Assembly Elections 2023: 'भाजपा हार के डर से बुन रही है ईडी का जाल, चुनाव आयोग ले एक्शन, कांग्रेस ने की मांग
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: November 9, 2023 11:17 AM2023-11-09T11:17:38+5:302023-11-09T11:30:12+5:30
कांग्रेस ने राज्यों के विधानसभा चुनाव के दौरान ईडी द्वारा आर्थिक अपराध के आरोपों में की जा रही छापेमारी का विरोध करते हुए चुनाव आयोग से उसके खिलाफ एक्शन लेने की मांग की है।
नई दिल्ली/रायपुर: कांग्रेस ने राज्यों के विधानसभा चुनाव के दौरान प्रवर्तन निदेशलाय (ईडी) द्वारा आर्थिक अपराध के आरोपों में की जा रही छापेमारी का विरोध करते हुए चुनाव आयोग से उसके खिलाफ एक्शन लेने की मांग की है। कांग्रेस ने ईडी की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया है कि वो केंद्र सरकार की जांच एजेंसी की तरह नहीं बल्कि भाजपा की एजेंसी की तरह काम कर रही है।
समाचार वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को ईडी के खिलाफ चुनाव आयोग में गुहार लगाई और कहा कि केंद्र में सत्ता की अगुवाई कर रही भारतीय जनता पार्टी भाजपा हार के डर से ईडी का जाल बुन रही है और विरोधियों को डराने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसी से छापेमारी करवा रही है।
इस संबंध में कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने बीते बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “यह बहुत ही गंभीर मुद्दा है क्योंकि गणतंत्र और लोकतंत्र के लिए बेहद आवश्यक है कि चुनावी मैदान में सभी दलों को स्वतंत्रता मिले लेकिन अगर चुनाव को इस तरह की छापेमारी से प्रभावित किया जाता है तो यह कतई निष्पक्ष नहीं रहेगा।”
सिंघवी ने कहा, “बीजेपी छत्तीसगढ़ सहित अन्य जगहों के मुद्दे पर दिन रात कांग्रेस पर हमला कर रही है। इसलिए हमने चुनाव आयोग से सुरक्षा मांगी है और इस मुद्दे पर उनसे कार्रवाई करने को कहा है।”
कांग्रेस नेता ने कहा कि केंद्र सरकार ने महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में कोई दिलचस्पी नहीं ली, जब यह मामला आज से लगभग 18 महीने पहले ही सामने आया था और अब विधानसभा चुनाव के दौरान ईडी भाजपा के इशारे पर अचानक हस्तक्षेप कर रही है।
उन्होंने कहा, “महादेव ऐप के संबंध में छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा लगभग 18 महीने पहले जांच शुरू की गई थी। इसमें लगभग 500 गिरफ्तारियां की गईं, सैकड़ों मोबाइल फोन, लैपटॉप और अकाउंट बाहर निकले। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यहां तक मांग की कि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जाए लेकिन केंद्र सरकार ने उस दौरान कुछ नहीं किया।"
सिंघवी ने कहा कि बीजेपी और ईडी चुनाव के बीच अचानक सक्रिय हो गए क्योंकि बीजेपी अच्छे से जानती है कि वे छत्तीसगढ़ में चुनाव हार गए हैं।
उन्होंने कहा, “अगर महादेल ऐप में इतना कुछ हो रहा था तो आपने पिछले छह-आठ महीनों में कोई गिरफ्तारी क्यों नहीं की? चुनाव से एक सप्ताह पहले ऐसा क्यों हो रहा है? यह हर दिन सुर्खियां क्यों बटोर रहा है? क्योंकि आप जानते हैं कि आपकी हार निश्चित है।"
सिंघवी ने पत्रकारों से कहा, ''छत्तीसगढ़ में यह सर्वविदित है कि भाजपा अब अंतिम चरण में खुद के लिए बेताब बोली लगा रही है। यही कारण है कि हम इस पूरे मुद्दे के सस्ते राजनीतिकरण की निंदा करते हैं।"
मालूम हो कि महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ईडी के रडार पर हैं। दरअसल इस मामले के एक संदिग्ध शुभम सोनी ने बयान दिया है कि उसने सीएम बघेल और कांग्रेस के अन्य नेताओं को रुपये का भुगतान किया है। वहीं सीएम बघेल ने शुभम सोनी के आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा और ईडी पर महादेव ऐप प्रमोटरों को बचाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।
छत्तीसगढ़ की 90 सदस्यीय विधानसभा चुनाव का पहला चरण बीते मंगलवार को हुआ, जिसमें 20 सीटें शामिल थी, वहीं शेष 70 सीटों के लिए 17 नवंबर को दूसरे चरण में मतदान होना तय है।