हरतालिका तीज पर सोना 600 रुपये बढ़कर 1,00,770 रुपये प्रति 10 ग्राम, चांदी की कीमतें 3,000 रुपये बढ़कर 1,18,000 रुपये प्रति किग्रा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 26, 2025 18:58 IST2025-08-26T18:49:58+5:302025-08-26T18:58:09+5:30
सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार, सोमवार को चांदी की कीमत 1,15,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।

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नई दिल्लीः कमजोर रुपये और मजबूत वैश्विक रुझानों के समर्थन से मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 600 रुपये बढ़कर 1,00,770 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी। 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत सोमवार को 1,00,170 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 500 रुपये बढ़कर 1,00,400 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) हो गया, जो पिछली बार 99,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी की कीमतें 3,000 रुपये बढ़कर 1,18,000 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गईं। सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार, सोमवार को चांदी की कीमत 1,15,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने कहा, ‘‘अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा फेडरल रिजर्व की गवर्नर लिसा कुक को हटाने के फैसले के बाद निवेशकों द्वारा पारंपरिक सुरक्षित निवेश की तलाश के कारण मंगलवार को सोने की कीमतों में तेजी आई। इस फैसले के कारण केंद्रीय बैंक की स्वतंत्रता को लेकर चिंताएं बढ़ गई थीं।’’
गांधी ने आगे कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के इस कदम ने फेडरल रिजर्व के नेतृत्व पर ब्याज दरों को जल्द कम करने का अतिरिक्त दबाव डाला है। वैश्विक स्तर पर, न्यूयॉर्क में हाजिर सोना 0.37 प्रतिशत बढ़कर 3,378.37 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा है। हालांकि, हाजिर चांदी 0.21 प्रतिशत गिरकर 38.48 डॉलर प्रति औंस रह गई।
अमेरिका द्वारा भारतीय उत्पादों पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लागू करने की योजना पर मसौदा नोटिस जारी करने के बाद कमजोर घरेलू बाजारों के चलते मंगलवार को अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 12 पैसे टूटकर 87.68 (अस्थायी) पर बंद हुआ। विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि 27 अगस्त से प्रभावी होने वाले भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त अमेरिकी शुल्क को लेकर चिंताओं के कारण रुपये की गति धीमी पड़ गई, जिसके बाद आयातकों की ओर से डॉलर की मजबूत मांग बढ़ी।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 87.74 पर खुला, और फिर दिन में कारोबार के दौरान इसने 87.63 के ऊपरी और 87.80 के निचले स्तर को छुआ। कारोबार के अंत में रुपया 87.68 (अस्थायी) पर बंद हुआ, जो पिछले बंद के मुकाबले 12 पैसे की गिरावट है। सोमवार को रुपया डॉलर के मुकाबले चार पैसे की गिरावट के साथ 87.56 पर बंद हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक (मुद्रा और कमोडिटी) अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत पर 50 प्रतिशत शुल्क (25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क सहित) 27 अगस्त से लागू होंगे और अगर शांति वार्ता में कोई प्रगति नहीं होती है तो रूस और उसके व्यापारिक साझेदारों पर और अधिक शुल्क लगाए जाएंगे।
जिससे कमजोर घरेलू बाजारों के कारण अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया टूट गया।’’ अमेरिका ने भारतीय उत्पादों पर अतिरिक्त 25 प्रतिशत शुल्क लागू करने की योजना का विवरण देते हुए एक मसौदा नोटिस जारी किया है। अमेरिका में प्रवेश करने वाले भारतीय सामानों पर 50 प्रतिशत का भारी शुल्क 27 अगस्त से लागू होगा।
जिससे झींगा मछली, परिधान, चमड़ा और रत्न एवं आभूषण जैसे कई श्रम-प्रधान निर्यात क्षेत्रों पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा। उच्च अतिरिक्त आयात शुल्क से अमेरिका को होने वाले 86 अरब डॉलर के भारतीय निर्यात के आधे से ज्यादा हिस्से पर असर पड़ेगा, जबकि दवाइयों, इलेक्ट्रॉनिक्स और पेट्रोलियम उत्पादों सहित शेष वस्तुओं को इस शुल्क से छूट मिलती रहेगी।
हालांकि, पिछले चार सत्रों में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के बाद आई नरमी ने रुपये की गिरावट को कुछ कम किया। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 1.48 प्रतिशत की गिरावट के साथ 67.78 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। इस बीच, मंगलवार तड़के ट्रम्प द्वारा अमेरिकी फेडरल रिजर्व की गवर्नर लिसा कुक को बर्खास्त करने के बाद अमेरिकी डॉलर में गिरावट दर्ज की गई।
विश्व की छह प्रमुख प्रतिस्पर्धी मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.05 प्रतिशत गिरकर 98.37 रह गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को 2,466.24 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।