मुख्यमंत्री साय ने जापानी साझेदारों से छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा में भागीदार बनने का आह्वान किया
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 4, 2025 13:23 IST2025-09-04T13:23:15+5:302025-09-04T13:23:59+5:30
Chhattisgarh: यह परियोजना राज्य के खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को नई ऊंचाई देगी, बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन करेगी और किसानों को नए अवसर प्रदान करेगी।

मुख्यमंत्री साय ने जापानी साझेदारों से छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा में भागीदार बनने का आह्वान किया
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने जापान प्रवास के दौरान ओसाका में आयोजित प्रतिष्ठित इन्वेस्टर कनेक्ट कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जापानी साझेदारों से आह्वान किया कि वे नवाचार, अवसर और साझा समृद्धि से आगे बढ़ रही छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा में भागीदार बनें। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री साय ने अपने जापान प्रवास के दौरान ओसाका में आयोजित प्रतिष्ठित इन्वेस्टर कनेक्ट कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ प्राकृतिक संसाधनों, प्रतिभाशाली श्रमबल और उद्योग-अनुकूल नीतियों का सशक्त संगम है।
उन्होंने रेखांकित किया कि भारत और जापान विश्वास और साझा मूल्यों की गहरी डोर से जुड़े हैं। मुख्यमंत्री ने जापानी साझेदारों से आह्वान किया कि वे नवाचार, अवसर और साझा समृद्धि से आगे बढ़ रही छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा में भागीदार बनें। अधिकारियों ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने सरताज फूड्स, ओसाका को छत्तीसगढ़ में खाद्य प्रसंस्करण इकाई स्थापित करने के लिए 1.14 करोड़ डॉलर (100 करोड़ रुपये) का निवेश प्रस्ताव दिया। यह परियोजना राज्य के खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को नई ऊंचाई देगी, बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन करेगी और किसानों को नए अवसर प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पहल से छत्तीसगढ़ की कृषि-आधारित अर्थव्यवस्था और अधिक सुदृढ़ होगी। अधिकारियों ने बताया कि बिजनेस-टू-गवर्नमेंट (बी2जी) बैठकों के अंतर्गत मुख्यमंत्री साय ने मोराबु हंशिन कंपनी के अध्यक्ष और प्रतिनिधि निदेशक नाओयुकी शिमाडा से भी भेंट की। यह कंपनी कुशल इंजीनियरों, सिस्टम डेवलपमेंट और वर्कफोर्स सॉल्यूशंस के क्षेत्र में अग्रणी है। बैठक में कौशल प्रशिक्षण और कार्यबल आदान-प्रदान के क्षेत्र में सहयोग की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए वैश्विक अवसरों का मार्ग प्रशस्त होगा और राज्य का कौशल तंत्र और अधिक सशक्त बनेगा।