Paytm Payments Bank: पेटीएम को एक और झटका, पेटीएम पेमेंट्स बैंक की स्वतंत्र निदेशक मंजू अग्रवाल ने निजी कारणों से बोर्ड से इस्तीफा दिया
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: February 12, 2024 22:30 IST2024-02-12T22:29:10+5:302024-02-12T22:30:02+5:30
Paytm Payments Bank: पीपीबीएल की चुकता शेयर पूंजी का 49 प्रतिशत हिस्सा वन97 कम्युनिकेशंस के पास है। बैंक में विजय शेखर शर्मा के पास 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

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Paytm Payments Bank: पेटीएम का संचालन करने वाली कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड ने सोमवार को कहा कि सहयोगी इकाई पेटीएम पेमेंट्स बैंक की स्वतंत्र निदेशक मंजू अग्रवाल ने निजी कारणों से बोर्ड से इस्तीफा दिया है। पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) पर रिजर्व बैंक ने 31 जनवरी को कई तरह की पाबंदियां लगा दी थीं। उसे 29 फरवरी के बाद ग्राहक खातों, वॉलेट, फास्टैग और अन्य साधनों में जमा या टॉप-अप स्वीकार करना बंद करने को कहा गया है। इस निर्देश के एक दिन बाद ही अग्रवाल ने पीपीबीएल से इस्तीफा दे दिया था।
उनके इस्तीफे के संदर्भ में शेयर बाजारों ने पेटीएम से स्पष्टीकरण मांगा था। पेटीएम ने शेयर बाजारों को दी गई सूचना में कहा, ‘‘पीपीबीएल ने हमें सूचित किया है कि स्वतंत्र निदेशक मंजू अग्रवाल ने अपनी निजी प्रतिबद्धताओं के चलते एक फरवरी, 2024 को निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया। इसे पीपीबीएल के निदेशक मंडल ने छह फरवरी, 2024 को दर्ज किया था।’’
पीपीबीएल की चुकता शेयर पूंजी का 49 प्रतिशत हिस्सा वन97 कम्युनिकेशंस के पास है। बैंक में विजय शेखर शर्मा के पास 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है। अग्रवाल के अलावा पेटीएम पेमेंट्स बैंक के स्वतंत्र निदेशक शिंजिनी कुमार ने भी एक फरवरी को निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया है। इस बारे में मीडिया की तरफ से भेजे गए सवालों का पीपीबीएल ने कोई जवाब नहीं दिया है।
पेटीएम पेमेंट सर्विसेज में ओसीएल के निवेश के लिए सरकार की मंजूरी का इंतजार: पेटीएम
वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (ओसीएल) ने सोमवार को कहा कि उसे अपनी भुगतान एग्रीगेटर अनुषंगी कंपनी पेटीएम पेमेंट सर्विसेज लिमिटेड में निवेश के लिए सरकार की मंजूरी नहीं मिली है। पेटीएम पेमेंट सर्विसेज लिमिटेड (पीपीएसएल) ने भुगतान एग्रीगेटर के रूप में काम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के समक्ष लाइसेंस के लिए आवेदन किया था।
यह आवेदन भुगतान एग्रीगेटर्स और भुगतान गेटवे के विनियमन दिशानिर्देशों के तहत किया गया था। आरबीआई ने हालांकि नवंबर, 2022 में पीपीएसएल के आवेदन को खारिज कर दिया और कंपनी को एफडीआई नियमों के तहत प्रेस नोट तीन का अनुपालन करते हुए इसे फिर से जमा करने को कहा।
पेटीएम ने शेयर बाजार को बताया, ‘‘आवेदन के तहत पीपीएसएल ने ओसीएल द्वारा किए गए निवेश की मंजूरी के लिए भारत सरकार के पास भी आवेदन किया था, जिसकी मंजूरी का फिलहाल इंतजार है। मंजूरी मिलते ही हम शेयर बाजारों को इस बारे में सूचित करेंगे।’’ पेटीएम ने कहा कि इस बीच पीपीएसएल अपने मौजूदा ऑनलाइन व्यापार साझेदारों को सेवाएं देना जारी रखेगी।