ई-टिकट खरीदते समय यात्री 45 पैसे में यात्रा बीमा कराएं?, अश्विनी वैष्णव ने कहा-टिकट बुक करते समय विवेक से योजना का लाभ उठाएं
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 6, 2025 19:00 IST2025-08-06T18:59:30+5:302025-08-06T19:00:49+5:30
योजना ई-टिकट बुक करने वाले यात्रियों के लिए उपलब्ध है और लोगों को अतिरिक्त बीमा कवर प्रदान करती है जिन्होंने चुना है और प्रीमियम का भुगतान किया है।

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नई दिल्लीः रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कहा कि यात्री ई-टिकट खरीदते समय सभी करों सहित 45 पैसे का प्रीमियम देकर वैकल्पिक यात्रा बीमा योजना का लाभ उठा सकते हैं। लोकसभा में रेल यात्रा बीमा से संबंधित प्रश्नों के लिखित उत्तर में वैष्णव ने कहा कि सभी यात्री ऑनलाइन या आरक्षण काउंटरों से टिकट बुक कर सकते हैं; हालांकि, वैकल्पिक यात्रा बीमा योजना (ओटीआईएस) केवल उन कन्फर्म/आरएसी यात्रियों के लिए उपलब्ध है जिन्होंने अपनी टिकट ऑनलाइन बुक की है। वैष्णव ने कहा, ‘‘कोई भी यात्री, जो बीमा लाभ प्राप्त करना चाहता है, वह टिकट बुक करते समय अपने विवेक से इस योजना का विकल्प चुन सकता है। यह योजना ई-टिकट बुक करने वाले यात्रियों के लिए उपलब्ध है और यह उन लोगों को अतिरिक्त बीमा कवर प्रदान करती है जिन्होंने इसे चुना है और प्रीमियम का भुगतान किया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वर्तमान में, वैकल्पिक यात्रा बीमा योजना के तहत बीमा प्राप्त करने के लिए सभी करों सहित प्रति यात्री प्रति यात्रा प्रीमियम 0.45 रुपये (पैंतालीस पैसे) है। यात्री टिकट बुक करते समय बीमा योजना का विकल्प चुनता है और किराए के साथ प्रीमियम का भुगतान करता है।’’
रेल मंत्री के अनुसार, यात्रियों को बीमा कंपनी से सीधे उनके पंजीकृत मोबाइल और ईमेल आईडी पर संदेश के माध्यम से पॉलिसी की जानकारी प्राप्त होती है, साथ ही नामांकन विवरण दर्ज करने के लिए लिंक भी मिलता है। इसके अलावा, बीमा कंपनी पॉलिसी जारी करने और दावों के निपटान के लिए सीधेतौर पर जिम्मेदार होती है।
उन्होंने यह भी बताया कि यात्री बीमा कंपनी से ईमेल के माध्यम से प्राप्त दस्तावेजों के अनुसार सीधे बीमा कंपनी के पास दावा दायर करते हैं, और दावा दायर करना यात्री और बीमा कंपनी के बीच एक सतत प्रक्रिया है। इन दावों के तहत प्रभावित यात्रियों/उनके रिश्तेदारों को बीमा कंपनियों द्वारा वितरित कुल राशि का विवरण देते हुए।
वैष्णव ने कहा, ‘‘पिछले पांच वर्षों के दौरान यात्रियों द्वारा दावा दायर करने के बाद बीमा कंपनियों द्वारा 333 दावों का निपटारा किया गया और बीमा कंपनियों द्वारा यात्रियों को 27.22 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान किया गया है।’’ मंत्री ने सदन को सूचित किया कि यात्री आईआरसीटीसी वेबसाइट या ऐप पर टिकट बुक करते समय केवल टिक बॉक्स पर क्लिक करके आसानी से योजना को स्वीकार कर सकते हैं।
रींगस से खाटू तक नयी रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण शुरू: रेल मंत्री
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को लोकसभा को बताया कि राजस्थान के रींगस से खाटू तक सीधा रेल संपर्क प्रदान करने के लिए 254 करोड़ रुपये की लागत से 17 किलोमीटर लंबी एक नयी रेल लाइन परियोजना को मंजूरी दी गई है और इसके लिए भूमि अधिग्रहण का काम शुरू हो गया है। राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू कस्बे में ही खाटू श्याम का प्रसिद्ध मंदिर है।
