Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana: प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना के तहत महिलाओं को दिए जाने वाले पांच हजार रुपए पिछले कुछ महीनों से नहीं मिले हैं. दरअसल, 17 मार्च 2023 से पोर्टल लाभार्थी पंजीयन बंद है. लाभार्थियों को 1 अप्रैल 2023 से 26 अक्तूबर 2023 तक लाभ भी बंद था. 27 अक्तूबर से योजना का लाभ फिर से मिलने लगा है.
मोबाइल से करें ऑनलाइन आवेदन
प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थी स्वयं पोर्टल पर पंजीयन करा सकते हैं. इसके लिए उन्हें अपना मोबाइल नंबर डालकर और जरूरी जानकारी देकर आवेदन करना पड़ता है. इसके अलावा पीएमएमवीवाई एप्प डाउनलोड करके भी आवेदन किया जा सकता है.
इसके लिए आशा वर्कर या आंगनवाड़ी सेविकाओं को भी यूजर आईडी दिए गए हैं, वे भी लाभार्थियों का पंजीयन कर सकते हैं. वहीं, योजना की वेबसाइट पर जाकर भी लाभार्थी सिटीजन लॉगिन से पंजीयन करा सकते हैं.
8 महीनों से पैसे ही नहीं मिले
योजना के तहत 17 मार्च 2023 से पोर्टल पर नए लाभार्थियों का पंजीयन बंद था. इसके अलावा लाभार्थियों को 1 अप्रैल 2023 से 26 अक्तूबर 2023 तक लाभ देना भी बंद था. हालांकि अब योजना के तहत 27 अक्तूबर 2023 से लाभ फिर से मिलना शुरू हो गया है.
17 हजार महिलाओं के प्रस्ताव हैं लंबित
प्रधानमंत्री मातृवंदना याेजना की जिला कार्यक्रम समन्वयक रज्जू परिपगार ने बताया कि पुराने पोर्टल पर 1 लाख 55 हजार 123 लाभार्थियों का पंजीयन हुआ है. इनमें से 1 लाख 37 हजार 851 लाभार्थियों को लाभ मिल गया है जबकि 17 हजार 272 लाभार्थियों का लाभ लंबित है.
नया पोर्टल 8 अगस्त से शुरू हो गया है लेकिन पुराने लाभार्थियों का डाटा नए पोर्टल पर लिंक नहीं किए जाने से पुराने लाभार्थियों का स्टेटस नहीं देखा जा सकता है. लाभार्थियों को लाभ सीधे राज्य कार्यालय से डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से जमा कराया जाता है. पुराने पंजीकृत लाभार्थियों को भी लाभ देने की प्रक्रिया राज्य कार्यालय से शुरू है.
मनपा क्षेत्र में नहीं हो पा रही एंट्री
नए पोर्टल में केवल ग्रामीण क्षेत्र से अब तक तहसीलवार 5 हजार 965 व नगर परिषद क्षेत्र में 246 लाभार्थियों का पंजीयन हुआ है. इनमें से 669 लाभार्थियों का लाभ मिल चुका है. महानगरपालिका क्षेत्र में वार्ड को लेकर पोर्टल में तकनीकी समस्या होने से लाभार्थियों की ऑनलाइन एंट्री नहीं की जा रही है. इस समस्या को हल करने के लिए प्रयास जारी हैं.
क्या है मातृवंदना योजना?
केंद्र सरकार ने 1 जनवरी 2017 से प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) लागू की है. इसके तहत गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं और बच्चों के स्वास्थ्य व पोषण में सुधार के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है. सामाजिक व आर्थिक रूप से वंचित घटक की महिलाओं को दो किश्तों में 5 हजार रुपए तक सहायता की जाती है.
किसे मिलता है लाभ?
1. अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग की महिला2. जो महिलाएं अंशत: (40%) अथवा पूर्ण विकलांग है3. बीपीएल राशनकार्ड धारक महिला4. प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की लाभार्थी महिला.5. ई-श्रम कार्ड धारक महिला6. किसान सम्मान निधि की लाभार्थी महिला किसान7. मनरेगा जॉब कार्ड धारक महिला8. जिन महिलाओं के परिवार की कुल आय वर्ष में 8 लाख से कम है9. गर्भवती और स्तनपान कराने वाली आंगनवाड़ी सेविका, सेविकाएं व आशा स्वयंसेविकाएं
दो किश्तों में मिलते हैं ₹5000
यह लाभ पहले दो जीवित बच्चों के लिए महिला को दिया जाता है लेकिन दूसरी संतान लड़की होना जरूरी है. पहली संतान के लिए 5 हजार रुपए दो किश्तों में दिए जाते हैं. वहीं, दूसरी संतान के लिए 6 हजार रुपए जन्म के बाद एक किश्त में मिलते हैं, लेकिन दूसरी संतान लड़की होना अनिवार्य है. लाभार्थियों को आधार कार्ड के आधार पर लाभ दिया जाता है.
लाभ के लिए आशा या आंगनवाड़ी सेविकाओं से संपर्क करें
जिला माता व बाल संगोपन अधिकारी, नागपुर डॉ. रेवती साबले ने कहा कि प्रथम गर्भवती महिलाएं और 1 अप्रैल 2022 के बाद दूसरी लड़की को जन्म देने वाली महिलाएं योजना का लाभ पाने के लिए आशा स्वास्थ्य सेविकाओं या आंगनवाड़ी सेविकाओं से संपर्क कर सकती हैं. इसके अलावा वे स्वयं योजना की वेबसाइट या एप्प के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं.