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Russia-Ukraine war: ब्रेंट क्रूड 10 डॉलर चढ़ा, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन सहित कई देशों में बाजार धड़ाम, कच्चा तेल 2008 के बाद से उच्चतम स्तर पर

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 7, 2022 17:00 IST

Russia-Ukraine war: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच कमजोर वैश्विक बाजारों और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी सोमवार को शुरुआती कारोबार में लगभग तीन फीसदी टूट गए।

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ठळक मुद्देशेयर बाजारों में सोमवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में गिरावट देखी गई।सेंसेक्स गिरावट के साथ 52,713.08 पर आ गया।निफ्टी 15,798.30 पर आ गया।

Russia-Ukraine war: यूक्रेन द्वारा रूस के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगाने की मांग के बीच दोनों देशों में संघर्ष गहराने से कच्चे तेल की कीमतों में सोमवार को 10 डॉलर प्रति बैरल की जोरदार तेजी आई, जबकि दुनियाभर के शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखी गई।

एशिया में ब्रेंट कच्चा तेल दिन में कारोबार के दौरान 12 प्रतिशत से ज्यादा चढ़ गया, जबकि मानक अमेरिकी कच्चा तेल करीब 10 डॉलर बढ़कर 125 डॉलर प्रति बैरल के स्तर को पार कर गया। बाजार में ताजा उथल-पुथल उस समय शुरू हुई जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूसी सेना ने यूक्रेन के रणनीतिक स्थानों को कब्जे में ले लिया है।

इस दौरान शेयर बाजारों में भी भारी गिरावट हुई। फ्रांस का सीएसी-40 शुरुआती कारोबार में 3.6 फीसदी की गिरावट के साथ 5,841.82 पर रहा, जबकि जर्मनी का डीएएक्स करीब 4.1 फीसदी की गिरावट के साथ 12,564.78 पर आ गया। ब्रिटेन का एफटीएसई-100 दो प्रतिशत गिरकर 6,848.87 पर आ गया।

अमेरिकी में डाउ वायदा 1.6 प्रतिशत की गिरावट के साथ 33,048 पर था। एसएंडपी-500 वायदा 1.7 फीसदी गिरकर 4,252 पर आ गया। संकट के समय सुरक्षित निवेश माना जाने वाला सोना 26 डॉलर प्रति औंस बढ़कर 1,992.90 डॉलर के भाव पर पहुंच गया।

इस बीच, लीबिया की राष्ट्रीय पेट्रोलियम कंपनी ने कहा कि एक सशस्त्र समूह ने दो महत्वपूर्ण तेल क्षेत्रों को बंद कर दिया, जिसके बाद तेल की कीमतों पर अतिरिक्त दबाव देखा गया। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने कहा कि सदन रूस को वैश्विक अर्थव्यवस्था से अलग करने के उपायों पर विचार कर रहा है, जिसमें उसके तेल और ऊर्जा उत्पादों के आयात पर प्रतिबंध लगाना भी शामिल है।

दिन में एक वक्त अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 139.13 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गया था। लंदन में यह 9.22 डॉलर की तेजी के साथ 127.33 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। न्यूयॉर्क में अमेरिकी कच्चा तेल 9.70 डॉलर बढ़कर 125.38 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। इस तरह कच्चा तेल 2008 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। 

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