वैष्णव ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में कहा, ‘‘खाटू श्याम जी के मंदिर जाने के लिए अभी मुख्य रेलवे स्टेशन रींगस है। वर्तमान में दिल्ली से रींगस के लिए आठ जोड़ी मेल/एक्सप्रेस ट्रेन सेवाएं उपलब्ध हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘खाटू तक सीधा रेल संपर्क प्रदान करने के लिए 254 करोड़ रुपये की लागत से रींगस-खाटू श्याम जी (17 किलोमीटर) नयी रेल लाइन परियोजना को मंजूरी दी गई है।
वर्ष 2025-26 के लिए 43 करोड़ रुपये का परिव्यय आवंटित किया गया है। भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू हो चुका है।’’ वैष्णव के अनुसार 2024-25 और 2025-26 (जून 2025 तक) में रींगस और दिल्ली क्षेत्र के बीच क्रमशः कुल 4.98 लाख और 1.25 लाख लोगों ने आरक्षण कराकर सफर किया। मंत्री ने कहा, ‘‘इसके अलावा, 2024-25 और 2025-26 (जून 2025 तक) की अवधि के दौरान रींगस और दिल्ली क्षेत्र के बीच चलने वाली रेलगाड़ियों में सीट क्षमता से 100 प्रतिशत से अधिक लोगों से सफर किया।’’
महाराष्ट्र: ‘रो-रो’ कार परिवहन ट्रेन सेवा में एक और पड़ाव जोड़ा
कोंकण रेलवे ने आगामी गणेशोत्सव के दौरान महाराष्ट्र के कोलाड से गोवा के वेरणा के बीच चलने वाली ‘रो-रो’ (रोल ऑन-रोल ऑफ) कार परिवहन ट्रेन सेवा के लिए एक अतिरिक्त ठहराव की घोषणा की है। अब यह ट्रेन नंदगांव रोड स्टेशन पर भी रुकेगी। कोंकण रेलवे, जो 1999 से रो-रो ट्रक सेवा का संचालन कर रही है, ने कोलाड (महाराष्ट्र के रायगढ़ में) और वेरणा (दक्षिण गोवा के जिले) के बीच ‘रो-रो’ कार परिवहन सेवा शुरू की है जिसका उद्देश्य तटीय मार्ग पर यात्रियों के लिए सुविधा और पहुंच को और बढ़ाना है।
कोंकण रेलवे ने मंगलवार को एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘इसके साथ ही यात्री अब नंदगांव रोड पर भी अपनी गाड़ी ट्रेन पर चढ़ा और उतार सकते हैं जिससे कार मालिकों के लिए यात्रा अधिक सुगम और अनुकूल हो जाएगी।’’ उन्होंने कहा कि यह ‘ठहराव’ जनता की मांग और यात्रियों से प्राप्त सुझावों के आधार पर शुरू किया गया है।
कोंकण रेलवे द्वारा पहले जारी की गई एक विज्ञप्ति के अनुसार, नई रो-रो कार सेवा 23 अगस्त को कोलाड से और 24 अगस्त को वेरणा से शुरू होगी और यह 11 सितंबर तक प्रत्येक दिशा में वैकल्पिक दिनों पर संचालित होगी। विशेष रूप से डिजाइन किए गए ‘रेक’ में प्रति यात्रा 40 कारें चढ़ाई जा सकती हैं जिनमें 20 वैगन होते हैं और हर वैगन पर दो कारें रखी जाती हैं।
कोंकण रेलवे ने ‘रो-रो’ कार परिवहन सेवा के लिए माल-ढुलाई शुल्क और समय में भी संशोधन किया है, साथ ही बुकिंग की अंतिम तिथि 13 अगस्त से बढ़ाकर 18 अगस्त कर दी है। हालांकि, ‘रो-रो’ ट्रेन से जुड़े 3एसी और 2एस कोचों में अपनी कार के साथ यात्रा करने की अनुमति वाले यात्रियों की संख्या और उनसे लिए जाने वाले किराए में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
विज्ञप्ति के अनुसार, कोलाड से वेरण की यात्रा के लिए वाहन चालकों को प्रति कार 7,875 रुपये का भुगतान करना होगा जिसमें 5 प्रतिशत जीएसटी शामिल है और कोलाड से नंदगांव की यात्रा के लिए 5,460 रुपये का भुगतान करना होगा। ‘रो-रो’ ट्रेन रायगढ़ जिले के कोलाड से दोपहर 2 बजे के बजाय दोपहर 3 बजे रवाना होगी और रात 10 बजे नंदगांव रोड स्टेशन पहुंचेगी।
वहां से यह आधी रात को रवाना होगी और अगले दिन सुबह 6 बजे गोवा के वेरणा पहुंचेगी। विज्ञप्ति के अनुसार, वेर्णा से रो-रो ट्रेन दोपहर 3 बजे रवाना होगी और रात 8 बजे नंदगांव रोड स्टेशन पहुंचेगी। वहां से यह रात 10.30 बजे रवाना होगी और अगले दिन सुबह 6 बजे कोलाड पहुंचेगी। इसमें कहा गया है कि वाहन चालकों को प्रस्थान समय से तीन घंटे पहले वेरणा, कोलाड और नंदगांव रोड स्टेशनों पर पहुंचना होगा।