2000 रुपए के नोट को वापस लेने के फैसले पर बोले RBI गवर्नर- इसका अर्थव्यवस्था पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा
By मनाली रस्तोगी | Updated: June 26, 2023 11:19 IST2023-06-26T11:18:03+5:302023-06-26T11:19:14+5:30
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि आरबीआई द्वारा पिछले महीने घोषित 2000 रुपए के करेंसी नोट को वापस लेने से अर्थव्यवस्था पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा।

(फाइल फोटो)
नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि आरबीआई द्वारा पिछले महीने घोषित 2000 रुपए के करेंसी नोट को वापस लेने से अर्थव्यवस्था पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा। दास ने पीटीआई को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में बताया, "मैं आपको स्पष्ट रूप से बता सकता हूं कि 2000 रुपए का नोट, जिसे प्रचलन से वापस लिया जा रहा है, उसका अर्थव्यवस्था पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा।"
हालाँकि, दास ने 'अनिश्चितता' जैसी चुनौतियों की ओर इशारा किया, जिनसे भारतीय अर्थव्यवस्था को निपटना होगा। उन्होंने कहा, "दो-तीन चुनौतियां हैं। पहली अंतरराष्ट्रीय अनिश्चितता है, दूसरी अल नीनो पूर्वानुमान है, और अन्य मुख्य रूप से मौसम संबंधी घटनाएं हैं।" उन्होंने आगे कहा कि इसके अलावा केंद्रीय बैंक ने नीतिगत दरों को 'कैलिब्रेटेड' तरीके से बढ़ाने और मुद्रास्फीति को 5 प्रतिशत से कम करने सहित कई उपाय किए हैं।
EXCLUSIVE | VIDEO: "One thing I can clearly tell you is that the Rs 2,000 currency note that we are withdrawing right now will not have any negative impact on the economy," says RBI Governor Shaktikanta Das. pic.twitter.com/SBR6pZhsP7
— Press Trust of India (@PTI_News) June 26, 2023
19 मई को आरबीआई ने अपने मुद्रा प्रबंधन के हिस्से के रूप में 2000 रुपए मूल्यवर्ग के नोटों को वापस लेने की घोषणा की। हालाँकि, नोट वैध मुद्रा बने रहेंगे और लोग इन्हें अपनी निकटतम बैंक शाखा में बदल सकते हैं या जमा कर सकते हैं, ऐसा करने की अंतिम तिथि 30 सितंबर है। इसके अलावा एक बार में अधिकतम दस ऐसे नोट बदले या जमा किए जा सकते हैं।
EXCLUSIVE | VIDEO: "There are two or three challenges. First, is International uncertainty and second is El Nino forecast and others are mainly weather related events. These are uncertainties and we have to deal with them," says RBI Governor Shaktikanta Das. pic.twitter.com/OmHlnWO870
— Press Trust of India (@PTI_News) June 26, 2023
हालाँकि, इन्हें कितनी बार बदला/जमा किया जा सकता है, इसकी कोई सीमा नहीं है। 2000 रुपए मूल्यवर्ग के नोट 8 नवंबर, 2016 की नोटबंदी के तुरंत बाद पेश किए गए थे। इसलिए, इस वापसी को मीडिया ने 'मिनी-नोटबंदी' के रूप में वर्णित किया था।