Assembly Elections: पांच पूर्व विधायक और सांसद के अलावा 16 नए चेहरों को मौका, सीएम  भूपेश बघेल के खिलाफ इस सांसद को मैदान में उतारा, देखें कौन कहां से लड़ेगा चुनाव

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 17, 2023 22:11 IST2023-08-17T18:55:44+5:302023-08-17T22:11:40+5:30

Assembly Elections: वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने राज्य की कुल 90 सीट में से 68 सीट पर जीत हासिल की थी, जबकि भाजपा 15 सीट हासिल करके दूसरे स्थान पर रही थी।

Assembly Elections Chhattisgarh vidhan sabha chunav 2023 five former MLAs and MPs 16 new faces got chance MP against CM Bhupesh Baghel see contest list | Assembly Elections: पांच पूर्व विधायक और सांसद के अलावा 16 नए चेहरों को मौका, सीएम  भूपेश बघेल के खिलाफ इस सांसद को मैदान में उतारा, देखें कौन कहां से लड़ेगा चुनाव

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Highlightsपूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जेसीसी (जे) को पांच सीट पर जीत दर्ज की थीं। बसपा को दो सीट मिली थी। कांग्रेस के पास वर्तमान में 71 सीट हैं। भाजपा को पिछले चुनावों में लगातार हार का सामना करना पड़ा है।

Assembly Elections: छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने बृहस्पतिवार को 21 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की है। सूची में पांच पूर्व विधायक और सांसद के अलावा 16 नए चेहरों को मौका दिया गया है। भाजपा नेताओं ने यह जानकारी दी।

भाजपा के सूत्रों ने बताया कि पार्टी ने ज्यादातर ऐसे विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है जहां पार्टी को कमजोर माना जा रहा है और जिनपर पार्टी को लगातार हार मिल रही थी। भाजपा नेताओं ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के नेतृत्व में बुधवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई थी।

बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय चुनाव समिति के अन्य सदस्य मौजूद थे। उन्होंने बताया कि केंद्रीय चुनाव समिति ने छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। 90 सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा अभी नहीं हुई है।

जिन 21 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की गई है, उनमें से दस अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए और एक अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं। 21 उम्मीदवारों में से पांच महिलाएं हैं। फिलहाल इन सभी 21 सीटों पर सत्ताधारी दल कांग्रेस का कब्जा है।

भाजपा द्वारा जारी सूची के अनुसार, पार्टी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विधानसभा सीट पाटन से पूर्व विधायक और दुर्ग लोकसभा सीट से सांसद विजय बघेल को मैदान में उतारा है। विजय बघेल ने 2008 के विधानसभा चुनाव में इसी सीट से भूपेश बघेल को हराया था, लेकिन 2013 के विधानसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस नेता के हाथों हार का सामना करना पड़ा।

विजय बघेल आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की 31 सदस्यीय घोषणा पत्र समिति (चुनाव घोषणा पत्र समिति) के भी प्रमुख हैं। राज्यसभा के पूर्व सदस्य और छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री रामविचार नेताम को रामानुजगंज (सुरक्षित/अजजा) सीट से मैदान में उतारा गया है, जहां उन्हें 2013 के विधानसभा चुनाव में मौजूदा कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।

विजय बघेल और रामविचार नेताम दोनों ने 2018 का विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था। इसके साथ ही पार्टी ने कोरबा विधानसभा सीट से पूर्व विधायक लखनलाल देवांगन, सिहावा (सुरक्षित/अजजा) से पूर्व विधायक श्रवण मरकाम और मोहला मानपुर (सुरक्षित/अजजा) से पूर्व विधायक संजीव शाह को उम्मीदवार बनाया है।

सूची में शामिल नये चहेरे हैं... प्रेमनगर से भूलन सिंह मरावी, भटगांव सीट से सूरजपुर जिला पंचायत की सदस्य लक्ष्मी राजवाड़े, प्रतापपुर से (सुरक्षित/अजजा) शकुंतला सिंह पोर्थे, लुंड्रा से प्रबोज मिंज, खरसिया से महेश साहू, धर्मजयगढ़ (सुरक्षित/अजजा) से हरिश्चन्द्र राठिया, मरवाही (सुरक्षित/अजजा) से प्रणव कुमार मरपच्ची, सरायपाली (सुरक्षित/अजा) से भाजपा की राज्य इकाई की उपाध्यक्ष सरला कोसरिया, खल्लारी सीट से महासमुंद जिला पंचायत की सदस्य अल्का चंद्राकर, अभनपुर से इन्द्रकुमार साहू, राजिम सीट से गरियाबंद जिला पंचायत के सदस्य रोहित साहू।

नये चेहरों में... डौंडी लोहारा (सुरक्षित/अजजा) से पार्टी प्रवक्ता देवलाल हलवा ठाकुर तथा खैरागढ़ से विक्रांत सिंह भी शामिल हैं। विक्रांत राजनांदगांव जिला पंचायत के उपाध्यक्ष हैं तथा पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के रिश्तेदार हैं। पार्टी ने इसके साथ ही खुज्जी से राजनांदगांव जिला पंचायत की अध्यक्ष गीता घासी साहू को, कांकेर (सुरक्षित/अजजा) से आसाराम नेताम को और बस्तर (सुरक्षित/अजजा) से बस्तर जिला पंचायत के उपाध्यक्ष मनीराम कश्यप को उम्मीदवार बनाया है।

