लाइव न्यूज़ :

कमजोर मांग से चांदी वायदा कीमतों में गिरावट

By भाषा | Updated: April 9, 2021 15:57 IST

Open in App

नयी दिल्ली, नौ अप्रैल कमजोर हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को घटाया जिससे वायदा बाजार में शुक्रवार को चांदी वायदा कीमत 552 रुपये की हानि के साथ 66,949 रुपये प्रति किग्रा रह गयी।

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में चांदी के मई महीने में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 552 रुपये यानी 0.82 प्रतिशत की हानि के साथ 66,949 रुपये प्रति किलो रह गयी जिसमें 9,830 लॉट के लिये कारोबार हुआ।

वैश्विक स्तर पर, न्यूयार्क में चांदी की कीमत 1.23 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25.27 डॉलर प्रति औंस चल रहा था।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

भारतकफ सीरप मामले में सीबीआई जांच नहीं कराएगी योगी सरकार, मुख्यमंत्री ने कहा - अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा

क्रिकेटटी20 विश्व कप से बाहर, क्यों छीनी गई वनडे टीम की कप्तानी?, इस खिलाड़ी के साथ खेलेंगे शुभमन गिल?

भारतगोवा जिला पंचायत चुनावः 50 में से 30 से अधिक सीट पर जीते भाजपा-एमजीपी, कांग्रेस 10, आम आदमी पार्टी तथा रिवोल्यूश्नरी गोअन्स पार्टी को 1-1 सीट

क्राइम अलर्टप्रेमी गौरव के साथ अवैध संबंध, पति राहुल ने देखा?, पत्नी रूबी ने प्रेमी के साथ मिलकर हथौड़े-लोहे की छड़ से हत्‍या कर ग्राइंडर से शव टुकड़े कर फेंका, सिर, हाथ और पैर गायब

भारतलोनावला नगर परिषदः सड़क किनारे फल बेचने वालीं भाग्यश्री जगताप ने मारी बाजी, बीजेपी प्रत्याशी को 608 वोट से हराया

कारोबार अधिक खबरें

कारोबारक्रिसमस से पहले खुशखबरी, ब्याज दर 7.15 प्रतिशत, 22 दिसंबर 2025 से लागू, एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस लि ने मीडिल क्लास को दी राहत

कारोबारGold Rate Today: आज सस्ता हुआ सोना, जानें 22 दिसंबर 2025 को दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, चेन्नई, हैदराबाद और कोलकाता में सोने की कीमत

कारोबारफॉक्सकॉन ने भारत में महिलाओं द्वारा चलाई जा रही नई आईफोन फैक्ट्री में 30,000 नए कर्मचारियों को दी जॉब्स, जानें औसत मासिक सैलरी

कारोबारनए साल में झटका, 1 जनवरी 2026 से 3,000 रुपये तक की बढ़ोतरी, एथर एनर्जी की घोषणा

कारोबारFree Trade Agreement: ओमान, ब्रिटेन, ईएफटीए देशों, संयुक्त अरब अमीरात, ऑस्ट्रेलिया और मॉरीशस के बाद न्यूजीलैंड, 95 प्रतिशत उत्पादों पर शुल्क कम, जानें मुक्त व्यापार समझौते के फायदे