टायर उद्योग ने सरकार से प्राकृतिक रबड़ के शुल्क मुक्त आयात की अनुमति देने का आग्रह किया
By भाषा | Updated: August 16, 2021 19:09 IST2021-08-16T19:09:41+5:302021-08-16T19:09:41+5:30

टायर उद्योग ने सरकार से प्राकृतिक रबड़ के शुल्क मुक्त आयात की अनुमति देने का आग्रह किया
ऑटोमोटिव टायर मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एटीएमए) ने सोमवार को सरकार से प्राकृतिक रबड़ के शुल्क-मुक्त आयात की अनुमति देने की मांग की। उद्योग का कहना है कि इसकी कमी, टायर उद्योग के लिए घरेलू विनिर्माण की राह में प्रमुख बाधा बन रही है। टायर उद्योग निकाय के अनुसार, प्राकृतिक रबड़ की खपत में और वृद्धि होने की उम्मीद है और चालू वित्तवर्ष में वार्षिक मांग 13 लाख टन को पार कर सकती है। एटीएमए ने एक बयान में कहा, ‘‘रबड़ बोर्ड द्वारा अनुमानित (सामान्य परिदृश्य में) 7,90,000 टन के उत्पादन के साथ, प्राकृतिक रबड़ का आयात कम से कम पांच लाख टन होना जरूरी लगता है।’’ इसमें कहा गया है कि देश में कुल प्राकृतिक रबड़ की खपत में टायर उद्योग की हिस्सेदारी 70 प्रतिशत से अधिक की है। संगठन का कहना है कि रबड़ बोर्ड ने चालू वित्तवर्ष के लिए बहुत अधिक उत्पादन के आंकड़े पेश किए थे, लेकिन जमीनी हकीकत रबड़ बोर्ड के अनुमानों के अनुरूप नहीं है क्योंकि शीट रबड़ की बाजार में आवक कम हो गई है।’’ एटीएमए ने कहा, ‘‘इसलिए उसने सरकार से प्राकृतिक रबड़ के आयात पर प्रतिबंध तत्काल हटाने और घरेलू कमी को दूर करने की सीमा तक प्राकृतिक रबड़ के शुल्क मुक्त आयात की अनुमति देने का आग्रह किया है क्योंकि आयात ने घरेलू कीमतों पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं दिखाया है जो लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय कीमतों से अधिक चल रही है।’’ स्थिति पर टिप्पणी करते हुए, एटीएमए के महानिदेशक राजीव बुद्धराजा ने कहा, ‘‘टायर उद्योग चालू वित्त वर्ष के दौरान प्राकृतिक रबड़ की घरेलू उपलब्धता की कमी अनुभव कर रहा है। हालांकि, दूसरी तिमाही में एक गंभीर संकट देखा जा रहा है, जबकि प्राकृतिक रबड़ की कीमतें बढ़ रही हैं।’’ उन्होंने कहा कि प्राकृतिक रबड़ की कमी को जल्द से जल्द दूर करने की जरूरत है ताकि टायर उत्पादन प्रक्रिया बाधित न हो।
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