भाजपा द्वारा राजिम सीट से उम्मीदवार बनाए गए रोहित साहू ने पिछला (2018) विधानसभा चुनाव जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की टिकट पर इसी सीट से लड़ा था। रोहित लगभग डेढ वर्ष पहले भाजपा में शामिल हुए हैं। पार्टी ने अपनी पहली सूची में पांच महिलाओं... भटगांव से लक्ष्मी राजवाड़े, प्रतापपुर से (सुरक्षित/अजजा) शकुंतला सिंह पोर्थे, सरायपाली (सुरक्षित/अजा) से सरला कोसरिया, खल्लारी से अल्का चंद्राकर और खुज्जी से गीता घासी साहू को भी स्थान दिया है।

राज्य में चुनाव की घोषणा से पहले ही उम्मीदवारों की सूची जारी करने का लेकर भाजपा सूत्रों ने बताया कि आज जिन सीटों की सूची जारी की उनमें से 16 सीटें ऐसी है जहां पार्टी पिछले दो चुनावों से लगातार हार रही है वहीं छह सीटें ऐसी है जिसमें लगातार तीन चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है।

भाजपा सूत्रों ने बताया कि जल्द सूची जारी करने से इन सीटों पर उम्मीदवारों को काम करने का अधिक मौका मिले सकेगा वहीं कार्यकर्ता भी उत्साह से काम कर सकेंगे। वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक आर कृष्ण दास ने कहा कि भाजपा ने अपनी पहली सूची में उन सीटों को शामिल किया है जो निर्विवाद हैं और जहां उम्मीदवारों के चयन को लेकर पार्टी के भीतर कोई आंतरिक मतभेद नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि 2018 के चुनाव में भाजपा इन सभी 21 सीटों में हार गई थी। जबकि 2013 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को इनमें से 16 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था। दास ने कहा कि ज्यादातर सीटों पर जिला पंचायत के प्रतिनिधियों को मैदान में उतारा गया है, जिससे पता चलता है कि भाजपा राज्य में अपने पुराने चेहरों की जगह दूसरे पायदान के नेताओं के साथ चुनावी लड़ाई के लिए कमर कस रही है।

उन्होंने कहा कि पार्टी ने जाति समीकरण को बनाए रखने की भी कोशिश की है क्योंकि सूची में चार उम्मीदवार 'साहू' समुदाय के हैं और दो 'कुर्मी' हैं, उन्होंने कहा कि राज्य में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) में दोनों समुदाय प्रमुख हैं। विधानसभा चुनाव 2018 में इन 21 सीटों में से 16 सीटें कांग्रेस ने जीती थीं और जेसीसी (जे) ने दो अन्य - मरवाही और खैरागढ़ सीटें जीती थीं।

पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और देवव्रत सिंह ने मरवाही और खैरागढ़ में जीत हासिल की थी। जोगी और सिंह की मृत्यु के बाद हुए उपचुनाव में दोनों सीटें सत्ताधारी दल कांग्रेस के पास चली गईं। पार्टी के 21 उम्मीदवारों की सूची जारी होने के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि इस चुनाव में पाटन सीट से भाजपा के प्रत्याशी विजय बघेल की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।

सिंह ने कहा, ''राज्य में 21 लोगों की पहली सूची जारी की गई है। सभी प्रत्याशियों को काम करने का समय मिलेगा। किसकी जीत की संभावना है, सर्वे में क्या आ रहा है यह सब केंद्रीय नेतृत्व बारीकी से अध्ययन करता है। उसके बाद सूची जारी करता है।'' उन्होंने कहा, ''विजय बघेल (मुख्यमंत्री) भूपेश बघेल को चुनाव हरा चुके हैं। एक बार फिर हराएंगे।

निश्चित रूप से विजय (बघेल) की महत्वपूर्ण भूमिका इस चुनाव में रहेगी। भाजपा की पहली सूची पर सत्ताधारी दल कांग्रेस का कहना है कि भाजपा ने ‘‘उम्मीदवार नहीं बल्कि बलि के बकरे ढूंढे हैं।’ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक बैज ने एक बयान में कहा है, ''विधानसभा चुनाव के लिये 21 उम्मीदवारों की सूची जारी करके भाजपा ने मान लिया है कि इन 21 सीटों पर उसकी जमानत नहीं बचने वाली है वहां पर कोई दूसरा दावेदार नहीं है इसलिये इन सीटों पर उम्मीदवार घोषित करके भाजपा चुनाव लड़ने की औपचारिकता निभा रही है।

भाजपा ने 21 सीटों पर उम्मीदवार नहीं बलि का बकरा खोजा है।'' बैज ने कहा है, ''सारा प्रदेश जानता है कि पाटन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की लोकप्रियता उनके द्वारा किये गये विकास कार्यों के सामने भाजपा के उम्मीदवार की दुर्गति तय है इसलिए वहां पर विजय बघेल को बलि का बकरा बनाया गया है।'' छत्तीसगढ़ में इस वर्ष के अंत तक विधानसभा के चुनाव होना है।

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