पीएनबी घोटाला: नीरव मोदी के वकील ने दिया बयान, 'मेरे क्लाइंट ने नहीं किया कोई घोटाला, लौटने में लगेगा वक्त'
By भारती द्विवेदी | Updated: March 10, 2018 16:49 IST2018-03-10T15:06:46+5:302018-03-10T16:49:44+5:30
नीरव मोदी और मेहुल चौकसी दोनों ने सीबीआई को ईमेल के जरिए जांच में सहयोग पर अपना जवाब भेज दिया था। अब नीरव मोदी के वकीन ने बयान दिया है।

पीएनबी घोटाला: नीरव मोदी के वकील ने दिया बयान, 'मेरे क्लाइंट ने नहीं किया कोई घोटाला, लौटने में लगेगा वक्त'
नई दिल्ली, 10 मार्च: पंजाब नेशनल बैंक से 12,600 करोड़ रुपए के घोटाले के आरोप में हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चौकसी दोनों ही देश छोड़ कर फरार हैं। सीबीआई ने इन दोनों के खिलाफ एक बार फिर से समन जारी किया है। वहीं नीरव मोदी के वकील विजय अग्रवाल का कहना है, 'मेरे क्लाइंट (नीरव मोदी) ने सीबीआई को जवाब भेज दिया है। सुरक्षा के कारणों से उन्हें वापस में आने में समय लगेगा। साथ ही मेरे क्लाइंट अपना बिजनेस मैनेज करने में लगे हैं। मैं इस केस को घोटाले के तौर पर नहीं देखता।'
My client #NiravModi has sent a response to the CBI. He will take time to come back as there are security concerns & my client is also managing his business abroad. I do not consider this a scam: Vijay Aggarwal, Nirav Modi's lawyer #PNBFraudCasepic.twitter.com/aKe2DsJNMr
— ANI (@ANI) March 10, 2018
सीबीआई के एक अधिकारी ने 8 मार्च को कहा था कि एजेंसी को नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के अलग-अलग ईमेल मिले हैं जिनमें दोनों ने भारत आने में अपनी असमर्थता जताई है। अधिकारी ने कहा, "हम उन्हें जांच में शामिल के लिए दोबारा समन जारी करेंगे।"
उन्होंने बताया कि सीबीआई ने 19 फरवरी को नीरव मोदी और चौकसी को 20 फरवरी को पेश होने के लिए पत्र लिखा था। इसके बाद चौकसी को दूसरा समन 23 फरवरी को जारी कर 26 फरवरी को पेश होने के लिए कहा गया था। एजेंसी ने इसके बाद 28 फरवरी को दोनों को 7 मार्च तक सीबीआई के समक्ष पेश होने के लिए समन जारी किया था।
इस पर नीरव मोदी और चौकसी दोनों ने सीबीआई को जवाब दिया और कहा कि दोनों जांच में शामिल नहीं हो सकते क्योंकि उनका पासपोर्ट रद्द कर दिया गया है। सीबीआई ने कहा कि आरोपियों ने अपने ईमेल के जवाब में यह जानकारी नहीं दी है कि वे लोग अभी किस देश में हैं और न ही नजदीकी भारतीय दूतावास से संपर्क किया।
गौरतलब है कि 24 फरवरी को, सरकार ने दोनों के पासपोर्ट को रद्द कर दिए थे। जबकि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) व सीबीआई के अलग-अलग कार्रवाइयों में आरोपियों के हजार करोड़ रुपये तक की संपत्ति जब्त कर ली है। सीबीआई ने इस मामले में अबतक 19 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। मामले पर लगातार जांच चल रही है। इस घोटाले का खुलासा पीएनबी ने ही किया था।