विदेशी बाजारों में गिरावट से सोयाबीन, सीपीओ में नुकसान, मांग बढ़ने से मूंगफली तेज

By भाषा | Published: August 27, 2021 07:08 PM2021-08-27T19:08:43+5:302021-08-27T19:08:43+5:30

Soybean due to fall in foreign markets, loss in CPO, groundnut intensified due to increase in demand | विदेशी बाजारों में गिरावट से सोयाबीन, सीपीओ में नुकसान, मांग बढ़ने से मूंगफली तेज

विदेशी बाजारों में गिरावट से सोयाबीन, सीपीओ में नुकसान, मांग बढ़ने से मूंगफली तेज

विदेशी बाजारों में गिरावट के रुख के बीच दिल्ली तेल तिलहन बाजार में शुक्रवार को सोयाबीन तेल तिलहन, कच्चा पामतेल (सीपीओ) और पामोलीन तेल के भाव नुकसान के साथ बंद हुए जबकि बिनौला महंगा होने से मूंगफली में मांग बढ़ी गई और इसमें तेल तिलहन कीमतों में सुधार आया। बाकी तेल तिलहनों के भाव पूर्ववत बने रहे। बाजार सूत्रों ने कहा कि शिकागो एक्सचेंज में 1.5 प्रतिशत और मलेशिया एक्सचेंज में 1.4 प्रतिशत की गिरावट रही। विदेशों में भाव टूटने से यहां भी सोयाबीन की मांग प्रभावित हुई। यहां अधिकांश सोयाबीन पेराई वाले तेल संयंत्र अपने रखरखाव में लगे हैं। साथ ही ऊंचे भाव पर खरीद कमजोर रही है। इसके अलावा, सोयाबीन तेल रहित खल (डीओसी) की कमी दूर करने के लिए इसके आयात की अनुमति दिये जाने के बाद इसकी मांग तात्कालिक रूप से प्रभावित हुई है। सूत्रों ने कहा कि अगले महीने देश में सरसों की दैनिक मांग बढ़ने की संभावना है, यही वजह है कि वायदा कारोबार में भाव टूटने के बाद भी हाजिर में भाव पूर्ववत बना रहा। वायदा कारोबार में पिछले तीन दिन में सरसों भाव में करीब 150 रुपये क्विन्टल की गिरावट आई है लेकिन हाजिर भाव नहीं टूट रहा है। सरसों की 40-45 प्रतिशत पेराई मिलें बंद हो चुकी हैं तथा अगली फसल आने में छह-साढ़े छह महीने शेष हैं। अगली बिजाई मौसम के लिए सरकार को हाफेड और नेफेड जैसी सहकारी संस्थाओं के माध्यम से सरसों बीज की, हरियाणा के रेवाड़ी सहित अन्य स्थानों से बाजार भाव पर खरीद कर लेनी चाहिये ताकि त्योहार के मौसम में बाजार पर नियंत्रण रखा जा सके। उन्होंने कहा कि बिनौला तेल का भाव मूंगफली के आसपास रहने के कारण विशेषकर गुजरात में मूंगफली तेल की मांग बढ़ गई है जिससे इसके तेल तिलहन के भाव सुधार देखा गया। बाकी तेल तिलहनों के भाव पूर्वस्तर पर ही बने रहे। बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल) सरसों तिलहन - 8,125 - 8,175 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये। मूंगफली - 6,720 - 6,865 रुपये। मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 15,400 रुपये। मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 2,370 - 2,500 रुपये प्रति टिन। सरसों तेल दादरी- 16,580 रुपये प्रति क्विंटल। सरसों पक्की घानी- 2,560 -2,610 रुपये प्रति टिन। सरसों कच्ची घानी- 2,645 - 2,755 रुपये प्रति टिन। तिल तेल मिल डिलिवरी - 15,100 - 17,600 रुपये। सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 15,020 रुपये। सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 14,950 रुपये। सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 13,650 रुपये। सीपीओ एक्स-कांडला- 12,000 रुपये। बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 14,550 रुपये। पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 13,650 रुपये।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: Soybean due to fall in foreign markets, loss in CPO, groundnut intensified due to increase in demand

कारोबार से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे