Highlightsआईसीसी ने होल्कर स्टेडियम पिच की रेटिंग बदलीश्रेणी 'खराब' से बदलकर 'औसत से नीचे' की कर दी हैबीसीसीआई ने की थी अपील
नई दिल्ली: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान आईसीसी ने इंदौर के होल्कर स्टेडियम की पिच को 'खराब' पिचों की श्रेणी में रखा था। इस पिच पर भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट में हार का सामना करना पड़ा था। पहले ही दिन से पिच की हालत ये थी कि घूमती गेंदों के सामने भारत का पहली पारी 109 रनों पर ही सिमट गई थी। पिच की विदेशी मीडिया में खूब आलेचना हुई थी।
इंदौर के होल्कर स्टेडियम पिच को 'खराब' पिचों की श्रेणी में रखे जाने का बाद बीसीसीआई ने आईसीसी के फैसले के खिलाफ अपील की थी। अब इस मामले का रिव्यू करने के बाद आईसीसी ने होल्कर स्टेडियम पिच की श्रेणी 'खराब' से बदलकर 'औसत से नीचे' की कर दी है। तीसरा टेस्ट 1 मार्च से शुरू हुआ था लेकिन तीसरे दिन की सुबह के सत्र में ही समाप्त हो गया।
पिच की श्रेणी बदले जाने का बारे में आईसीसी की तरफ से कहा गया, "आईसीसी की पिच और आउटफील्ड मॉनिटरिंग प्रक्रिया के अनुसार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा एक अपील के बाद, इंदौर के होल्कर क्रिकेट स्टेडियम में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप श्रृंखला के तीसरे टेस्ट के लिए उपयोग की जाने वाली पिच की रेटिंग को बदलकर "खराब" से "औसत से नीचे" कर दिया गया है।"
बता दें कि इंदौर की पिच को लेकर कई पूर्व खिलाड़ी भी आमने सामने आए थे। आईसीसी द्वारा पिच को खराब की श्रेणी में रखे जाने पर पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर नाराज दिखे और आईसीसी को जमकर लताड़ लगाई थी। गावस्कर ने गाबा में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए नोवाक टेस्ट मैच को याद किया, जो दो दिनों में ही खत्म हो गया था। गावस्कार ने कहा, "एक बात मैं जानना चाहता हूं, ब्रिसबेन गाबा में नवंबर में यह टेस्ट मैच था, जहां मैच 2 दिनों में समाप्त हो गया। उस पिच को कितने डिमेरिट पॉइंट मिले और वहां मैच रेफरी कौन था?' मुझे लगता है कि 3 डिमेरिट पॉइंट थोड़े कठोर हैं, क्योंकि इस पिच खतरनाक नहीं थी। पिच में टर्न जरूर थी।"
गावस्कर के बयान पर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर मार्क टेलर ने पलटवार किया था। टेलर ने कहा था कि इंदौर की पिच वास्तव में खराब थी। यह पिच लॉटरी से कम नहीं थी।