Proprietorship Tax Return Filing: प्रोपराइटरशिप इनकम टैक्स रिटर्न कैसे फाइल करें? जानें ऑनलाइन प्रोसेस

By अंजली चौहान | Published: July 22, 2023 01:19 PM2023-07-22T13:19:18+5:302023-07-22T13:20:40+5:30

भारत में स्वामित्व के लिए आईटीआर दाखिल करना व्यक्तियों के लिए दाखिल करने जैसी ही प्रक्रिया का पालन करता है, जिसमें व्यावसायिक आय के लिए कुछ अंतर होते हैं।

Proprietorship Tax Return Filing How to file Proprietorship Income Tax Return? Learn online process | Proprietorship Tax Return Filing: प्रोपराइटरशिप इनकम टैक्स रिटर्न कैसे फाइल करें? जानें ऑनलाइन प्रोसेस

फोटो क्रेडिट- फाइल फोटो

Proprietorship Tax Return Filing: आयकर विभाग की ओर से इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की आरीखी तारीख 31 जुलाई दी गई है और इससे पहले सभी को आईटीआर फाइल करने की अपील की गई है। ऐसे में जल्द से जल्द अपना आईटीआर भरना जरूरी है। कई लोग इस काम के लिए सीए की मदद लेते हैं और कई खुद ही ऑनलाइन आईटीआर दाखिल कर लेते हैं।

वहीं, प्रोपराइटरशिप या स्वामित्व या पेशे सहित व्यवसाय से आय वाले व्यक्तियों और एचयूएफ (हिंदू अविभाजित परिवार) को भी आईटीआर दाखिल करना जरूरी है। इसके अंतगर्त आने वाले लोगों को आईटीआर -3 फॉर्म भरना होगा।

भारत में स्वामित्व के लिए आईटीआर दाखिल करना व्यक्तियों के लिए दाखिल करने जैसी ही प्रक्रिया का पालन करता है, जिसमें व्यावसायिक आय के लिए कुछ अंतर होते हैं।

वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए आईटीआर दाखिल करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई, 2023 है। ऐसे में अगर आप एक प्रोपराइटरशिप चलाते हैं तो आपको आईटीआर फाइल करने के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए। 

प्रोपराइटर और स्व-रोजगार के लिए आईटीआर कैसे दाखिल करें?

1- करदाता सबसे पहले इनकम टैक्स पोर्टल पर लॉग इन करें और ई-फाइल > आयकर रिटर्न > आयकर रिटर्न दाखिल करें पर क्लिक करें। 

2- मूल्यांकन वर्ष और फाइल करने के लिए ऑनलाइन मोड के रूप में 2023-23 (वर्तमान निर्धारण वर्ष) का चयन करें; जारी रखें पर क्लिक करें

3- स्टार्ट न्यू फाइलिंग पर क्लिक करें और आईटीआर-3 चुनें और प्रोसीड विद आईटीआर-3 पर क्लिक करें और फिर लेट्स गेट स्टार्टेड पर क्लिक करें।

4- आईटीआर दाखिल करने के कारण के लिए अन्य का चयन करें और जारी रखें पर क्लिक करें।

5- इसके बाद आपको पांच श्रेणियां दिखेंगी जिसमें 33 अनुसूचियां हैं। इसमें बाएं पैनल से आय पर जाएं और आगे बढ़ने के लिए इस श्रेणी में कम से कम एक शेड्यूल जैसे शेड्यूल अन्य स्रोत चुनें। अपनी आय के स्रोतों के अनुसार अन्य का चयन करें।

6- बाएं पैनल पर व्यवसाय पर क्लिक करें और सभी प्रासंगिक शेड्यूल जैसे व्यवसाय की प्रकृति, बैलेंस शीट, विनिर्माण खाता, लाभ और हानि खाता, व्यवसाय से आय आदि का चयन करें।

7- अगर आप डेप्रिसिएशन चाहते हैं तो बाएं पैनल पर डेप्रिसिएशन(मूल्यह्रास) पर क्लिक करें और तदनुसार शेड्यूल चुनें, जिसे टूट-फूट के कारण किसी वस्तु के मूल्य में गिरावट के रूप में परिभाषित किया गया है और लेखांकन या कराधान उद्देश्यों के लिए कटौती का दावा किया जा सकता है। जारी रखें पर क्लिक करें।

