Share Bazar: शीर्ष 10 सबसे मूल्यवान घरेलू कंपनियों को झटका, छह का बाजार पूंजीकरण कुल मिलाकर 102280.51 करोड़ रुपये घटा, जानें लिस्ट में कौन-कौन शामिल
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 26, 2023 13:30 IST2023-06-26T13:29:46+5:302023-06-26T13:30:45+5:30
Share Bazar: शीर्ष 10 कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी, इंफोसिस और एसबीआई को अपने बाजार मूल्यांकन में गिरावट का सामना करना पड़ा।

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Share Bazar:शेयर बाजारों में कमजोर रुख के बीच पिछले सप्ताह शीर्ष 10 सबसे मूल्यवान घरेलू कंपनियों में छह का बाजार पूंजीकरण कुल मिलाकर 1,02,280.51 करोड़ रुपये घट गया। इस दौरान सबसे अधिक नुकसान रिलायंस इंडस्ट्रीज को हुआ। पिछले सप्ताह बीएसई सेंसेक्स 405.21 अंक या 0.63 प्रतिशत गिर गया था।
शीर्ष 10 कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी, इंफोसिस और एसबीआई को अपने बाजार मूल्यांकन में गिरावट का सामना करना पड़ा। दूसरी ओर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी और भारती एयरटेल का मूल्यांकन बढ़ गया।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 40,695.15 करोड़ रुपये घटकर 17,01,720.32 करोड़ रुपये रह गया। हिंदुस्तान यूनिलीवर का बाजार पूंजीकरण 17,222.5 करोड़ रुपये घटकर 6,20,797.26 करोड़ रुपये रह गया। एसबीआई के बाजार पूंजीकरण में 14,814.86 करोड़ रुपये की गिरावट हुई और यह 4,95,048.22 करोड़ रुपये रहा। दूसरी ओर एचडीएफसी बैंक ने 23,525.6 करोड़ रुपये जोड़े, जिससे उसका बाजार पूंजीकरण बढ़कर 9,18,984.17 करोड़ रुपये हो गया।
एफपीआई का भारतीय शेयर बाजारों पर भरोसा जारी, जून में अब तक 30,600 करोड़ रुपये निवेश किए
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) का भारतीय शेयर बाजारों पर भरोसा जारी है और जून में उन्होंने अब तक 30,600 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है। उन्होंने देश की व्यापक आर्थिक स्थिरता और मजबूत कॉरपोरेट आय पर भरोसा जताया है।
डिपॉजिटरी के आंकड़ों से पता चलता है कि एफपीआई ने मई में इक्विटी में 43,838 करोड़ रुपये निवेश किए, जो नौ महीने में सबसे अधिक है। यह आंकड़ा अप्रैल में 11,631 करोड़ रुपये और मार्च में 7,936 करोड़ रुपये था। इससे पहले, जनवरी-फरवरी के दौरान एफपीआई ने 34,000 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की थी।
कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी शोध (खुदरा) प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा कि आने वाले वक्त में कोषों का प्रवाह अस्थिर हो सकता है। खासतौर से अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बाद। आंकड़ों के मुताबिक 1-23 जून के दौरान एफपीआई ने भारतीय शेयरों में शुद्ध रूप से 30,664 करोड़ रुपये का निवेश किया।