कोविड-19 की तीसरी लहर का खतरा अब अधिक वास्तविक लग रहा है : रिपोर्ट
By भाषा | Published: July 14, 2021 08:05 PM2021-07-14T20:05:18+5:302021-07-14T20:05:18+5:30
मुंबई, 14 जुलाई देश में हालांकि कोविड-19 की दूसरी लहर का असर अब कम होता दिख रहा है, डेल्टा वेरिएंट की बढ़ती मौजूदगी और कोरोना वायरस में हो रहे बदलावों से तीसरी लहर का खतरा वास्तविक लग रहा है। एक विदेशी ब्रोकरेज कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में यह कहा है।
यूबीएस सिक्योरिटीज इंडिया की मुख्य अर्थशास्त्री तन्वी गुप्ता जैन ने कहा कि खतरा असली है और बढ़ रहा है क्योंकि पूर्व में रोजाना दी जा रही टीके की 40 लाख खुराक से इस समय यह संख्या घटकर 34 लाख हो गयी है। करीब 45 प्रतिशत संक्रमण के मामले ग्रामीण इलाकों में दर्ज किए जा रहे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया कि दूसरी तरफ कई राज्यों में आवाजाही प्रतिबंधों में धीरे-धीरे ढील देने के साथ 12 जुलाई तक लगातार सातवें हफ्ते आर्थिक गतिविधि में सुधार हुआ है।
तन्वी ने बुधवार को कहा कि देश भले ही दूसरी लहर को पीछे छोड़ चुका है, तीसरी लहर का खतरा बढ़ गया है। डेल्टा वेरिएंट की मौजूदगी और कोरोना विषाणु में हो रहे बदलावों से तीसरी लहर का खतरा वास्तविक लग रहा है।
उन्होंने कहा कि रोजाना दर्ज किए जाने वाले मामलों में कमी आयी है लेकिन सक्रिय मामलों में होने वाली कमी धीरे-धीरे घटती जा रही है।
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