Ola Electric IPO: आईपीओ का कल है आखिरी दिन, निवेश करें या नहीं, यहां पढ़ें एक्सपर्ट की सलाह
By आकाश चौरसिया | Updated: August 5, 2024 10:48 IST2024-08-05T09:50:43+5:302024-08-05T10:48:48+5:30
Ola Electric IPO: कंपनी मुख्य तौर पर रिसर्च एंड डेवलपमेंट पर काम कर रही, इसके साथ मैन्युफैक्चरिंग और प्रोडेक्ट को सप्लाई शामिल है। ये इसलिए जानना जरूरी है कि कंपनी मुख्य तौर पर आईपीओ से जुटाए रुपयों का इस्तेमाल इसमें करने जा रही है।

फोटो क्रेडिट- (एक्स)
Ola Electric IPO: मार्केट में इलेक्ट्रिक व्हीकल 'ओला' का आईपीओ बीते 1 अगस्त को लॉन्च हुआ, जिसे माना जा रहा है कि यह एलआईसी के बाद सबसे बड़ा आईपीओ है, क्योंकि उस दौरान LIC ने 21000 करोड़ रु का आईपीओ लॉन्च किया था। लेकिन इस बार कंपनी ने अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए 6,146 करोड़ रु का जारी किया। हालांकि, माना जा रहा है कि शुरुआती दिनों में निवेशकों का रुझान कम रहा, लेकिन 2 अगस्त को इश्यू को 35 फीसदी सब्सक्राइब किया गया।
कंपनी मुख्य तौर पर रिसर्च एंड डेवलपमेंट पर काम कर रही, इसके साथ उत्पादन और प्रोडेक्ट को सप्लाई करना शामिल है। साथ में इंटेग्रेटेड टेक्नोलॉजी पर भी काम कर रहे हैं, जिसमें बैटरी पैक, मोटर्स और ओला फ्रेम फेक्टरी में व्हीकल का एलाइनमेंट शामिल है। हालांकि, खुदरा निवेशकों ने आईपीओ का नेतृत्व कर रहे हैं।
इसके साथ मार्केट एकस्पर्ट बता रही हैं कि कंपनी वर्टिकली इंटीग्रेटेड उत्पादन करती है, तो उसमें या तो बैटरी विदेश से खरीदते हैं या फिर वो बैटरी देश में उत्पादित करते हैं। इसके साथ ओला ऑनलाइन सुविधा और ट्रेवलिंग भी अपने ग्राहकों मुहैया कराते हैं।
ओला ने अपना पहला इलेक्ट्रिक व्हीकल अगस्त 2021 में लॉन्च किया था, जिसमें इलेक्ट्रिक व्हीकल का उन्होंने पहला वर्जन ही लॉन्च किया था, लेकिन अब कंपनी 7 प्रोडेक्ट बाजार में चुकी है। निकट भविष्य में कंपनी ईवी मोटरसाइकिल बाजार में लाने को लेकर काम कर रही है। इससे जुड़ी जानकारी रचना रानाडे (प्रोफेशनल सीए) हैं।
ओला के 870 एक्सपीरियंस सेटंर और 431 सर्विस केंद्र, इसके साथ ये अपने प्रोडेक्ट को ओमिनी चैनल माध्यम से मुहैया कराते हैं। भारत ईवी व्हीकल के मामले में अंतरराष्ट्रीय बाजार के मुकाबले घरेलू व्यापार में सप्लाई करने वाली दूसरी बड़ी कंपनी है। हालांकि, कोविड के समय ईवी की मांग में कमी जरूर आई थी, लेकिन खुले बाजार के बाद कंपनी ने इसे बरकरार कर लिया और तेजी से भाग रही है। इस दौरान केंद्र की सरकार ने भी पीएलआई के जरिए ऐसी कंपनियों को बूस्ट दिया। ऐसी कंपनियों के आयात बिल में कटौती कर दी थी और निर्यात बढ़ाने की बात कही।
कंपनी के 304 पेटेंट हैं, 74 डिजाइन हैं, 959 कर्मचारी रिसर्ट एंड डेवलपमेंट में काम कर रहे हैं। हालांकि, कंपनी ने आईपीओ जारी करते हुए ये भी बताया कि शुरुआत से ही परिचालन में घाटा और नकारात्मक नकदी प्रवाह झेलना पड़ा है। उन्होंने कहा कि सीमित ऑपरेटिंग इतिहास है और इसलिए कंपनी भविष्य में ज्यादा मुनाफा में रहे, इसकी कोई गारंटी नहीं है।
ओला की ओर से कहा गया कि बैटरी पर काम कर रहे हैं, क्योंकि अभी ये शुरुआती दौर में है, इसलिए अभी ये सुनिश्चित नहीं कर सकते हैं कि बैटरी सालों साल अच्छी चले, इसलिए कंपनी ने इस जोखिम को भी उजागर किया है।
बैटरी के विस्तारित वारंटी दावे प्रस्तुत करने वाले ग्राहकों की संख्या की 2024 में 147 रही, जो कि 2023 में 31 थी, विस्तारित वारंटी का लाभ उठाने वाले ग्राहकों की कुल संख्या 2024 90,825 रही, जो कि 2023 में 63,032 थी।
1 आईपीओ की कीमत 72 से 76 रु के बीच है, कंपनी ने ये बताया कि जुटाए रुपयों से वो आर एंड डी पर खर्च करने जा रहे हैं, साथ में इनके एक लॉट की साइज करीब 195 शेयरों की है, जिसकी कुल कीमत आपको 14,820 रुपए जाकर पड़ेगी। ऐसे में आप एक साथ 13 लॉट में 2535 शेयर को एक साथ खरीदते हैं तो उसकी कुल कीमत 1,92,660 लाख रुपए बैठेगी।