8- शेड्यूल सारांश के तहत, भाग ए - सामान्य पर क्लिक करें और अपनी व्यक्तिगत जानकारी भरें, संपर्क करें, फाइलिंग अनुभाग के तहत 139 (1) का चयन करें और चुनें कि क्या आपने नई या पुरानी कर दाखिल व्यवस्था का विकल्प चुना है, अन्य प्रश्न का उत्तर हां या नहीं में दें और सहेजें पर क्लिक करें।

9- ऑडिट सूचना के तहत, चुनें कि क्या आप खातों की किताबें बनाए रखने के लिए उत्तरदायी हैं, क्या आपका टर्नओवर 1 करोड़ रुपये से अधिक है, क्या आप ऑडिट के लिए उत्तरदायी हैं, आदि और सेव पर क्लिक करें।

10- अपने बैंक खाते का विवरण साझा करें और बैंक विवरण के अंतर्गत पुष्टि करें पर क्लिक करें। अब व्यवसाय की प्रकृति के अंतर्गत, विवरण जोड़ें पर क्लिक करें। ड्रॉपडाउन से अपने व्यवसाय का प्रकार और अपने व्यवसाय का नाम चुनें और जोड़ें पर क्लिक करें और फिर पुष्टि पर क्लिक करें।

11- प्रोफाइल और हानि (पी एंड एल) खाते पर जाएं और लाभ और हानि खाते में क्रेडिट के तहत, अपने लिए प्रासंगिक प्राप्तियों जैसे कि किराया, कमीशन, लाभांश आय, ब्याज आय, अचल संपत्तियों की बिक्री पर लाभ, आदि का विवरण जोड़ें।

12- इसी तरह, डेबिट टू प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट के तहत, अपने सभी खर्च जैसे माल ढुलाई, बिजली और ईंधन, किराया, भवन और मशीनरी की मरम्मत, कर्मचारियों को मुआवजा आदि जोड़ें और सेव पर क्लिक करें और जारी रखें पर क्लिक करें।

13- अगर ऐसे खर्च हैं जिनके लिए विकल्प उपलब्ध नहीं है, तो आप इसे अन्य खर्चों के अंतर्गत रख सकते हैं, और फिर Add पर क्लिक करें और फिर Confirm पर क्लिक करें।

14- अब पार्ट ए - बैलेंस शीट पर जाएं और फंड के स्रोत के तहत, मालिक के फंड, ऋण और अग्रिम के तहत विवरण दर्ज करें और ऐड पर क्लिक करें।

15- निधियों के अनुप्रयोग के अंतर्गत, अचल संपत्तियों, निवेशों, वर्तमान संपत्तियों, ऋणों और अग्रिमों के अंतर्गत विवरण दर्ज करें और जोड़ें पर क्लिक करें। 

16- एप्लिकेशन और फंड के स्रोत के अंतर्गत आपकी धन राशि समान होनी चाहिए। जब ये हो जाए तो कन्फर्म पर क्लिक करें।

17- इसके बाद अगर आपके व्यापार के लिए विभिन्न धाराओं के तहत कटौती के लिए अन्य अनुसूचियां प्रासंगिक है तो इसे भरें। 

18- इसके तहत भाग बी - टीटीआई पर जाएं जो आपकी आय पर लगाया गया कर दिखाएगा; प्रीव्यू रिटर्न पर क्लिक करें
साझा किए गए विवरण को स्वीकार करें और पूर्वावलोकन के लिए आगे बढ़ें पर क्लिक करें। 

19- पूरे फॉर्म को दोबारा चेक करें और प्रोसिड टू वेलिडेशन पर क्लिक करें। अगर फाइलिंग में कोई गलती नहीं है तो ये सत्यापन दिखाएगा जिसपर आपको क्लिक करना। 

20- e-Verify Now पर क्लिक करें और जारी रखें पर क्लिक करें। फॉर्म को ओटीपी या डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट के माध्यम से सत्यापित करें और जारी रखें पर क्लिक करें।

21- आईटीआर-3 फॉर्म दाखिल करने के लिए सबमिट पर क्लिक करें। 

नोट:अगर आपको अपना आईटीआर फाइल करने में दिक्कत आ रही तो आप किसी सीए की सलाह जरूर लें। 

Web Title: Proprietorship Tax Return Filing How to file Proprietorship Income Tax Return? Learn online process

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