नयी दिल्ली, 11 जून चीनी मिलों ने सितंबर में समाप्त होने जा रहे विपणन वर्ष 2020-21 में अब तक 42.5 लाख टन चीनी का निर्यात किया है, जिसमें से निर्यात की अधिकांश खेप इंडोनेशिया को भेजी गई है। व्यापार निकाय एआईएसटीए ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अखिल भारतीय चीनी व्यापार संघ (एआईएसटीए) ने एक बयान में कहा कि इस साल जनवरी
में खाद्य मंत्रालय ने 60 लाख टन चीनी निर्यात का कोटा तय किया था। इसमें से चीनी मिलों ने अब तक 58.5 लाख टन चीनी निर्यात का अनुबंध किया है।
कोटा के तहत लगभग 1,50,000 टन चीनी निर्यात की जानी बाकी रह गई है। ऐसे में कुछ चीनी मिलों को दूसरी मिलों के पास बची हुई कम चीनी मात्रा का पता लगाना मुश्किल हो रहा है। एआईएसटीए ने सरकार से 31 मई तक मिलों के पास बचे निर्यात कोटा की जानकारी उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है।
चीनी विपणन वर्ष अक्टूबर से सितंबर तक चलता है।
एआईएसटीए के अनुसार, चीनी मिलों ने एक जनवरी से सात जून 2021 तक कुल 42.5 लाख टन चीनी का निर्यात किया है।
अब तक किए गए कुल निर्यात में से अब तक इंडोनेशिया को 14 लाख टन का अधिकतम निर्यात किया गया है, इसके बाद अफगानिस्तान को 5,20,905 टन, संयुक्त अरब अमीरात को 4,36,917 टन और श्रीलंका को 3,24,113 टन का निर्यात किया गया है। इसके अलावा 3.59 लाख टन लदान में है जबकि अतिरिकत करीब पांच लाख चीनी बंदरगाह स्थित रिफाइनरियों तक पहुंचाई गई है।
एआईएसटीए के अध्यक्ष प्रफुल्ल विठलानी ने पीटीआई-भाषा को बताया, "अमेरिका ने ईरान पर तेल प्रतिबंध वापस ले लिया है, ऐसे में ईरान को चीनी निर्यात की संभावना है। पिछले साल सबसे अधिक चीनी निर्यात ईरान को हुआ था।"
महाराष्ट्र एक महीने में घरेलू बाजार में आवंटित कोटा बेचने में विफल रहा है। उन्होंने कहा कि सितंबर 2021 को समाप्त होने वाले चीनी वर्ष के अंत में 20 लाख टन से अधिक का अतिरिक्त बिना बिका स्टॉक रह सकता है।
एआईएसटीए ने चीनी निर्यात वाले बंदरगाहों को पत्र लिखा है कि वे हजीरा बंदरगाह की तरह चीनी निर्यात को प्राथमिकता दें। उसने कहा गया है कि केंद्रीय खाद्य मंत्रालय इस संदर्भ में मामले को जहाजरानी और वाणिज्य मंत्रालयों के समक्ष भी उठा सकता है।
इसमें कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय चीनी की कीमतों में थोड़ी नरमी आई है क्योंकि ब्राजील में बारिश की उम्मीद से चीनी उत्पादन में वृद्धि की संभावना बढ़ गई है।
एआईएसटीए ने कहा कि बिना सब्सिडी वाले चीनी का निर्यात शुरू हो गया है और अब तक लगभग दो लाख टन का कारोबार किया जा चुका है।
एआईएसटीए ने विपणन वर्ष 2020-21 तके 3.05 करोड़ टन चीनी उत्पादन का अनुमान लगाया है।
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