सरकारी प्रतिभूतियों में खुदरा निवेशकों को निवेश की सुविधा को रिजर्व बैंक की ‘रिटेल डायरेक्ट’ योजना
By भाषा | Updated: July 12, 2021 23:03 IST2021-07-12T23:03:38+5:302021-07-12T23:03:38+5:30

सरकारी प्रतिभूतियों में खुदरा निवेशकों को निवेश की सुविधा को रिजर्व बैंक की ‘रिटेल डायरेक्ट’ योजना
मुंबई, 12 जुलाई भारतीय रिजर्व बैंक ने सोमवार को ‘आरबीआई रिटेल डायरेक्ट’ योजना की घोषणा की। इसके जरिये व्यक्तिगत निवेशकों को सरकारी प्रतिभूतियों में एक स्थान से निवेश की सुविधा मिलेगी।
रिजर्व बैंक के साथ ‘रिटेल डायरेक्ट गिल्ट खाता’ खोलने और उसके प्रबंधन के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। हालांकि, भुगतान गेटवे के लिए पंजीकृत निवेशकों को शुल्क देना होगा।
सरकारी प्रतिभूतियों में खुदरा भागीदारी बढ़ाने के प्रयास के तहत फरवरी, 2021 को ‘द आरबीआई रिटेल डायरेक्ट सुविधा’ की घोषणा की थी। इसका मकसद खुदरा निवेशकों की ऑनलाइन पहुंच के जरिये सरकारी प्रतिभूतियों तक पहुंच में सुधार करना है। इसमें प्राथमिक और द्वितीयक बाजार दोनों शामिल हैं।
इसके अलावा उन्हें रिजर्व बैंक के पास गिल्ट प्रतिभूति खाता (रिटेल डायरेक्ट) खोलने की भी सुविधा दी जाएगी।
केंद्रीय बैंक ने कहा कि खुदरा निवेशक रिजर्व बैंक के पास रिटेल डायरेक्ट गिल्ट खाता (आरडीजी खाता) खोल सकते हैं। यह खाता इस योजना के लिए उपलब्ध कराए गए ऑनलाइन पोर्टल के जरिये खोला जा सकता है।
यह ऑनलाइल पोर्टल पंजीकृत प्रयोगकर्ताओं को सरकारी प्रतिभूतियों के प्राथमिक निर्गम के अलावा एनडीएस-ओएम तक पहुंच उपलब्ध कराएगा। एनडीएस-ओएम से आशय द्वितीयक बाजार में सरकारी प्रतिभूतियों में कारोबार के लिए आरबीआई की स्क्रीन आधारित इलेक्ट्रॉनिक ऑर्डर के मिलान की प्रणाली से है।
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