं रखती जब तक अश्वेतों का जीवन मायने नहीं रखता'

फाफ डु प्लेसिस ने ब्लैक लाइव्स मैटर अभियान के प्रति जताया अपना पूरा समर्थन (File Photo)

Highlightsकिसी की भी जिंदगी तब तक मायने नहीं रखती जब तक कि अश्वेतों का जीवन मायने नहीं रखता: डु प्लेसिसहम सहमत हों या असहमत बातचीत बदलाव का वाहक होती है: डु प्लेसिस

जोहानसबर्ग: दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान और स्टार बल्लेबाज फाफ डु प्लेसिस ने नस्लवाद के खिलाफ अपना समर्थन व्यक्त करते हुए शुक्रवार को कहा कि किसी की भी जिंदगी तब तक मायने नहीं रखती जब तक कि अश्वेतों का जीवन मायने नहीं रखता। अमेरिका में अफ्रीकी मूल के जार्ज फ्लॉयड की एक श्वेत पुलिसकर्मी के हाथों मौत के बाद विश्व भर में ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ (अश्वेत जीवन भी मायने रखता है) आंदोलन चल रहा है।

इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट श्रृंखला के पहले मैच से पूर्व दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने खुलकर इसका समर्थन किया। डुप्लेसिस ने कहा कि अब नस्लवाद से लड़ने का समय आ गया है। इस 36 वर्षीय क्रिकेटर ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट पर लिखा, ‘‘पिछले दो महीनों में मुझे यह महसूस हुआ कि हमें यह तय करना होगा कि हमें किससे लड़ना है। हम अपने देश में कई तरह के अन्याय से घिरे हुए हैं जिन पर तुरंत ध्यान देने और उन्हें ठीक करने की जरूरत है।’’

डु प्लेसिस ने दिया 'ब्लैक लाइव्स मैटर' अभियान को पूरा समर्थन

उन्होंने कहा, ‘‘मैं मानता हूं कि दक्षिण अफ्रीका अब भी नस्लवाद के कारण बंटा हुआ है और यह मेरी जिम्मेदारी है कि मैं इसके समाधान का हिस्सा बनूं।’’ यह डुप्लेसिस के पूर्व के रवैये के विपरीत है जब उन्होंने नस्लवाद पर बात करने से इनकार कर दिया था। इस साल के शुरू में तेम्बा बावुमा को टीम से बाहर करने पर उन्होंने कहा था कि, ‘हम रंग देखकर चयन नहीं करते।’

डु प्लेसिस ने कहा कि ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ अभियान को उनका पूरा समर्थन है। उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए मैं कहूंगा कि किसी की भी जिंदगी तब तक मायने नहीं रखती जब तक कि अश्वेतों का जीवन मायने नहीं रखता। मैं अब बात कर रहा हूं क्योंकि अगर मैं उचित समय का इंतजार करूंगा तो वह कभी नहीं आएगा। बदलाव के लिये काम जारी रखना जरूरी है और हम सहमत हों या असहमत बातचीत बदलाव का वाहक होती है।’’ 

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